अमृतसर: पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा है कि अमृतसर में बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा तोड़े जाने की कड़ी निंदा की है। उन्होंने प्रशासन को दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने सोमवार को अपने एक्स अकाउंट पर एक पोस्ट में लिखा, “श्री अमृतसर साहिब की हेरिटेज स्ट्रीट पर बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर की मूर्ति तोड़ने की घटना बेहद निंदनीय है और इस घटना के लिए किसी को भी माफ नहीं किया जाएगा। घटना को अंजाम देने वाला चाहे कोई भी हो, उसे सख्त से सख्त सजा मिलेगी। पंजाब के भाईचारे और एकता को तोड़ने की किसी को अनुमति नहीं दी जाएगी। प्रशासन को इसकी जांच और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश जारी कर दिए गए हैं।”
वहीं, शिरोमणि अकाली दल के नेता सुखबीर सिंह बादल ने बाबा साहेब की प्रतिमा तोड़े जाने की घटना को साजिश बताया है। उन्होंने एक्स पोस्ट में लिखा, “गणतंत्र दिवस पर श्री अमृतसर साहिब में हेरिटेज स्ट्रीट पर डॉ. भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा को अपवित्र करने के प्रयास की कड़ी निंदा करता हूं। इस जघन्य कृत्य ने लाखों लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंचाया है। मैं दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई और इस शर्मनाक घटना के पीछे की साजिश का पता लगाने के लिए गहन जांच की मांग करता हूं। आइए हम समाज में विभाजन पैदा करने के ऐसे घृणित प्रयासों के खिलाफ एकजुट हों।”
रविवार, 26 जनवरी को अमृतसर के टाउन हॉल के पास स्थित बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा को अज्ञात लोगों ने खंडित कर दिया था। इस घटना का वीडियो वायरल होने के बाद विपक्ष लगातार राज्य सरकार पर सवाल खड़े कर रहा है। इससे पहले कांग्रेस सांसद गुरजीत सिंह औजला ने राज्य सरकार पर निशाना साधा था। उन्होंने कहा कि एक तरफ 26 जनवरी को देश में गणतंत्र दिवस मनाया जा रहा है तो दूसरी तरफ जिन्होंने देश को बराबरी का अधिकार और संविधान दिया, उनका अपमान करना देश के हर नागरिक का अपमान है। बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा तोड़ने की घटना निंदनीय है। गुरजीत सिंह औजला ने इस घटना की जांच की मांग की। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार को इस घटना की गंभीरता को देखते हुए हस्तक्षेप करना चाहिए और ऐसा करने वालों को कड़ी से कड़ी सजा देनी चाहिए।
बसपा प्रमुख मायावती ने की सख्त कार्रवाई की माँग
बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने अमृतसर में बाबा साहेब अंबेडकर की प्रतिमा खंडित करने को लेकर पंजाब की आप सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि सरकारी लापरवाही से ऐसी घटना हुई है। इसमें असामाजिक तत्वों के खिलाफ तत्काल सख्त कानूनी कार्रवाई हो।
बसपा मुखिया मायावती ने सोमवार को अपने सोशल मीडिया मंच एक्स पर लिखा कि संविधान निर्माता बाबा साहेब डा. भीमराव अम्बेडकर की पंजाब के अमृतसर में स्वर्ण मंदिर के पास हेरिटेज स्ट्रीट में स्थापित प्रतिमा खंडित करने व वहां संविधान की किताब के नजदीक आग लगाने का प्रयास शर्मनाक है। सरकारी लापरवाही से हुई ऐसी घटना की जितनी भी निंदा की जाए वह कम है। उन्होंने आगे लिखा कि पंजाब में आप पार्टी की सरकार इस दुखद व अप्रिय घटना को अति-गंभीरता से लेकर ऐसे असामाजिक तत्वों के खिलाफ तत्काल सख्त कानूनी कार्रवाई करें। ताकि भविष्य में ऐसी दुखद व तनाव पैदा करने वाली घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो सके। मायावती ने कहा कि ऐसे समय में जब पूरा देश कल बाबा साहेब का संविधान लागू होने के ऐतिहासिक दिन पर 76वां गणतंत्र दिवस मना रहा था, संविधान निर्माता भारत रत्न डॉ. अम्बेडकर की प्रतिमा का यह अनादर करना खासकर आप पार्टी व उसकी सरकार के लिए बहुत शर्मिंदगी की बात है।
