पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता आजकल भीषण गर्मी की मार झेल रहा है। द इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार, कोलकाता में सोमवार को इस मौसम का सबसे गर्म दिन दर्ज किया गया है। इस दिन यहां पर अधिकतम तापमान 42 डिग्री सेल्सियस तक दर्ज किया गया है।
इस भीषण गर्मी के बीच शहर में पानी की भी भारी किल्लत हो रही है। कोलकाता नगर निगम (केएमसी) ने इस पर चिंता व्यक्त की है।
यहीं नही पानी की किल्लत पर बोलते हुए सोमवार को केएमसी के मेयर फिरहाद हकीम ने लोगों से पानी बर्बाद न करने की अपील की है। उन्होंने कहा है कि अगर लोग पानी को बर्बाद करना बंद नहीं करेंगे तो इससे आने वाले दिनों में शहर के कई इलाकों में पानी की सप्लाई पर असर पड़ सकता है।
हुगली नदी के जलस्तर में आई गिरावट
टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के अनुसार, शहर में वाटर ट्रीटमेंट प्लांट के जरिए फिल्टर किए गए पानी की बढ़ती मांग और हुगली नदी के जल स्तर में आई गिरावट से केएमसी के अधिकारी काफी चिंतित है।
रिपोर्ट में यह कहा गया है कि केएमसी जल आपूर्ति विभाग के एक अधिकारी ने बताया है कि भीषण गर्मी के कारण हुगली नदी के जलस्तर में लगातार गिरावट देखी जा रही है। इस कारण पल्टा वॉटरवर्क्स में इनटेक जेटी पर कच्चे पानी की निकासी बहुत हद तक प्रभावित हुई है।
अधिकारी ने चिंता जताते हुए कहा है कि हम 14 दिन के साइकल में केवल आठ दिन का ही पर्याप्त पानी निकाला जा सक रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि दिन पर दिन पानी की निकासी कम होती जा रही है जो हमारे लिए एक चिंता की बात है।
अधिकारियों ने आगे कहा है कि वे पानी के अधिकतम उत्पादन को बना रखने की पूरी कोशिश कर रहे हैं। आपको बता दें कि पल्टा वॉटरवर्क्स वह वाटर ट्रीटमेंट प्लांट है जिससे शहर के अहम हिस्सों तक पानी की सप्लाई होती है।
केएमसी के अधिकारियों ने गार्डन रीच वाटर ट्रीटमेंट प्लांट को लेकर भी चिंता जताई है जो दक्षिण कोलकाता के पानी सप्लाई को पूरा करता है।
भीषण गर्मी में पानी की मांग है बढ़ी
पिछले कुछ दिनों से चिलचिलाती गर्मी के कारण कोलकाता के कई इलाकों में पानी की मांग बढ़ी है। कोलकाता के कई इलाके जैसे बेहाला और टॉलीगंज-जादवपुर बेल्ट के लोग अब भी नल के पानी पर निर्भर करते हैं।
ऐसे में भीषण गर्मी के कारण नल का जलस्तर नीचे चला गया है जिससे लोगों को काफी दिक्कतें हो रही है। इन इलाकों में पानी की परेशानी को देखते हुए केएमसी ने 200 टैंकरों से पानी की सप्लाई की है।