दंतेवाड़ाः केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह शनिवार को छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा पहुंचे, जहां उन्होंने बस्तर पंडुम जैसे ऐतिहासिक सांस्कृतिक कार्यक्रम में भाग लिया। इस मौके पर उन्होंने बस्तर की सांस्कृतिक विरासत को अंतरराष्ट्रीय मंच पर ले जाने की बात कही और साथ ही नक्सलवाद के खात्मे को लेकर एक बार फिर सख्त संदेश दिया।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए शाह ने कहा, "मैं चैत्र नवरात्रि की अष्टमी पर मां दंतेश्वरी का आशीर्वाद लेकर आया हूं। मेरी कामना है कि अगली चैत्र नवरात्रि तक लाल आतंक का अंत हो और बस्तर पूरी तरह से खुशहाल बन जाए।"

आदिवासी संस्कृति को अंतरराष्ट्रीय पहचान दिलाने का वादा

उन्होंने बताया कि इस साल बस्तर पंडुम को राज्य सरकार द्वारा 5 करोड़ रुपये के बजट से भव्य रूप से आयोजित किया गया है, जो अब तक का सबसे बड़ा सांस्कृतिक आयोजन है। शाह ने कहा, "बस्तर की बोली, वाद्ययंत्र, नृत्य और खानपान हमारी सांस्कृतिक धरोहर हैं। हम इसे अंतरराष्ट्रीय पहचान दिलाने के लिए दुनिया भर के राजदूतों को बस्तर लाएंगे और देशभर के आदिवासी कलाकारों को यहां मंच देंगे।"

शाह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संदेश देते हुए कहा कि केंद्र सरकार 2026 तक देश से नक्सलवाद के खात्मे के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने नक्सलियों से मुख्यधारा में लौटने की अपील की और कहा, “आप हमारे अपने हैं, हथियार छोड़िए, विकास में भागीदार बनिए।”

'कोई नक्सली मरता है तो खुशी नहीं होती लेकिन...'

शाह ने कहा, "मैं सभी नक्सली भाइयों से विनती करने आया हूं, कि आप हथियार डाल दीजिए, आप सभी हमारे अपने हैं। कोई नक्सली मारा जाता है तो किसी को आनंद नहीं होता किंतु इस क्षेत्र को विकास चाहिए। मुख्यमंत्री विष्णु देव और उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने घोषणा की है कि जो गांव नक्सलियों से आत्मसमर्पण करवाएगा, उस गांव को नक्सल मुक्त घोषित कर 1 करोड़ रुपए की विकास राशि देंगे।"

शाह ने छत्तीसगढ़ के पहले आदिवासी मुख्यमंत्री विष्णु देव साय को बधाई दी कि अब राज्य सरकार तेंदूपत्ता 5,500 रुपये में सीधे किसानों से खरीदेगी, जिससे दलालों की भूमिका खत्म होगी। कार्यक्रम में शाह ने क्षेत्रीय युवाओं को प्रेरित करते हुए कहा, "हमें ऐसा बस्तर बनाना है जहां सुकमा से सब-इंस्पेक्टर, दंतेवाड़ा से डॉक्टर, कांकेर से कलेक्टर और बस्तर से बैरिस्टर निकलें।"

बस्तर में बदलाव की एक झलक दिखाते हुए शाह ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर एक तस्वीर साझा की, जिसमें दो बच्चे खुले आसमान के नीचे खेत में लगे सोलर पैनल पर लेटे हुए मोबाइल चला रहे हैं। उन्होंने लिखा, "कभी लाल आतंक का गढ़ रहे इस क्षेत्र में आज बच्चे भयमुक्त होकर तकनीक से जुड़ रहे हैं - यह विकास और विश्वास की तस्वीर है।"

अंत में शाह ने घोषणा की कि अगले साल बस्तर पंडुम को राष्ट्रीय स्तर पर मनाया जाएगा, और इसके उद्घाटन के लिए राष्ट्रपति को आमंत्रित किया जाएगा।

आईएएनएस इनपुट के साथ