पटना: कांग्रेस के नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी और बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव रविवार से रोहतास जिले के सासाराम से संयुक्त रूप से ‘वोट अधिकार यात्रा’ की शुरुआत की। यात्रा शुरू करने से पहले एक सभा को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि यह यात्रा वोट की नहीं, बल्कि संविधान बचाने की लड़ाई है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा और आरएसएस पूरे देश में संविधान को मिटाने पर तुले हैं।

राहुल गांधी ने कहा कि केंद्र की एनडीए सरकार अरबपतियों के साथ मिलकर काम करती है, जबकि जनता के वोट चोरी करके उनका पैसा 5-6 अरबपतियों को दिया जाता है। उन्होंने महाराष्ट्र और कर्नाटक चुनावों का उदाहरण देते हुए वोटों की चोरी का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र चुनाव में जादू से एक करोड़ नए वोटर बनाए गए, और ये सभी वोट भाजपा को मिले।

राहुल ने बताया कि जब उन्होंने इस मुद्दे पर प्रेस कॉन्फ्रेंस की, तो चुनाव आयोग ने उनसे डेटा की प्रामाणिकता को लेकर हलफनामा (एफिडेविट) मांगा। उन्होंने आयोग की कार्रवाई पर सवाल उठाते हुए कहा कि जब डेटा आयोग का ही है, तो हलफनामा मुझसे क्यों मांगा जा रहा है।

राहुल ने जोर देकर कहा कि बिहार की जनता अपने वोटों की चोरी नहीं होने देगी, क्योंकि गरीब और कमजोर लोगों के पास सिर्फ वोट का अधिकार है। उन्होंने यह भी वादा किया कि अगर उनकी सरकार आती है, तो वे जातीय जनगणना कराएंगे और 50% आरक्षण की सीमा को भी खत्म करेंगे।

विपक्ष का आरोप है कि चुनाव आयोग द्वारा चलाए गए विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) अभियान के दौरान राज्य में लगभग 65 लाख मतदाताओं के नाम जानबूझकर हटा दिए गए हैं। बिहार कांग्रेस अध्यक्ष राजेश कुमार ने आरोप लगाया कि यह एक सुनियोजित साजिश है जिसका सबसे ज्यादा असर पिछड़े, मुस्लिम और प्रवासी श्रमिकों पर हुआ है।

वोट की चोरी नहीं डकैती की जा रही हैः तेजस्वी यादव

बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने आज सासाराम में ‘वोटर अधिकार यात्रा’ की शुरुआत के मौके पर सभा को संबोधित करते हुए भाजपा और चुनाव आयोग पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि एसआईआर प्रक्रिया के जरिए वोट की चोरी नहीं बल्कि डकैती की जा रही है। बिहार लोकतंत्र की जननी है और यहां लोकतंत्र खत्म नहीं होने दिया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए तेजस्वी ने कहा कि वे बिहारियों को चूना लगाना चाहते हैं, लेकिन यह बिहार हैयहां चूना खैनी के साथ रगड़ दिया जाता है। बिहार भले ही गरीब हो, लेकिन यहां का बच्चा-बच्चा तीखा जवाब देना जानता है।

तेजस्वी ने आरोप लगाया कि चुनाव आयोग भाजपा के इशारे पर काम कर रहा है और मतदाता सूची में गड़बड़ी की गई है। उन्होंने तंज किया कि जिन लोगों को मृत घोषित किया गया, उनके साथ राहुल गांधी ने चाय पी, जिससे आयोग की बेईमानी उजागर होती है। उन्होंने बिहार सरकार को “नकलची” और “खटारा सरकार” बताते हुए कहा कि उनकी घोषणाएं भी विपक्ष से नकल की जाती हैं। राजद नेता ने अपने 17 महीने के कार्यकाल का जिक्र करते हुए कहा कि उनकी राजनीति वादों पर नहीं, बल्कि काम पर आधारित है। उन्होंने भरोसा दिलाया कि लोकतंत्र को खत्म नहीं होने देंगे और जनता के हक के लिए संघर्ष जारी रहेगा।

16 दिनों में 1,300 किमी का सफर, पटना में होगा समापन

यह 16 दिवसीय यात्रा रविवार को सासाराम से शुरू हुई और 1,300 किमी का सफर तय करते हुए 25 जिलों को कवर करेगी। इस यात्रा का समापन 1 सितंबर को पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में एक विशाल रैली के साथ होगा। राहुल गांधी ने 'एक्स' पर पोस्ट कर कहा कि यह यात्रा 'एक व्यक्ति, एक वोट' के सबसे मौलिक लोकतांत्रिक अधिकार की रक्षा करने के लिए है।

इस यात्रा में राहुल और तेजस्वी के अलावा, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, सीपीआई (एमएल) महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य और वीआईपी प्रमुख मुकेश सहनी जैसे वरिष्ठ नेता भी शामिल हो रहे हैं। यात्रा के लिए एक विशेष वाहन तैयार किया गया है, जिसे राहुल गांधी की 'भारत जोड़ो यात्रा' की तर्ज पर बनाया गया है।

रोज होंगी सभाएं और रोड शो, रात में टेंट में रुकेंगे

इस यात्रा के दौरान राहुल गांधी आबादी के घनत्व के आधार पर पैदल और वाहन दोनों से लोगों के साथ संवाद करेंगे। हर दिन दो से तीन जनसभाएं और रोड शो आयोजित किए जाएंगे। यात्रा में रात के पड़ाव 13 अलग-अलग स्थानों पर टेंट में किए जाएंगे।

यात्रा का पहला चरण सासाराम से शुरू होकर औरंगाबाद, गया, नवादा, शेखपुरा, लखीसराय, मुंगेर, कटिहार, पूर्णिया, सुपौल, मधुबनी, दरभंगा, सीतामढ़ी, पश्चिमी चंपारण, सारण, भोजपुर जैसे जिलों से होते हुए पटना पहुँचेगा। 

समाचार एजेंसी आईएएनएसइनपुट के साथ