लोक सभा में भाषण के दौरान अनुराग ठाकुर (फोटो- IANS)
नई दिल्ली: बजट पर चर्चा के दौरान भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर ने विपक्षी पार्टियों को जमकर घेरा। लोकसभा में मंगलवार को दिए उनके भाषण की खूब चर्चा है। सोशल मीडिया पर भी उनके भाषण के वीडियो वायरल है। साथ ही पीएम नरेंद्र मोदी ने भी उनका भाषण अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर साझा किया है और लिखा है 'इसे जरूर सुना जाना चाहिए।'
प्रधानमंत्री ने अपने सोशल मीडिया एक्स हैंडल पर कहा, 'यह भाषण मेरे युवा और ऊर्जावान सहयोगी अनुराग ठाकुर का है। जिसे अवश्य सुनना चाहिए। यह तथ्यों से समाहित है। यह इंडी गठबंधन की गंदी राजनीति को उजागर करता है।'
'कमल का एक नाम तो राजीव भी है'
दरअसल, कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने अपने भाषण में कमल को हिंसा से जोड़ दिया था। उन्होंने अपने भाषण में महाभारत का जिक्र करते हुए कहा था कि हजारों साल पहले अभिमन्यु को चक्रव्यूह में छह लोगों ने मारा था। चक्रव्यूह का दूसरा नाम है- पद्मव्यूह है, जो कमल के फूल के शेप में होता है।
इसी पर पर अनुराग ठाकुर ने पलटवार करते हुए कहा, 'एक नेता ने खड़े होकर कमल पर कटाक्ष किया, लेकिन कमल का नाम तो राजीव भी है, तो क्या वो राजीव गांधी को भी बुरा मानते हैं। अनुराग ने ऐसा कहकर राहुल के पिता स्वर्गीय राजीव गांधी की ओर से इशारा किया।
उन्होंने कहा, 'मुझे नहीं पता है कि उन्हें कमल से क्या आपत्ति है। कमल का पर्यायवाची तो राजीव भी है। शायद उन्हें इस बात का पता नहीं है। अगर होता, तो मुझे पूरी उम्मीद है कि वो कमल के बारे में इस तरह की टिप्पणी ही नहीं करते।'
अनुराग ने आगे कहा, 'इन्होंने कमल को हिंसा के साथ जोड़ा। इन्होंने राजीव को हिंसा के साथ जोड़ा। लेकिन मैं कहना चाहता हूं कि मां लक्ष्मी का आसन भी कमल है, हमारा राष्ट्रीय पुष्प भी कमल है और जिस पद्मासन मुद्रा में सिंधु सभ्यता में भगवान शिव की मूर्ति मिली थी, लोकमान्य तिलक ने भी पद्मासन मुद्रा में ही समाधि ली थी, आप कहते हैं कमल के चारों तरफ हिंसा है। आप कमल का अपमान नहीं कर रहे, आप महायोगी भगवान शिव, भगवान बुद्ध और लोकमान्य तिलक जैसे महापुरुषों का अपमान कर रहे हैं।'
'जिसकी जाति का पता नहीं, वो गणना की बात करता है'
अनुराग ठाकुर के जिस बयान पर सबसे ज्यादा हंगामा मचा वो जाति जनगणना पर राहुल गांधी को दिए जवाब पर था। अनुराग ठाकु ने अपने भाषण में कहा, 'ओबीसी, जनगणना की बात बहुत की जाती है, माननीय सभापति जी जिसकी जाति का पता नहीं, वो गणना की बात करता है।'
इस बयान के बाद लोकसभा में हंगामा मचा। विपक्ष के हंगामे के बीच राहुल गांधी ने स्पीकर से कहा कि उनका अपमान किया गया है और उन्हें जवाब देने का मौका मिलना चाहिए। इस पर स्पीकर ने उन्हें मौका दिया। राहुल गांधी दो बार इसके बाद उठे और कहा कि 'आप लोग मेरी बेइज्जती करना चाहते हैं, आप खुशी से करिए लेकिन एक बात मत भूलिए कि जातीय जनगणना को हम यहां पास करके दिखाएंगे।'
'उधार की बुद्धि से राजनीति नहीं होती'
राहुल के एक के बाद एक दो-दो बार बार उठकर आपत्ति दर्ज कराने पर भी अनुराग ठाकुर ने कटाक्ष किया। उन्होंने कहा, 'मुझे लगता है इनको भाषण देने से पहले पर्ची आती होगी। एक बार बोल लेते हैं फिर पीछे से दूसरी पर्ची आ जाती है। उधार की बुद्धि से राजनीति नहीं चलती है। बोलकर हटते हो और फिर पर्ची आती है।'
इसी हंगामे के बीच अखिलेश यादव भी उठे और कहा कि कोई किसी की ऐसे जाति कैसे पूछ सकता है। अखिलेश ने कहा, 'माननीय मंत्री रहे हैं। बड़े दल के नेता हैं। बड़ी बात कर रहे थे। महाभारत, शकुनि ये सब बातें हो रही हैं। दुर्योधन तक को यहां ले आए। मैं इनसे ये पूछना चाहता हूं कि आपने जाति कैसे पूछ ली, ये बताइए। आप जाति कैसे पूछ सकते हैं?'
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