हैदराबादः लगातार हो रही भारी बारिश ने आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में तबाही मचा दी है, जिससे व्यापक बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई है। इस आपदा में कम से कम 19 लोगों की मौत हो चुकी है और 17,000 से अधिक लोगों को अलग-अलग क्षेत्रों से निकाला गया है। लगभग 140 ट्रेनें रद्द कर दी गई हैं और कई अन्य का मार्ग बदल दिया गया है।
भारी बारिश के बाद कई इलागों में बाढ़ जैसे हालात बन गए है। सड़कों को बंद कर दिया है, जिससे कई क्षेत्रों का संपर्क टूट गया है और हजारों लोग फंसे हुए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू और तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी से बात की, और दोनों राज्यों की स्थिति के बारे में जानकारी ली।
पीएम नरेंद्र मोदी ने केंद्र सरकार की ओर से हर संभव सहायता का आश्वासन दिया। मौसम विभाग की मानें तो आने वाले दिनों में और बारिश की संभावना है।
రెండు రోజులుగా కురుస్తున్న భారీ వర్షాలతో ఇబ్బంది పడుతున్న ప్రజలను రాష్ట్ర ప్రభుత్వం అన్ని విధాలుగా ఆదుకుంటుంది. అందుకు అవసరమైన అన్ని చర్యలు తీసుకుంటున్నాం. తక్షణ సహాయాన్ని అందించేందుకు మంత్రులు, ఉన్నతాధికారులు సంసిద్ధంగా ఉన్నారు. వరద ప్రాంతాల్లోని ప్రజలు ఎలాంటి ఆందోళన చెందాల్సిన… pic.twitter.com/A9ZsqPx1oE
— N Chandrababu Naidu (@ncbn) September 1, 2024
आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में बाढ़ का कहर: मुख्य बातें
1. इस प्राकृतिक आपदा में कुल 19 लोगों की जान जा चुकी है, जिनमें से आंध्र प्रदेश में नौ और तेलंगाना में दस लोगों की मौत हुई है। समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार, आंध्र प्रदेश में तीन और लोग बाढ़ के पानी में बह जाने की आशंका है, जबकि तेलंगाना में एक व्यक्ति लापता है।
2. दक्षिण मध्य रेलवे (एससीआर) ने 140 ट्रेनें रद्द कर दी हैं और 97 का मार्ग बदल दिया है, जिससे विभिन्न स्टेशनों पर करीब 6,000 यात्री फंसे हुए हैं। तेलंगाना में बाढ़ के पानी ने रेलवे ट्रैक के नीचे की बजरी को बहा ले जाने से एक रेलवे ट्रैक क्षतिग्रस्त हो गया है।
3. आंध्र प्रदेश में 17,000 से अधिक लोगों को बचाव दलों ने सुरक्षित निकाला है, जबकि राष्ट्रीय और राज्य आपदा राहत टीमें बचाव कार्य जारी रखे हुए हैं। विजयवाड़ा में ही, जहां भयानक बाढ़ आई है, 2.76 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू और तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी से बात की और हर संभव सहायता का आश्वासन दिया।
4. हैदराबाद में भी भारी बारिश हुई है और रात भर जारी रही बारिश के कारण शहर के कई हिस्सों में जलभराव हो गया है। हैदराबाद जिले में और अधिक भारी बारिश की चेतावनी के कारण, 2 सितंबर को सभी स्कूलों की छुट्टी कर दी गई।
5. दोनों राज्यों में कई इलाके कट गए हैं क्योंकि बाढ़ के कारण कई सड़के क्षतिग्रस्त हो गई हैं और कई पानी में डूब गई हैं। आंध्र-तेलंगाना सीमा के पास एक पुल के क्षतिग्रस्त हो जाने के कारण, दोनों राज्यों को जोड़ने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग पर यातायात भी बाधित हो गया है।
6. तेलंगाना और आंध्र प्रदेश में बाढ़ राहत और बचाव कार्यों के लिए 26 एनडीआरएफ टीमें तैनात की गई हैं।
7. विजयवाड़ा में सोमवार सुबह केंद्र सरकार की मदद से पावर बोट्स पहुंचीं। कई राज्यों से भी नावें आईं जो भोजन और राहत सामग्री वितरित कर रही हैं। सरकारी एजेंसियां एनजीओ और धार्मिक संस्थानों सहित विभिन्न एजेंसियों के साथ समन्वय कर रही हैं ताकि भोजन और पानी वितरित किया जा सके।
8. रेवंत रेड्डी ने मंत्री और शीर्ष अधिकारियों को बचाव कार्यों का प्रभावी समन्वय करने का निर्देश दिया है। तेलंगाना का खम्मम क्षेत्र बुरी तरह से प्रभावित है। यहां फंसे कई लोगों ने सरकारी सहायता की कमी का आरोप लगाया है। स्थानीय लोगों के अनुसार, कई लोग क्षेत्र के विभिन्न इमारतों में फंसे हुए हैं।
9. आंध्र प्रदेश और तेलंगाना की कई नदियां, जैसे विजयवाड़ा की ‘सॉरो ऑफ विजयवाड़ा’ कहलाने वाली बुधामेरू वागु नदी, भारी बारिश के बाद उफान पर हैं। आसपास के क्षेत्रों के लोगों को राहत शिविरों में ले जाया गया है।
10. मौसम विभाग ने 2 से 5 सितंबर तक आंध्र प्रदेश के कुछ हिस्सों में गरज और बिजली गिरने के साथ तूफान की भविष्यवाणी की है। तेलंगाना में भी इसी तरह के मौसम की स्थिति की चेतावनी दी गई है, जिसमें अत्यधिक भारी बारिश की संभावना है।