सांकेतिक तस्वीर। Photograph: (Freepik)
पटना: बिहार के गया जिले में बुधवार को पुलिस ने एक बांग्लादेशी नागरिक को भारतीय सीमा में अवैध रूप से रहने के आरोप में गिरफ्तार किया। उसकी पहचान पवन क्रांति बरुआ के रूप में हुई है। बरुआ की उम्र 62 साल है और वह पिछले 15 दिनों से बोधगया स्थित 'बुद्ध इंटरनेशनल वेलफेयर मिशन (स्लीपिंग बुद्धा मोनास्ट्री)' में एक बौद्ध भिक्षु के रूप में रह रहा था।
पुलिस के अनुसार, बरुआ बांग्लादेश के 'काठ खली' थाना क्षेत्र का निवासी है और वह बिना वैध वीजा के भारत में दाखिल हुआ था। उसके पास से एक फर्जी आधार कार्ड और कुछ अन्य दस्तावेज बरामद किए गए हैं।
भिक्षुओं के सत्यापन के दौरान शक जाहिर हुआ
बोधगया थाने के प्रभारी मनोज कुमार सिंह ने बताया कि बुधवार को मोनास्ट्री में रह रहे भिक्षुओं के सत्यापन के दौरान बरुआ खुद को छिपाने की कोशिश कर रहा था, जिससे शक गहराया। पूछताछ के लिए उसे थाने लाया गया।
प्रारंभ में उसने खुद को अरुणाचल प्रदेश का निवासी 'प्रफुल्ल चकमा' बताया और वहीं से जारी आधार कार्ड भी प्रस्तुत किया। लेकिन जांच में आधार कार्ड फर्जी पाया गया।
पुलिस ने उसे तुरंत गिरफ्तार कर लिया और गुरुवार को उसे बोधगया की मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट अदालत में पेश किया गया, जहां से उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में गया केंद्रीय कारागार भेज दिया गया है।
जांच एजेंसियों को दी गई गिरफ्तारी की सूचना
एसएचओ मनोज कुमार सिंह ने बताया, “हमने अन्य जांच एजेंसियों को इस गिरफ्तारी की सूचना दे दी है। जरूरत पड़ने पर वे उससे पूछताछ करेंगी। साथ ही, वह मोनास्ट्री में क्यों रह रहा था, इसके पीछे की मंशा भी जांच का विषय है।”
गौरतलब है कि 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 पर्यटकों की हत्या के बाद भारत-पाक तनाव बढ़ा है। ऐसे में बोधगया जैसे संवेदनशील धार्मिक स्थल पर पुलिस को हाई अलर्ट पर रखा गया है।
उधर, पुलिस ने अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों की बढ़ती संख्या को देखते हुए गर्मियों में बोधगया में सुरक्षा व्यवस्था और निगरानी कड़ी कर दी है।
पूर्वी चंपारण में तीन चीनी नागरिक गिरफ्तार हुए थे
इससे पहले, पिछले सप्ताह बिहार के पूर्वी चंपारण जिले में भारत-नेपाल सीमा से तीन चीनी नागरिकों को भी गिरफ्तार किया गया था। वे बिना वैध वीजा के नेपाल से भारत में प्रवेश करने की कोशिश कर रहे थे।
भारत-नेपाल सीमा के छिद्रित (porous) होने के कारण यहां से घुसपैठ की संभावना हमेशा बनी रहती है, जिस पर विशेष सतर्कता बरती जा रही है।