नागपुर में हिंसक झड़प के बाद अब आरएसएस का बयान सामने आया है। औरंगजेब को लेकर विवाद के बीच आरएसएस के प्रवक्ता सुनील आंबेकर ने कहा कि यह मसला आज प्रासंगिक नहीं है। उन्होंने कहा, किसी भी प्रकार की हिंसा समाज के लिए ठीक नहीं है। इस पूरे मामले पर सुनील आंबेकर ने कहा कि मुगल बादशाह औरंगजेब जिनकी कब्र नागपुर झड़प के केंद्र में थी, आज वह प्रासंगिक नहीं हैं। किसी भी तरह की हिंसा समाज के लिए स्वस्थ नहीं है। 

दरअसल, सुनील आंबेकर से सवाल किया गया था कि क्या औरंगजेब आज प्रासंगिक है? और क्या कब्र को हटा दिया जाना चाहिए। इस सवाल पर आंबेकर ने दोटूक जवाब दिया है। उन्होंने कहा कि ना ही किसी तरह की हिंसा को प्रोत्साहित किया जा सकता है। आरएसएस का यह रुख ऐसे समय आया है, जब औरंगजेब की कब्र हटाने की मांग की जा रही है और नागपुर में तनाव के बाद हिंसा देखने को मिली है।

हिंसा भड़काने का मुख्य आरोपी फहीम खान गिरफ्तार

सोमवार रात साढ़े सात बजे के करीब मध्य नागपुर में हिंसा भड़क गई थी और पुलिस पर पथराव किया गया था। अधिकारियों ने बताया कि यह हिंसा इस अफवाह के बाद फैली कि औरंगजेब की कब्र हटाने के लिए एक दक्षिणपंथी संगठन द्वारा किए गए प्रदर्शन के दौरान एक समुदाय के धार्मिक ग्रंथ को जला दिया गया। हिंसा में 34 पुलिसकर्मी घायल हो गए थे। इसके बाद शहर के संवेदनशील इलाकों में कर्फ्यू लगा दिया गया, जिससे लोगों और वाहनों की आवाजाही पर रोक लग गई।  बुधवार 19 मार्च को पुलिस ने कहा कि हिंसा के मास्टरमाइंड, अल्पसंख्यक डेमोक्रेटिक पार्टी (एमडीपी) के नेता फहीम शमीम खान को गिरफ्तार कर लिया गया है।

विहिप ने क्या कहा?

विहिप के कार्यकारी अध्यक्ष आलोक कुमार ने कहा, "मुख्यमंत्री वेंद्र फड़नवीस ने कहा कि हिंसा की योजना बनाई गई थी क्योंकि पेट्रोल बम तुरंत नहीं मिल सकते,उन्हें पहले से तैयार किया गया था। यह किसी उकसावे के कारण नहीं हुआ। हमारा प्रदर्शन शांतिपूर्ण था।"