हैदराबादः आंध्र प्रदेश के नेल्लोर जिले से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। यहां पर एक 10 वर्षीय आदिवासी बच्ची को चोरी के शक में कथित तौर पर प्रताड़ित किया गया और लोहे की गर्म छड़ से जला दिया गया। बच्ची पर आरोप है कि उसने मोबाइल चुराया था। पुलिस ने इस मामले में एफआईआर दर्ज कर ली है और कुछ लोगों को पूछताछ के लिए बुलाया है।

10 वर्षीय बच्ची की पहचान गंडाला चेंचम्मा से हुई है। उसे चोरी के आरोप को स्वीकार करने के लिए मजबूर किया गया। लड़की ने चोरी में किसी भी तरह की संलिप्तता से इंकार किया है। 

स्थानीय लोगों ने क्या बताया?

यह घटना ककरलाडिब्बा गांव में हुई है। इंडिया टुडे की खबर के मुताबिक, लड़की के माता-पिता नहीं हैं और वह मामी के पास रहती है। स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया है कि पड़ोसियों ने लड़की को बुरी तरह से प्रताड़ित किया और उसे लोहे की छड़ से दागा। बच्ची को इससे गंभीर चोटें पहुंची और स्थानीय लोगों ने उसकी चीखें सुनकर बचाया। 

बच्ची को इलाज के लिए सरकारी अस्पताल ले जाया गया। पुलिस ने इस मामले में एफआईआर दर्ज की है और कई लोगों की गिरफ्तारी भी की है। वहीं, पूछताछ के लिए मामी को भी बुलाया गया है। 

YSR कांग्रेस ने की निंदा

वाईएसआर कांग्रेस ने घटना की निंदा की है और इसे गंभीर रूप से परेशान कर देने वाला कृत्य करार दिया है। इसके साथ ही सत्तारूढ़ तेलुगु देशम पार्टी के नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार पर भी निशाना साधा है।

एक्स पर एक पोस्ट में पार्टी ने लिखा कि यह घटना राज्य में कानून-व्यवस्था की खराब स्थिति को दर्शाती है। इसमें चेंचम्मा के लिए न्याय की मांग की है। पार्टी के बयान में कहा गया है कि हमारे बच्चों की सुरक्षा विशेष रूप से कमजोर समुदायों से आने वाले बच्चों की सुरक्षा हर कीमत पर सुनिश्चित की जानी चाहिए।