अयोध्याः राम नगरी अयोध्या में 30 जनवरी की रात से लापता दलित युवती के साथ दुष्कर्म और निर्मम हत्या की घटना ने पूरे प्रदेश को झकझोर कर रख दिया है। इस दर्दनाक वारदात पर बसपा सुप्रीमो मायावती ने गहरा शोक व्यक्त करते हुए यूपी सरकार से सख्त कार्रवाई की मांग की है।

मायावती ने X (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट करते हुए इस घटना को बेहद गंभीर बताया और सरकार से अपील की कि वह कड़ी कार्रवाई करे, जिससे ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो। उन्होंने लिखा, "अयोध्या के सहनवां गांव में दलित परिवार की बेटी का शव निर्वस्त्र अवस्था में मिला है। उसकी आँखें फोड़ दी गईं, शरीर पर अमानवीय अत्याचार किए गए। यह अत्यंत दुखद और गंभीर मामला है। सरकार को सख्त कदम उठाने चाहिए ताकि ऐसी घटनाएं दोबारा न हों।"

हत्या की विभीषिका: निर्ममता की सारी हदें पार

30 जनवरी को लापता हुई इस युवती का शव 1 फरवरी को बरामद हुआ। पोस्टमार्टम रिपोर्ट और घटनास्थल की जांच से सामने आया कि युवती के हाथ-पैर तोड़ दिए गए थे, उसकी आँखें निकाल दी गई थीं और शरीर पर ब्लेड के गहरे जख्म थे। पुलिस को मृतका के खून से सने कपड़े भी घटनास्थल पर मिले। परिजनों ने दुष्कर्म और हत्या का आरोप लगाया है, जिससे जनता और राजनीतिक दलों में आक्रोश है।

प्रेस कॉन्फ्रेंस में रो पड़े सपा सांसद अवधेश प्रसाद

घटना के विरोध में समाजवादी पार्टी (सपा) के अयोध्या सांसद अवधेश प्रसाद ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। युवती को न्याय दिलाने की मांग करते हुए वह फूट-फूटकर रो पड़े, जिससे वहां मौजूद लोग भी स्तब्ध रह गए। उन्होंने कहा, "अगर पीड़िता को न्याय नहीं मिला, तो मैं लोकसभा से इस्तीफा दे दूंगा।"

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अवधेश प्रसाद के रोने को "नौटंकी" करार दिया और सपा पर हमला बोलते हुए कहा, "अयोध्या में एक बेटी के साथ जो घटना हुई, उसकी पूरी जांच होगी। देखना, इसमें भी कोई न कोई सपा का दरिंदा निकल आएगा। सपा हमेशा अपराधियों के साथ खड़ी रहती है और हर अपराध में उसकी संलिप्तता होती है।"

सीएम ने आरोप लगाया कि सपा अपराधियों को संरक्षण देती है और मोइद खान व नवाब यादव जैसे माफियाओं की समर्थक है। उन्होंने कहा कि मिल्कीपुर का मोइद खान और कन्नौज का नवाब यादव सपा के प्रिय हैं, क्योंकि वहां जितना बड़ा माफिया, उतना बड़ा नेता माना जाता है। उन्होंने घटनाओं पर दिखाए गए दुख को "नौटंकी" करार दिया।

राहुल गांधी का निशाना: दलितों पर अत्याचार बेलगाम

इस वीभत्स घटना पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने X पर लिखा, "अयोध्या में दलित बेटी के साथ हुई अमानवीयता और उसकी नृशंस हत्या हृदयविदारक और शर्मनाक है। अगर प्रशासन ने पहले ध्यान दिया होता, तो शायद उसकी जान बच सकती थी।"

राहुल गांधी ने भाजपा सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश में दलितों पर अत्याचार बेलगाम हो चुका है और सरकार को इस मामले में दोषियों के साथ-साथ लापरवाह पुलिसकर्मियों पर भी कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए।

अखिलेश यादव की 1 करोड़ मुआवजे और सख्त कार्रवाई की मांग

समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने इस घटना को बेहद दुखद करार दिया और सरकार से 1 करोड़ रुपये का मुआवजा देने की मांग की। उन्होंने कहा, "अगर पुलिस ने समय रहते परिजनों की शिकायत पर ध्यान दिया होता, तो बच्ची की जान बचाई जा सकती थी।" 

अखिलेश यादव ने कहा कि हम उत्तर प्रदेश सरकार से मांग करते है कि जो दोषी हैं और जिन पुलिसकर्मियों ने इस मामले में लापरवाही बरती है, उन सबके ख़िलाफ़ कठोरतम कार्रवाई की जाए और पीड़ित परिवार को तत्काल 1 करोड़ का मुआवजा दिया जाए।

इस मामले में पुलिस ने एक युवक को हिरासत में लिया है और उससे पूछताछ की जा रही है। प्रशासन का कहना है कि दोषियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार कर सख्त सजा दिलाई जाएगी।