पटना: बिहार में इस साल होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले सियासी पारा चढ़ चुका है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बिहार दौरे को लेकर राजद नेता और बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने उनपर जमकर निशाना साधा और 15 तीखे सवाल पूछ डाले।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार एक दिवसीय बिहार दौरे पर भागलपुर पहुंचे जहां उन्होंने पीएम किसान सम्मान योजना की 19वीं किश्त जारी की। इसके तहत 9.7 करोड़ से अधिक किसानों को 22,000 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता दी गई।
तेजस्वी यादव ने इस दौरान बिहार की शिक्षा, प्रति व्यक्ति निवेश, बेरोजगारी, बुनियादी ढांचे और औद्योगिक विकास जैसे मुद्दों पर पीएम मोदी को घेरा। साथ ही, उन्होंने बिहार को 'विशेष राज्य' का दर्जा देने की मांग को लेकर भी उनसे जवाब मांगा।
अपने एक्स पोस्ट में तेजस्वी यादव ने कहा कि "बिहार की जनता ने ‘डबल इंजन सरकार’ को मौका दिया, लेकिन अब लोग सिर्फ जुमलेबाजी नहीं, बल्कि ठोस जवाब चाहते हैं। नरेंद्र मोदी 11 साल से देश के प्रधानमंत्री हैं, और नीतीश कुमार 20 साल से मुख्यमंत्री हैं, फिर भी बिहार पिछड़ा हुआ है।"
उन्होंने आगे कहा, "बिहार सबसे निचले पायदान पर है। प्रति व्यक्ति आय और निवेश में बिहार सबसे पीछे है। किसानों की आय में भी बिहार सबसे नीचे है, वहीं बेरोजगारी, पलायन और गरीबी में यह पहले स्थान पर है।"
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी आज बिहार में है। प्रदेश में 𝟐𝟎 वर्षों से उनकी 𝐍𝐃𝐀 सरकार और केंद्र में 𝟏𝟏 वर्षों से है। बिहारवासी उनसे झूठ और जुमला नहीं बल्कि कुछ वाज़िब सवाल पूछना चाहते है।
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) February 24, 2025
𝟏. प्रधानमंत्री जी कहते थे कि 𝟐𝟎𝟐𝟐 तक किसानों की आय दुगुनी करेंगे लेकिन… pic.twitter.com/voadCss4oq
रोजगार और उद्योगों पर सवाल
तेजस्वी यादव ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री मोदी केवल चुनावों से पहले बिहार आते हैं और हर बार केवल नारेबाजी कर जनता को बहकाते हैं। उन्होंने सवाल उठाया, "2017 में पीएम ने मोतिहारी की शुगर मिल चालू करने का वादा किया था और कहा था कि वे इसकी चीनी से बनी चाय पिएंगे। क्या वे बता सकते हैं कि वह चाय कब पीने वाले हैं?"
उन्होंने आगे कई सवाल उठाए, जैसे-
- कटिहार की जूट मिल कब चालू होगी?
- पीएम टेक्सटाइल पार्क योजना के तहत बिहार को एक भी टेक्सटाइल पार्क क्यों नहीं मिला?
- रेलवे और सेना में बिहार के युवाओं को रोजगार कब मिलेगा?
- 20 साल से बिहार में आपकी सरकार के रहते हुए भी यह राज्य गरीबी और बेरोजगारी में शीर्ष पर क्यों है?
- बिहार के लिए घोषित विशेष पैकेज का क्या हुआ?
किसानों के मुद्दों पर तीखा हमला
बिहार में किसानों की स्थिति पर भी तेजस्वी यादव ने सरकार को आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा, "क्या पीएम मोदी को बिहार के किसानों की समस्याओं की समझ है? वे मर रहे हैं, लेकिन उनके लिए कुछ नहीं किया गया। 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने का वादा किया गया था, लेकिन अब किसान महंगाई की मार से बुरी तरह पिस रहे हैं।"
उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से पूछा-
- बिहार के किसानों की आय देश में सबसे कम क्यों है?
- डबल इंजन सरकार ने बिहार के कृषि मजदूरों और बटाईदार किसानों के लिए क्या किया?
बताते चलें कि बिहार की दो-तिहाई आबादी कृषि से जुड़ी है, जो राष्ट्रीय औसत से कहीं अधिक है। प्रधानमंत्री मोदी ने बिहार दौरे से पहले कहा था कि "हमारे किसान अन्नदाता हैं और हमें उन पर गर्व है। पिछले 10 सालों में कृषि क्षेत्र को मजबूत करने के लिए हमने जो प्रयास किए, उससे किसानों की आमदनी बढ़ी है और उनकी लागत घटी है।" इस दौरे के दौरान पीएम मोदी ने किसानों के लिए ₹22,000 करोड़ की सहायता राशि भी जारी।
जातीय जनगणना और पलायन पर भी सवाल
तेजस्वी यादव ने आगे बिहार में पलायन और जातीय जनगणना को लेकर भी केंद्र सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने पूछा, "बीजेपी सरकार ने अब तक 65% आरक्षण लागू क्यों नहीं किया?"
बता दें कि 2023 में जब नीतीश कुमार इंडिया गठबंधन के साथ थे और राजद उनकी सरकार का हिस्सा था, तब बिहार में जातीय जनगणना कराई गई थी। इस सर्वे में सामने आया था कि राज्य की 80% से अधिक आबादी पिछड़ी जातियों (BC), अति पिछड़ी जातियों (OBC), अनुसूचित जाति (SC) और अनुसूचित जनजाति (ST) की है।
इसके बाद राज्य सरकार ने सरकारी नौकरियों और शैक्षणिक संस्थानों में 65% आरक्षण लागू करने का प्रस्ताव पारित किया था। लेकिन सितंबर 2023 में सुप्रीम कोर्ट ने इस फैसले पर रोक लगा दी थी और मामले को केंद्र सरकार और हाईकोर्ट के पास भेज दिया था। तेजस्वी यादव ने प्रधानमंत्री मोदी से इस पर जवाब मांगा और पूछा, "बिहार में लागू किया गया आरक्षण अभी तक अमल में क्यों नहीं लाया गया?"