विजयवाड़ा: गुंटूर जिले की नगरमपलेम पुलिस ने शुक्रवार को आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और YSRC अध्यक्ष वाईएस जगन मोहन रेड्डी और 4 अन्य के खिलाफ ‘हत्या के प्रयास’ का मामला दर्ज किया। टीडीपी नेता और उंडी के विधायक के. रघुराम कृष्णम राजू (आरआरआर) की शिकायत के बाद पूर्व पुलिस महानिदेशक (इंटेलिजेंस) पीएसआर अंजनेयुलु, पूर्व अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (सीआईडी) और गुंटूर के सरकारी अस्पताल के पूर्व अधीक्षक डॉ जी प्रभावती के खिलाफ भी मामला दर्ज किया गया है।
विधायक ने पुलिस अधिकारियों और जगन मोहन रेड्डी के खिलाफ हत्या के प्रयास, हिरासत में यातना और आपराधिक साजिश जैसे आरोप लगाए है। उन्होंने कहा कि हिरासत के दौरान उनके साथ शारीरिक दुर्व्यवहार किया गया। आरोपों के अनुसार इसमें उन्हें पीटा जाना और उनकी छाती पर बैठकर उसे दबाने की कोशिश भी शामिल थी।
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार पुलिस ने उनके खिलाफ आईपीसी की धारा 120 बी, 166, 167, 197, 307, 326, 465, 506 आर/डब्ल्यू 34 के तहत मामला दर्ज किया है। मामले में आगे की जांच जारी है।
FIR में क्या-क्या आरोप लगाए गए हैं?
एफआईआर के अनुसार, रघुराम कृष्णम राजू (नरसापुरम लोकसभा क्षेत्र से पूर्व सांसद) ने उल्लेख किया कि उन्हें मई 2021 में हैदराबाद में आंध्र प्रदेश की सीआईडी द्वारा गिरफ्तार किया गया था। आरोप हैं कि हैदराबाद में स्थानीय अदालत के सामने पेश करने और ट्रांजिट गिरफ्तारी वारंट प्राप्त करने की बजाय सीआईडी ने विधायक को गुंटूर भेज कर दिया।
उन्होंने आरोप लगाया है किया कि उन्हें सीआईडी अधिकारी पीवी सुनील कुमार, पीएसआर अंजनेयुलु और कुछ अन्य पुलिस अधिकारियों ने रबर बेल्ट और लाठी से पीटा था। यहां तक कि तत्कालीन मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी के निर्देशों पर विधायक को हृदय संबंधी बीमारी के लिए दवा लेने की भी अनुमति नहीं दी गई।
एफआईआर में यह भी कहा गया है पुलिसकर्मियों ने उन्हें मारने की कोशिश की और उनका मोबाइल फोन ले लिया। पुलिस उन्हें मोबाइल फोन का पासवर्ड बताने तक प्रताड़ित करती रही।
आंध्र प्रदेश में इसी साल हुआ सत्ता परिवर्तन
आंध्र प्रदेश में इसी साल लोकसभा के साथ ही विधानसभा चुनाव भी हुए थे। राज्य में टीडीपी ने बड़ा उलटफेर करते हुए सत्ता हासिल की है। इसके बाद से ही पूर्व सीएम जगन मोहन रेड्डी और YSRCP विवादों में है। पिछले ही महीने गुंटूर में YSRCP का निर्माणाधीन कार्यालय प्रशासन ने बुलडोजर चलाकर गिरवा दिया। आरोप लगे कि निर्माण अवैध था। जगन मोहन आरोप लगा चुके हैं कि सत्ता बदलने के बाद मौजूदा सीएम चंद्रबाबू नायडू लगातार बदले की राजनीति कर रहे हैं। इससे पहले जगन मोहन के भी सीएम रहते हुए चंद्रबाबू नायडू को पिछले साल भ्रष्टाचार के गिरफ्तार किया गया था।