मायावती ने कहा कि बाबा साहेब का हर प्रकार का अनादर-अपमान तथा भारतरत्न नहीं देकर उनका तिरस्कार करना और उनके अनुयायियों की हमेशा उपेक्षा करने वाली कांग्रेस पार्टी द्वारा उनकी जन्मस्थली मध्यप्रदेश के महू में संविधान दिवस रैली करना विशुद्ध राजनीतिक छल व छलावा तथा चुनावी स्वार्थ है। उन्होंने कहा कि ऐसे समय में जब अभी दिल्ली में विधानसभा का आम चुनाव चल रहा है तो दिल्ली के मतदाताओं को खासकर आप, कांग्रेस व भाजपा के भी दोगले चाल, चरित्र व चेहरे से सावधानी बरतते हुए केवल अपनी अम्बेडकरवादी पार्टी बीएसपी को ही वोट देकर इसे मजबूत बनाएं, यही इनके हित में है।
76वें गणतंत्र दिवस के मौके पर संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा, जो अमृतसर के हेरिटेज स्ट्रीट पर स्थित है, उसे एक शरारती व्यक्ति द्वारा तोड़ने का प्रयास किया गया तथा संविधान को भी आग लगाने का प्रयास किया। इस मौके पर मौजूद लोगों ने उसे नीचे उतर पुलिस के हवाले किया। जब इस बात की जानकारी विभिन्न समाज संगठनों को मिली तो वे मौके पर पहुंचे और अपना विरोध जताया।
बाासाहब आंबेडकर की प्रतिमा की कांग्रेस ने की निन्दा
पंजाब के अमृतसर में टाउन हॉल के पास बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा को तोड़े जाने को लेकर कांग्रेस सांसद गुरजीत सिंह औजला ने गुस्सा जाहिर किया है। गुरजीत सिंह औजला ने कहा कि गणतंत्र दिवस पर बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर का अपमान निंदनीय है।
कांग्रेस सांसद गुरजीत सिंह औजला ने कहा कि एक तरफ 26 जनवरी को देश में गणतंत्र दिवस मनाया जा रहा है तो दूसरी तरफ जिन्होंने देश को बराबरी का अधिकार और संविधान दिया, उनका अपमान करना देश के हर नागरिक का अपमान है। बाबासाहब भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा तोड़ने की घटना निंदनीय है। गुरजीत सिंह औजला ने इस घटना की जांच की मांग की। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार को इस घटना की गंभीरता को देखते हुए हस्तक्षेप करना चाहिए और घटना को अंजाम देने वालों को कड़ी से कड़ी सजा देनी चाहिए।
कांग्रेस नेता प्रताप सिंह बाजवा ने इस घटना को लेकर राज्य सरकार पर सवाल उठाए। उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि मुझे रविवार शाम बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा को तोड़े जाने के बारे में पता चला। यह घटना निंदनीय है। 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस मनाया जाता है, लेकिन संविधान निर्माता का आज के ही दिन अपमान किया गया। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार और अरविंद केजरीवाल से सवाल पूछता हूं कि वह इस घटना पर अब तक चुप क्यों हैं। बता दें कि अमृतसर के टाउन हॉल के पास स्थित बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा को अज्ञात लोगों ने खंडित कर दिया। इस घटना का वीडियो वायरल होने के बाद विपक्ष लगातार राज्य सरकार पर सवाल खड़े कर रहा है।