नई दिल्ली: भाजपा ने राहुल गांधी पर तीखा हमला करते हुए दावा किया कि कांग्रेस सांसद ‘नए साल का जश्न मनाने के लिए वियतनाम गए है।’ भाजपा ने कहा राहुल उस समय जश्न मनाने विदेश गए है जब देश पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के निधन पर शोक में डूबा हुआ है।
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का निधन 26 दिसंबर हुआ था। इसके बाद केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने उनके सम्मान में पूरे देश में सात दिवसीय राष्ट्रीय शोक की घोषणा की है। इस दौरान पूरे देश में राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा। केंद्रीय गृह मंत्रालय की ओर से ये ऐलान मनमोहन सिंह के निधन की खबर आने के बाद की गई थी।
राहुल गांधी पर भाजपा ने लगाए आरोप
राहुल गांधी के विदेश यात्रा पर सोमवार को बड़ा सवाल खड़ा करते हुए बीजेपी आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने कहा, ‘जब देश प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के निधन पर शोक मना रहा है, राहुल गांधी नया साल मनाने के लिए वियतनाम चले गए हैं।’
मालवीय ने राहुल गांधी पर पूर्व पीएम की मौत का राजनीतिकरण करने का आरोप लगाते हुए आगे कहा, ‘गांधी परिवार और कांग्रेस सिखों से नफरत करते हैं। यह कभी मत भूलिए कि इंदिरा गांधी ने दरबार साहिब का अपमान किया था।’
While the country is mourning Prime Minister Dr Manmohan Singh’s demise, Rahul Gandhi has flown to Vietnam to ring in the New Year.
Rahul Gandhi politicised and exploited Dr Singh’s death for his expedient politics but his contempt for him is unmissable.
The Gandhis and the…
— Amit Malviya (@amitmalviya) December 30, 2024
इससे एक दिन पहले भाजपा ने कांग्रेस पार्टी और गांधी परिवार की आलोचना करते हुए उन पर शनिवार को दिल्ली में यमुना नदी में विसर्जित की गई मनमोहन सिंह की अस्थियों को लेने के लिए परिवार के साथ नहीं आने का आरोप लगाया था।
भाजपा प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने भी राहुल गांधी पर उस समय कथित तौर पर जश्न मनाने के लिए विदेश यात्रा पर जाने का आरोप लगाया, जब देश में शोक की घड़ी है।
पूनावाला ने कहा, ‘राहुल गांधी के समय पर एलओपी का मतलब विपक्ष का नेता नहीं बल्कि लीडर ऑफ पर्यटन और लीडर ऑफ पार्टी में बदल गया है।’ पूनावाला ने कहा कि ऐसे समय में जब पूरा देश पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के निधन पर शोक में है, मीडिया के माध्यम से ये खबर आ रही है कि राहुल गांधी पर्यटन के लिए निकल चुके हैं।
उन्होंने राहुल गांधी पर आरोप लगाया कि जब मुंबई, में 26/11 का घातक हमला हुआ था तब भी वे पूरी रात ‘पार्टी’ कर रहे थे। उन्होंने कहा, ‘उन्हें डॉ. मनमोहन सिंह के निधन की बिल्कुल भी चिंता नहीं है।’
VIDEO | BJP spokesperson Shehzad Poonawalla (@Shehzad_Ind) says, “Rahul Gandhi has changed the meaning of LoP from Leader of Opposition to Leader of ‘pariyatan’ (tourism) and party. At a time, when the entire country is in grief over the demise of former PM Manmohan, as expected,… pic.twitter.com/NHMhKzVN2C
— Press Trust of India (@PTI_News) December 30, 2024
मनमोहन सिंह की अंत्येष्टि उनके स्मारक के लिए निर्धारित स्थल पर करने की मांग पर भी कांग्रेस और भाजपा के बीच आरोप-प्रत्यारोप देखने को मिले थे। कांग्रेस ने जहां मनमोहन सिंह का ‘अपमान’ करने का भाजपा पर आरोप लगाया तो वहीं, सत्तारूढ़ दल ने पलटवार करते हुए सबसे पुरानी पार्टी पर दुख की घड़ी में ‘घटिया राजनीति’ का आरोप लगाया था।
भाजपा के आरोपों पर कांग्रेस का जवाब
इस बीच कांग्रेस पार्टी ने भाजपा के आरोप पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि राहुल गांधी निजी विदेश यात्रा पर गए थे और किसी को किसी की निजता से जुड़े मामलों पर कोई समस्या नहीं होनी चाहिए.
कांग्रेस सांसद मनिकम टैगोर ने कहा, ‘संघी इस ‘डायवर्जन’ की राजनीति को कब बंद करेंगे? जिस तरह से मोदी ने डॉ. साहब को यमुना किनारे अंतिम संस्कार के लिए जगह नहीं दी और जिस तरह उनके मंत्रियों ने डॉ. साहब के परिवार को घेर लिया, वह शर्मनाक है। यदि गांधी निजी तौर पर यात्रा के लिए गए हैं, तो इससे आपको परेशानी क्यों होती है? नए साल में स्वस्थ हो जाएं।’
वहीं, कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने सोमवार को बताया कि परिवार की निजता का सम्मान करते हुए मनमोहन सिंह की अस्थियों को चुनने और विसर्जित करने के लिए वरिष्ठ कांग्रेस नेता परिवार के साथ नहीं गए।
पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह की अस्थियां रविवार को उनके परिवार के सदस्यों ने सिख रीति-रिवाजों के साथ मजनू का टीला गुरुद्वारे के पास यमुना नदी में विसर्जित की। इस मौके पर कांग्रेस नेता नदारद रहा थे। इसको लेकर भाजपा ने सवाल उठाए थे।
26 दिसंबर को पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का निधन 92 साल की आयु में दिल्ली के एम्स में हो गया था। 28 दिसंबर को उनका अंतिम संस्कार दिल्ली के निगमबोध घाट पर पूरे राजकीय सम्मान के साथ किया गया था। इस दौरान राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी मौजूद थे।