पटनाः बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर सभी पार्टियां अपनी रणनीति बना रही हैं और अब आधिकारिक रूप से शीट शेयरिंग पर भी बातचीत शुरू हो गई है। आगामी विधानसभा चुनाव में 'महागठबंधन' पार्टियों के बीच शीट शेयरिंग को लेकर गुरुवार को पटना में बैठक हुई।
महागठबंधन की बैठक में राष्ट्रीय जनता दल, कांग्रेस, सीपीआई, सीपीआई (एम), सीपीआई (एमएल) लिब्रेशन और विकासशील इंसान पार्टी के प्रमुख नेता शामिल रहे। बैठक में सभी पार्टियों से अपने उम्मीदवारों की सूची तैयार करने की बात की गई।
RJD सबसे बड़ी पार्टी
राष्ट्रीय जनता दल (RJD) इस गठबंधन की सबसे बड़ी पार्टी है। ऐसे में आरजेडी ने अपनी सहयोगी पार्टियों से जीतने वाली सीटों और उम्मीदवारों की मजबूती को देखते हुए ही टिकट मांग करने की बात की है।
इंडियन एक्सप्रेस ने सूत्रों के हवाले से लिखा कि कांग्रेस बिहार में प्रमुख सीटों पर उम्मीदवार घोषित करना चाहती है लेकिन अभी तक इसके लिए कोई नंबर नहीं बताया है। गौरतलब है कि 2020 विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने 70 सीटों पर चुनाव लड़ा था और जीत दर्ज की थी। वहीं, 2024 लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने तीन सीटें जीती थीं।
बिहार कांग्रेस के प्रभारी कृष्णा अल्लावरु ने इसी महीने की शुरुआत में कहा था कि पार्टी और संगठन चुनाव के लिए तैयार है। इस दौरान उन्होंने यह भी कहा था कि सीटों के बंटवारे पर बातचीत चुनाव कार्यक्रम से काफी पहले हो जाएगी।
वहीं, अप्रैल में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व से कहा था कि शीट-शेयरिंग को आखिरी क्षण तक नहीं छोड़ सकते। तब कांग्रेस के सूत्रों ने भी कहा था कि दोनों पार्टियां शीट शेयरिंग जमीनी हकीकत को देखते हुए कर सकती हैं। हालांकि, तेजस्वी यादव का जोर इस बात पर है कि बीते चुनाव में कांग्रेस को 70 सीट देना एक भूल थी। इसकी वजह से महागठबंधन कमजोर हो गया और आरजेडी 75 सीटें जीतकर सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी।
किस पार्टी ने कितनी सीटों की मांग की?
महागठबंधन की इस बैठक के बारे में विकासशील इंसान पार्टी (VIP) के सूत्रों ने बताया कि पार्टी ने 40 सीटों की मांग रखी है। इसके साथ ही यह भी मांग की है कि पार्टी प्रमुख मुकेश साहनी को महागठबंधन का डिप्टी सीएम घोषित किया जाए। गौरतलब है कि 2020 विधानसभा चुनाव में पार्टी ने 20 सीटों पर चुनाव लड़ा था और 4 पर जीत दर्ज की थी। हालांकि, तब यह पार्टी एनडीए घटक में शामिल थी।
वहीं, ऐसी चर्चा है कि लेफ्ट पार्टियों ने संयुक्त रूप से 50 से अधिक सीटों की मांग की है। इसमें से अधिकतर सीटें सीपीआई (एमएल) एल के खाते में मांगी गई हैं क्योंकि 2020 में इसका प्रदर्शन बढ़िया था। पार्टी ने 2020 में 16 सीटों में से 12 पर जीत दर्ज की थी। वहीं, लोकसभा चुनाव में भी दो सीटों पर जीत दर्ज की थी।
इस बैठक में सीटों के अलावा महागठबंधन ने चुनावी एजेंडे और प्रचार की रणनीति पर भी चर्चा की।
हालांकि, एनडीए की शीट शेयरिंग अभी शुरू नहीं हुई है लेकिन जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष संजय कुमार झा, वरिष्ठ मंत्री बिजेंद्र यादव और विजय कुमार चौधरी और पार्टी के एमएलसी लल्लन शर्राफ भी चर्चा के लिए गुरुवार को मिले थे। वहीं, सत्तारूढ़ गठबंधन की बैठक आने वाले दिनों में होने की संभावना है।
जेडीयू ने पिछले चुनाव में 115 सीटों पर चुनाव लड़ा था और 43 पर जीत दर्ज की थी। वहीं, भाजपा ने 74 सीटों पर जीत दर्ज की थी।