सीमा पार से बढ़ती गोलीबारी के बीच भारत और पाकिस्तान की पुंछ में फ्लैग मीटिंग

हाल में राजौरी और पुंछ जिलों में नियंत्रण रेखा पर सीमा पार से पाकिस्तान की ओर से गोलीबारी में दो भारती. सैनिक घायल हो गए थे। इन घटनाओं के बीच भारतीय सेना ने भी जवाबी कार्रवाई की थी

Indian Army

प्रतीकात्मक तस्वीर Photograph: (IANS)

नई दिल्ली: पाकिस्तान की ओर से सीमा पार से गोलीबारी और आईईडी हमले की हालिया घटनाओं के बाद तनाव कम करने का प्रयास दोनों ओर की सेनाओं की ओर से किया गया है। इसी क्रम में भारत और पाकिस्तान की सेना ने शुक्रवार को जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर एक फ्लैग मीटिंग की।

सूत्रों ने बताया कि ब्रिगेड-कमांडर स्तर की फ्लैग मीटिंग चाकन-दा-बाग क्रॉसिंग पॉइंट क्षेत्र में हुई। इसमें दोनों पक्षों ने शांति बनाए रखने की जरूरत पर बात की। सूत्रों ने बताया कि सुबह 11 बजे शुरू हुई बैठक 75 मिनट तक चली। इस दौरान सौहार्दपूर्ण माहौल में दोनों सेनाओं के बीच बाततीच हुई। दोनों पक्ष सीमा पर शांति के व्यापक हित में संघर्ष विराम समझौते का सम्मान करने पर सहमत हुए।

बता दें कि 25 फरवरी, 2021 को भारत और पाकिस्तान द्वारा समझौते के नवीनीकृत करने के बाद से कम मौकों पर संघर्ष विराम का उल्लंघन हुआ है। हालांकि, हाल के दिनों में कुछ मौकों पर संघर्ष बढ़ने की भी सूचना आती रही है।

गोलीबार, IED हमले और जवाबी कार्रवाई

इसी महीने 11 फरवरी को जम्मू क्षेत्र के अखनूर सेक्टर में संदिग्ध आतंकवादियों द्वारा किए गए इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (IED) हमले में कैप्टन करमजीत सिंह बख्शी सहित दो सैन्यकर्मी मारे गए थे।

जैश-ए-मोहम्मद की शाखा पीपुल्स एंटी-फासिस्ट फ्रंट (पीएएफएफ) ने सोशल मीडिया पर जारी एक वीडियो क्लिप में हमले की जिम्मेदारी ली थी।

इसके अलावा राजौरी और पुंछ जिलों में नियंत्रण रेखा पर सीमा पार से गोलीबारी में दो सैनिक घायल हो गए, जबकि पिछले सप्ताह एक बारूदी सुरंग विस्फोट में सेना का एक अन्य जवान घायल हो गया था।

इन घटनाओं के बीच भारतीय सेना ने भी जवाबी कार्रवाई की थी, जिसमें पाकिस्तानी पक्ष को भी 'भारी क्षति' होने की खबरें हैं।

13 फरवरी को, पुंछ सेक्टर में नियंत्रण रेखा (एलओसी) के पास भिंबर गली सेक्टर में पाकिस्तान द्वारा संघर्ष विराम उल्लंघन के तुरंत बाद भारत ने कृष्णा घाटी सेक्टर में पाकिस्तानी सेना को भारी नुकसान पहुंचाते हुए जोरदार जवाबी कार्रवाई की थी।

हिंदुस्तान टाइम्स की एक रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से बताया गया कि पाकिस्तान भारतीय सैनिकों को निशाना बनाने के उद्देश्य से सीमा पार से गोलीबारी, स्नाइपर फायर और आईईडी विस्फोट करके एलओसी पर शांति को खराब करने की कोशिश कर रहा है।

10 फरवरी को, जम्मू स्थित व्हाइट नाइट कोर के जनरल ऑफिसर कमांडिंग लेफ्टिनेंट जनरल नवीन सचदेवा ने राजौरी जिले में नियंत्रण रेखा पर पाकिस्तानी हमलों और हालात की समीक्षा की थी।

उपराज्यपाल मनोज सिन्हा का बयान

इसी हफ्ते सोमवार को जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा था कि सेना उचित जवाब दे रही है। उन्होंने कहा कि सुरक्षा बलों को किसी भी कीमत पर आतंकवाद का सफाया करने के लिए पूरी ताकत लगाने के स्पष्ट निर्देश जारी किए गए हैं।

11 फरवरी को अखनूर में नियंत्रण रेखा के पास एक आईईडी विस्फोट में कैप्टन बख्शी और नायक मुकेश सिंह मन्हास के मारे जाने के बाद, मनोज सिन्हा ने 12 और 13 फरवरी को शीर्ष अधिकारियों के साथ श्रीनगर और जम्मू में दो सुरक्षा समीक्षा बैठकों की अध्यक्षता की थी।

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