तिरुवनंतपुरम: संसद से पारित वक्फ संशोधन विधेयक को लेकर देश की सियासत गरमा गई है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शनिवार आरोप लगाया कि "वक्फ बिल फिलहाल मुसलमानों पर हमला है, लेकिन यह भविष्य में अन्य समुदायों को निशाना बनाने की मिसाल बन सकता है।"
राहुल गांधी ने एक्स पर एक लेख साझा करते हुए लिखा, "मैंने पहले ही कहा था कि वक्फ बिल मुसलमानों पर हमला करता है और यह अन्य समुदायों को निशाना बनाने का रास्ता खोलता है। अब संघ का ध्यान ईसाइयों की ओर मुड़ गया है।" उन्होंने आगे कहा, "संविधान ही हमारे लोगों को ऐसे हमलों से बचाने की ढाल है, और इसे बचाना हम सभी की जिम्मेदारी है।"
दरअसल राहुल गांधी का यह बयान संघ के मुखपत्र 'ऑर्गनाइजर' में प्रकाशित एक लेख के बाद आया, जिसमें दावा किया गया कि भारत में वक्फ बोर्ड नहीं, बल्कि कैथोलिक चर्च सबसे बड़ा गैर-सरकारी जमीन का मालिक है। हालांकि यह लेख अब वेबसाइट से हटा लिया गया है। मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, लेख में कहा गया था कि चर्च के पास करीब 7 करोड़ हेक्टेयर जमीन है, जिसकी अनुमानित कीमत 20,000 करोड़ रुपये से अधिक है।
कांग्रेस ने बनाया मुद्दा
3 अप्रैल को प्रकाशित ऑर्गनाइजर के लेख 'भारत में किसके पास अधिक जमीन है? कैथोलिक चर्च बनाम वक्फ बोर्ड बहस' में दावा किया गया था कि कैथोलिक संस्थाओं ने ब्रिटिश काल में 'इंडियन चर्च एक्ट, 1927' के तहत बड़ी मात्रा में जमीन प्राप्त की थी। साथ ही आरोप लगाया गया कि चर्च से जुड़ी संस्थाएँ गरीब और आदिवासी समुदायों को सस्ती चिकित्सा और शिक्षा के माध्यम से ईसाई धर्म में परिवर्तित करने का प्रयास करती हैं और फिर उनकी जमीनें अधिग्रहित कर लेती हैं। हालाँकि चर्च इन आरोपों से इनकार करता है, लेकिन कुछ राज्यों में जमीन अधिग्रहण और धर्मांतरण से जुड़े मामलों की खबरें सामने आई हैं।
कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने भी इस मुद्दे पर चिंता जताई और कहा, “जैसा कि पहले कहा गया था एक अल्पसंख्यक को निशाना बनाया गया, अब दूसरे की बारी है।”
लेख की आलोचना करते हुए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रमेश चेन्निथला ने कहा कि भाजपा का अगला कदम कैथोलिक समुदाय के स्वामित्व वाली संपत्तियों को नियंत्रित करना है। समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए चेन्निथला ने कहा, "वक्फ बिल के पारित होने के समय, कांग्रेस और राहुल गांधी ने उल्लेख किया था कि अगला कदम ईसाइयों के खिलाफ होगा। 'ऑर्गनाइजर' (लेख) में स्पष्ट रूप से उल्लेख किया गया है कि भारत में कैथोलिक समुदाय के पास 7 करोड़ एकड़ जमीन है... अगला कदम कैथोलिक समुदाय के स्वामित्व वाली संपत्तियों को नियंत्रित करना होगा।"
#WATCH | Thiruvananthapuram, Kerala | Congress leader Ramesh Chennithala says, "The article published in the 'Organiser' is highly deplorable. During the time of the passing of the Waqf Bill, Congress and Rahul Gandhi mentioned that the next step will be against the Christians.… pic.twitter.com/PtmEghNbEF
— ANI (@ANI) April 5, 2025
कांग्रेस की दोहरी भूमिका पर उठे सवाल
वक्फ बिल पर बहस के दौरान राहुल गांधी ने कुछ नहीं कहा जबकि प्रियंका गांधी संसद में ही मौजूद नहीं थीं। दोनों नेताओं की इस निष्क्रियता पर इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग पार्टी ने काफी नाराजगी व्यक्त की। समस्त केरल जेम-इय्यथुल उलमा के मुखपत्र 'सुप्रभातम' में इसे काला धब्बा करार दिया। राहुल गांधी के कुछ नहीं बोलने पर भी सवाल उठाते हुए पूछा गया कि उन्होंने कुछ क्यों नहीं बोला जबकि उनका मानना है कि यह विधेयक मुसलमानों के मौलिक अधिकारों का हनन करता है।