सिडनीः आस्ट्रेलिया में भारतीय समुदाय के नेता बालेश धनखड़ को 40 साल की सजा दी गई है। बालेश पर सिडनी में पांच महिलाओं को नशीला पदार्थ देने और यौन उत्पीड़न के आरोप दर्ज थे। आस्ट्रेलियाई न्यूज वेबसाइट आस्ट्रेलिया टुडे न्यूज के मुताबिक, बालेश को दी गई सजा में 30 साल पैरोल नहीं मिल सकेगी। 

धनखड़ को सजा देते हुए जिला अदालत के जज माइकल किंग उसके कृत्यों की निंदा करते हुए कहा कि उसके कृत्य पूर्वनियोजित, विस्तृत रूप से निष्पादित, चालाकीपूर्ण और अत्यधिक शिकारी प्रवृत्ति के थे। 

जज ने क्या कहा? 

जज ने कहा "यह एक महत्वपूर्ण अवधि में पांच असंबंधित युवा और कमजोर महिलाओं के खिलाफ योजनाबद्ध हिंसक आचरण का एक गंभीर क्रम था।"

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, धनखड़ एक पूर्व आईटी कंसल्टेंट था जिसने महिलाओं को झूठी नौकरी के विज्ञापनों का झांसा देकर सिडनी स्थित घर में ड्रग्स देता था। उसके बाद वह महिलाओं का यौन उत्पीड़न करता था और रेप करता था। इसके साथ ही वह उनकी वीडियो भी बनाता था। 

बालेश साल 2006 में आस्ट्रेलिया गया था। वह वहां छात्र के रूप में गया था और वहां उसने खुद को सामुदायिक सोच वाले व्यक्ति के रूप में प्रस्तुत किया जो दूसरों के जीवन को बेहतर बनाने के लिए समर्पित था।

2023 में 39 मामलों में दोषी

हालांकि साल 2023 में जूरी ने उसे 39 मामलों में दोषी पाया। इनमें से 13 मामले यौन उत्पीड़न के थे। साल 2018 में गिरफ्तारी से पहले धनखड़ को आस्ट्रेलिया में रहने वाले भारतीयों के बीच बहुत सम्मान मिलता था। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, वह आस्ट्रेलिया की हिंदू समिति में बतौर प्रवक्ता कार्यरत था। 

धनखड़ ने महिलाओं को नशीला पदार्थ देने या गैर-सहमति से यौन संबंध बनाने से इनकार किया था तथा एक रिपोर्ट में दावा किया था कि सहमति के बारे में उनकी समझ कानूनी परिभाषा से भिन्न है। धनखड़ की गैर-पैरोल सजा उसके जांच से समय से लागू होगी। ऐसे में उसकी यह सजा अप्रैल 2053 में होगी।