नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद केंद्र ने पाकिस्तान के खिलाफ कई सख्त फैसले लिए हैं। इनमें से एक फैसला पाकिस्तानी नागरिकों को वापस उनके वतन भेजने का है। इस संबंध में शुक्रवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सभी मुख्यमंत्रियों से बात की। उन्होंने सभी मुख्यमंत्रियों को निर्देश दिए कि पाकिस्तानी नागरिकों को वापस उनके देश भेजा जाए।

अमित शाह ने मुख्यमंत्रियों को दिए निर्देश

अमित शाह ने सभी मुख्यमंत्रियों से बात की और अपने-अपने राज्यों में रह रहे पाकिस्तानी नागरिकों की पहचान कर उन्हें तुरंत वापस पाकिस्तान भेजने के लिए ठोस कदम उठाने को कहा है। इसके साथ ही उन्होंने पाकिस्तानी नागरिकों के सभी वीजा रद्द करने के निर्देश भी जारी किए हैं। गृह मंत्रालय ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि पाकिस्तानी नागरिकों से संबंधित सभी वीजा तत्काल प्रभाव से रद्द किए जाएं। इसके साथ ही, सभी राज्य अपने क्षेत्र में रह रहे पाकिस्तानी नागरिकों को खोज-खोजकर उनकी वापसी सुनिश्चित करें।

पाकिस्तानी नागरिकों को तुरंत वापस भेजने का आदेश

गृह मंत्री अमित शाह ने मुख्यमंत्रियों से कहा कि पाकिस्तान से आए सभी लोगों को जल्द से जल्द अपने-अपने राज्यों से हटाया जाए। इस मामले में किसी भी तरह की ढिलाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी। इससे पहले, विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने बताया था कि सरकार की ओर से लिए गए निर्णय के तहत पाकिस्तानियों को जारी वीजा सेवाओं को निलंबित कर दिया गया है। हालांकि, यह निर्णय उन हिंदू पाकिस्तानी नागरिकों पर लागू नहीं होता, जिन्हें पहले से दीर्घकालिक वीजा (एलटीवी) जारी किए जा चुके हैं।

पहलगाम हमले के बाद एक्शन में मोदी सरकार

रणधीर जायसवाल ने कहा कि यह स्पष्ट किया जाता है कि 24 अप्रैल 2025 को पाकिस्तान के नागरिकों के लिए वीजा सेवाएं निलंबित करने का निर्णय पहले से जारी हिंदू पाकिस्तानी नागरिकों के दीर्घकालिक वीजा (एलटीवी) पर लागू नहीं होता। ऐसे वीजा वैध बने रहेंगे।

बता दें कि पहलगाम में आतंकी हमले के बाद से केंद्र की मोदी सरकार लगातार एक्शन में हैं। हमले के बाद भारत ने सबसे पहले कड़ा कदम उठाते हुए सिंधु जल समझौते को स्थगित कर दिया। भारत ने औपचारिक पत्र लिखकर समझौता रद करने की जानकारी पाक को दी।