अलीगढ़: आंबेडकर प्रतिमा लगाने को लेकर विवाद के बाद हिंसक झड़प, दो पुलिसकर्मी घायल

FIR against 5 for spreading rumors of mob lynching in Shamli, UP (symbolic picture)

यूपी पुलिस की फाइल फोटो

अलीगढ़:  उत्तर प्रदेश में अलीगढ़ के रोरावर थाना क्षेत्र के भीमपुर गांव में मंगलवार को बवाल हो गया। भीमपुर गांव में बाबासाहब डॉ. भीमराव आंबेडकर की प्रतिमा लगाने को लेकर शुरू हुआ विवाद हिंसक झड़प में बदल गया। सूचना पर पहुंची पुलिस पर भी हमला किया गया। दो पुलिसकर्मियों के साथ मारपीट की गई, जिससे वह घायल हो गए। इस दौरान उपद्रवियों ने कई छोटी गाड़ियों में भी आग लगा दी।

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संजीव सुमन ने बताया कि भीमपुर गांव में दो दिन पहले रातोंरात बाबा साहेब आंबेडकर की मूर्ति लगा दी गई। इस काम को पहले थाने से रुकवाया जा चुका है। आधा पहले बना था, इसके बाद उन लोगों ने मूर्ति की स्थापना कर दी। तब से कई स्तर पर बातचीत हो चुकी थी, उनका प्रतिनिधि मंडल डीएम साहब के पास और हमारे पास आया था। इस दौरान उन लोगों ने कहा कि बघेल समाज के लोग वहां मंदिर बना रहे हैं। हालांकि, वहां सिर्फ बाउंड्री थी। क्योंकि यह ग्राम सभा की जमीन है, इस कारण यहां मूर्ति बिल्कुल नहीं लगाई जा सकती है। यह नियम विरुद्ध है। इसके बाद दोनों पक्ष मान गए। लेकिन जब पुलिस शाम को मूर्ति हटाने पहुंची तो उस पर पथराव किया गया। तीन चार स्कूटी को आग लगी दी गई। दो पुलिसकर्मियों को चोट आई हैं। मूर्ति हटवा दी गई है। मामला नियंत्रण में है। पर्याप्त पुलिस बल मौजूद है। 15 मिनट तक यह उपद्रव हुआ है।

एसएसपी सुमन ने आगे बताया कि प्रधान और पूर्व प्रधान को हिरासत में लिया गया है। गांव की राजनीति का मामला है। यह आने वाले चुनाव को लेकर हुआ है। मामले में आगे की कार्रवाई की जा रही है। पथराव करने वालों पर कार्रवाई होगी। सभी मामलों की जांच की जाएगी। ग्राम सभा की जमीन पर किसी प्रकार के कब्जे मान्य नहीं हैं। ज्ञात हो कि अलीगढ़ के भीमपुर इब्राहिमपुर में जाटव समाज ने 25 जनवरी को ग्राम समाज की जमीन पर डॉक्टर भीमराव आंबेडकर की मूर्ति लगाई थी। इसी जमीन पर बघेल समाज मंदिर बनवाने की मांग कर रहा था। इस पर गांव के दो पक्षों में पिछले कई दिनों से तनाव की स्थिति थी। आपस में बातचीत भी हुई, लेकिन समस्या का कोई हल नहीं निकला।

बघेल समाज अंबेडकर मूर्ति का लगातार विरोध कर रहा था। उन्होंने घटना की सूचना पुलिस को दी। पुलिस की टीम मंगलवार को मूर्ति हटाने पहुंची। लेकिन जाटव समाज ने इसका विरोध किया। पुलिस लोगों को मूर्ति के पास से हटाने लगी तो भीड़ उग्र हो गई। लोग मूर्ति को घेरकर बैठ गए। जब उन्हें हटाने की कोशिश की तो वह पुलिस से ही भिड़ गए। इसके बाद कई थानों की पुलिस फोर्स को बुलाकर लोगों को जबरन हटाया गया। पुलिस ने वर्तमान प्रधान निर्देश लोधी और पूर्व प्रधान छत्रपाल को हिरासत में ले लिया है। गांव में हालात तनावपूर्ण बने हुए हैं।

(यह खबर एजेंसी फीड द्वारा प्रकाशित है। इसका केवल शीर्षक बोले भारत द्वारा दिया गया है।)

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