पटनाः बिहार की राजधानी पटना में भाजपा नेता के बाद वकील की गोली मारकर हत्या कर दी गई। 58 वर्षीय जितेंद्र कुमार महतो की पटना के सुल्तानपुर पुलिस स्टेशन क्षेत्र में हत्या कर दी गई। बीते 24 घंटे में बिहार में गोली चलने की यह चौथी घटना दर्ज की गई।
इंडिया टुडे ने पटना पूर्व के पुलिस अधीक्षक परिचय कुमार के हवाले से लिखा कि अज्ञात हमलावरों ने महतो पर उस वक्त फायरिंग कर दी जब वह चाय पीकर लौट रहे थे। उन्होंने कहा "अपराधियों ने जितेंद्र महतो नाम के एक शख्स को गोली मार दी। उसे इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया जहां उनकी मौत हो गई।"
उन्होंने आगे कहा कि वारदात की जगह से तीन बुलेट शेल बरामद किए गए हैं और मामले की सभी संभावित कोणों से जांच की जा रही है।
चाय पीने गए थे जितेंद्र कुमार महतो
पुलिस अधिकारियों ने हालांकि पुष्टि की है कि वकील बताए जा रहे जितेंद्र कुमार महतो बीते दो साल से वकालत नहीं कर रहे थे। उनके परिवार ने पुलिस को बताया कि वह रोजाना इसी जगह पर चाय पीने जाया करते थे। पुलिस अधीक्षक परिचय कुमार के मुताबिक, आज भी वह यहां चाय पीने आए थे और वापस जाते वक्त उनपर गोली चला दी गई।
पटना शहर के सहायक पुलिस अधीक्षक अतुलेश झा ने भी घटनास्थाल का दौरा किया। सुल्तानपुर थाने की पुलिस मामले की जांच कर रही है। फोरेंसिक साइंस लैबोरेटरी को सूचना दी गई है और पुलिस ने आसपास के इलाकों के सीसीटीवी फुटेज खंगालने शुरू कर दिए हैं जिससे हमलावरों की पहचान की जा सके।
सुरेंद्र कुमार की गोली मारकर हत्या
पटना की यह 24 घंटे के अंदर दूसरी ऐसी घटना है। इससे पहले पटना के शेखपुरा गांव में पशु चिकित्सक सुरेंद्र कुमार की गोली मारकर हत्या कर दी गई। वह भाजपा के नेता थे और कोई आधिकारिक पद न होते हुए भी लंबे समय से राजनीति में सक्रिय थे। वह खाना खाने के बाद खेत में सिंचाई कर रहे पंप को बंद करने गए थे। लौटते वक्त हमलावरों ने करीब से उन पर गोली चला दी और उनकी मौत हो गई।
इससे पहले सीतामढ़ी जिले में बिजनेसमैन पुटु खान की अज्ञात हमलावरों द्वारा सिर पर गोली मारकर हत्या कर दी गई। खान पर दिन दहाड़े गोली चलाई गई और प्राइवेट अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई।
वहीं, पटना के ही रामकृष्णनगर क्षेत्र में एक किराना दुकान मालिक की गोली मारकर हत्या कर दी गई। किराना स्टोर के मालिक विक्रम झा पर अज्ञात हमलावरों ने गोलियां बरसा दीं। पुलिस ने इस मामले को लेकर जांच शुरू की है। हालांकि, हत्या के पीछे के कारण अभी भी स्पष्ट नहीं हैं।
बिहार विधानसभा चुनाव से पहले राज्य में इस तरह की घटनाएं बढ़ रही हैं। ऐसे में नीतीश कुमार सरकार पर सवाल उठना लाजिमी है। विपक्षी नेता लगातार राज्य में बिगड़ती कानून-व्यवस्था को लेकर हमलावर हैं।
नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव नीतीश सरकार पर कानून व्यवस्था को लेकर निशाना साध रहे हैं।