बिहार के सारण में मतदान के बाद क्यों भड़की हिंसा? एक शख्स की मौत, इंटरनेट भी बंद

लोकसभा चुनाव: बिहार के छपरा में 20 मई को पांचवें चरण के तहत मतदान हुआ। हालांकि, वोटिंग के एक दिन बाद वहां से हिंसा की खबरें आई हैं। भाजपा और राजद कार्यकर्ताओं के बीच गोलीबारी की खबर है। इसमें एक शख्स की मौत हो गई है।

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Why did violence erupt after voting in Saran, Bihar? One person died, internet also shut down

बिहार के छपरा में मतदान के बाद हिंसा (फोटो- x)

छपरा: बिहार में लोकसभा चुनाव के बीच हिंसा की खबरें सामने आ रही हैं। छपरा (सारण लोकसभा सीट) में कथित तौर पर भाजपा और राजद कार्यकर्ताओं के बीच हुई झड़प में एक व्यक्ति की गोली मारकर हत्या कर दी गई जबकि दो गंभीर रूप से घायल हुए हैं। फिलहाल हिंसा के सिलसिले में दो लोगों को हिरासत में लिया गया है। साथ ही इंटरनेट भी दो दिनों के लिए बंद कर दिया गया है।

छपरा को सारण लोकसभा सीट नाम से जाना जाता है। इसके अंतर्गत मढ़ौरा, छपरा, गरखा, अमनौर, परसा और सोनपुर विधानसभा सीटें आची हैं। यहां लोकसभा चुनाव के तहत पांचवें चरण में सोमवार (20 मई) को मतदान हुआ था। बहरहाल, गोलीबारी की घटना के बाद छपरा के भिखारी ठाकुर चौक के पास बड़ी संख्या में पुलिस बल को तैनात किया गया है। सामने आई जानकारी के अनुसार पुलिस अधीक्षक (एसपी) और जिलाधिकारी भी मौके पर कैंप कर रहे हैं।

लोकसभा चुनाव: छपरा में क्यों हुई हिंसा

सारण सीट से राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) की ओर से रोहिणी आचार्य उम्मीदवार हैं। उनका मुकाबला भाजपा के कद्दावर नेता राजीव प्रता रूडी से है। ऐसी खबरें हैं कि सोमवार शाम को मतदान खत्म होने से कुछ देर पहले रोहिणी आचार्य छपरा शहर के बूथ संख्या 318 पर पहुंची थी, वहीं पहले तनाव शुरू हुआ और फिर जमकर हंगामा हुआ।

हालांकि, विवाद मंगलवार सुबह और बढ़ गया और दोनों पार्टियों के कार्यकर्ताओं ने एक-दूसरे पर गोलियां चलाई। इस घटना में एक व्यक्ति की गोली लगने से मौत हो गई, वहीं दो अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। दोनों घायलों को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

इंडिया टुडे की एक रिपोर्ट के अनुसार कुछ स्थानीय लोगों का आरोप है कि रोहिणी आचार्य सोमवार शाम बूथ संख्या 118 पर पहुंची थी। उनके साथ कुछ समर्थक भी थे। इसी दौरान विवाद हुआ। रोहिणी आचार्य आक्रोशित भीड़ को देखते हुए कुछ देर बाद वहां से निकल गईं। भाजपा समर्थकों ने आरोप लगाया कि रोहिणी बूथ कब्जा करने की कोशिश कर रही थीं।

रोहिणी आचार्य ने क्या कहा है?

इस विवाद के बीच रोहिणी आचार्य का बयान आया है। उन्होंने पत्रकारों से कहा, 'पूरे भाजपा वाले लोग डरे हुए हैं। ये लोग लोकतंत्र की हत्या करना चाहते हैं। सब भाजपा वाले गुंडे हैं। हमारे तीन कार्यकर्ताओं को गोली मारी गई है। हमें इंसाफ चाहिए। हमारी मांग के है कि भाजपा के गुंडों को पकड़कर जेल में डालना चाहिए।'

बूथ पर जाने और फिर हंगामा मचने के आरोपों पर रोहिणी ने कहा, 'एक उम्मीदवार के तौर पर हमको अधिकार है कि हम सभी जगह जाएं और देखें कि कैसी वोटिंग हो रही है। आपलोग भी सबलोग थे मेरे साथ। हम वहां बूथ लूटने गए थे कि देखने गए थे कि कितना पोलिंग हुआ कैसे हुआ। इसमें से एक भाजपा वाले गुंडे जो हैं, वो अंदर बैठे हुए थे। उनसे पूछे कि वोट डाल दिए तो वो बोला कि हां डाल दिए। तो फिर हमने उनसे कहा कि अंदर क्या कर रहे हैं बाहर निकलिए। उसी पर ये लोग मुझे भद्दी-भद्दी गाली देने लगे और पत्थरबाजी करने लगे।'

सारण में कल 50.46 प्रतिशत मतदान हुआ था। सारण में रोहिणी आचार्य का मुकाबला दो बार के मौजूदा भाजपा सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री राजीव प्रताप रूडी से है।

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