पटना: बिहार के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने शनिवार को बीएन कॉलेज का अचानक दौरा किया, जहां दो दिन पहले एक छात्र की बम विस्फोट में मौत हो गई थी।

 राज्यपाल करीब 45 मिनट तक कॉलेज में रहे। उन्होंने हॉस्टलों, विभिन्न विभागों का निरीक्षण किया और कॉलेज के प्राचार्य तथा छात्रों के साथ बैठक की। 

अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के अध्यक्ष रह चुके अरिफ मोहम्मद खान ने कॉलेज में हुए बम धमाके और छात्र की हत्या की कड़ी निंदा की। राज्यपाल ने दुख व्यक्त किया कि छात्रावासों में अनाधिकृत रूप से आसामाजिक लोग कब्जा किए हुए हैं, जिन्हें प्रशासन को निष्कासित करना चाहिए।

इससे पहले बिहार इंडस्ट्रीज एसोसिएशन में मीडिया संस्थान की एक बैठक को संबोधित करते हुए उन्होंने पटना विश्वविद्यालय में बढ़ती हिंसा को लेकर कुलपति की संवेदनहीनता पर दुख जताया। उन्होंने कहा, "विश्वविद्यालय को असामाजिक तत्वों के हवाले कर दिया गया है।"

नाराज और गुस्से में राज्यपाल

गुस्से में दिख रहे राज्यपाल ने कुलपति के कामकाज पर सवाल उठाए और कहा, "ऐसी ही एक घटना पिछले साल भी हुई थी। जनवरी में राजभवन में कार्यभार संभालने के बाद मैंने कुलपति को बुलाकर विश्वविद्यालय में बढ़ रही अराजकता पर रिपोर्ट मांगी थी। ताजा बम धमाके के बाद जब मैंने कल कुलपति से रिपोर्ट के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा रिपोर्ट तैयार है, लेकिन अब तक उस पर मेरे हस्ताक्षर नहीं हुए हैं।"

उन्होंने कहा, "मैंने कुलपति से साफ कहा कि अब बैठकें राजभवन में नहीं, सीधे कॉलेजों में होंगी।" इसके बाद वे अचानक बी.एन. कॉलेज पहुंच गए। 

राज्यपाल ने कहा, "मुझे शर्म आती है, मुझे बहुत दुख होता है। विश्वविद्यालयों की हालत देखकर आंखों में आंसू आ जाते हैं।"

सबसे खराब तरीके से चलाए जा रहे बिहार के विश्वविद्यालय

अरिफ मोहम्मद खान ने दावा किया कि बिहार के विश्वविद्यालय सबसे खराब तरीके से चलाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा, "नए नियुक्त शिक्षकों को धमकियां दी जा रही हैं।"

उन्होंने यह भी कहा, "मैं केरल में 15 विश्वविद्यालयों का कुलाधिपति रहा हूं, लेकिन वहां कभी ऐसी अराजकता नहीं देखी। वहां केवल एक मुद्दा था, कुछ वैचारिक आधार पर नियुक्तियों का दबाव था, जिसे मैंने कभी स्वीकार नहीं किया।"

पटना का बिहार नेशनल कॉलेज सौ साल पुराना हैं। उसके पूर्ववर्ती छात्रों में बिहार के मुख्यमंत्री रहे, लालू प्रसाद भी रहे है।