Photograph: (ANI/IANS)
पटनाः बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने अपने बेटे तेज प्रताप यादव को पार्टी और परिवार से छह साल के लिए बाहर कर दिया है। लेकिन इस फैसले पर उनकी पूर्व बहू ऐश्वर्या राय ने बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है। उन्होंने इसे चुनावी ड्रामा और जनता को गुमराह करने की साजिश बताया है।
सोमवार को मीडिया से बात करते हुए ऐश्वर्या राय ने कहा, “यह सब एक चुनावी नाटक है। लालू परिवार और तेज प्रताप यादव एक ही टीम में हैं। विधानसभा चुनाव के बाद ये सब ठीक हो जाएगा और तेज प्रताप फिर से पार्टी में लौट आएंगे। यह सब दिखावे के लिए है।”
'जब मुझे पीटा गया, तब कहां था सामाजिक न्याय?'
ऐश्वर्या राय ने भावुक होते हुए कहा, “जब मुझे मारा-पीटा गया, प्रताड़ित किया गया, तब ये सब कहां थे? तब इनका सामाजिक न्याय कहां गया था? अब जब तेज प्रताप ने अपनी प्रेमिका अनुष्का यादव के साथ रिश्ते का खुलासा किया तो अचानक नैतिकता और मर्यादा की बातें करने लगे। कोई उनसे पूछे कि मेरे जीवन का क्या होगा? जब मैं इंसाफ मांग रही थी, तब सबने चुप्पी साध ली थी।”
शादी के 1 साल बाद टूट गया था तेज प्रताप-ऐश्वर्या का रिश्ता
तेज प्रताप यादव और ऐश्वर्या राय की शादी 2018 में बड़े धूमधाम से हुई थी। लेकिन कुछ ही महीनों में रिश्ता बिगड़ने लगा। ऐश्वर्या ने आरोप लगाए कि उन्हें शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित किया गया। उन्होंने कहा, “घर में मुझे घुटन का माहौल मिला। न सिर्फ तेज प्रताप, बल्कि घर की औरतों ने भी मुझे अपमानित किया। एक बार मुझे कमरे में बंद तक कर दिया गया था।”
ऐश्वर्या ने कहा कि उन्होंने महिला आयोग से लेकर अदालत तक हर दरवाज़ा खटखटाया, लेकिन लालू परिवार ने हमेशा चुप्पी साध ली। “हर बार मुझे ही कसूरवार ठहराया गया। कोई नहीं पूछता कि मेरे साथ क्या हुआ था। अब जब चुनाव सामने हैं, तो नैतिकता की बात की जा रही है। यह सब दिखावा है।”
ऐश्वर्या राय के आरोपों पर मीसा भारती ने क्या कहा?
तेज प्रताप की पूर्व पत्नी ऐश्वर्या राय द्वारा लगाए गए आरोपों पर पूछे गए सवाल के जवाब में राज्यसभा सांसद और बेटी मीसा भारती ने कहा, यह मामला अदालत में विचाराधीन है, इसलिए इस पर कोई टिप्पणी करना उचित नहीं होगा।" मीसा भारती ने इस पूरे विवाद पर संयमित रवैया अपनाते हुए साफ किया कि पार्टी का आधिकारिक रुख वही है, जो लालू प्रसाद यादव ने सार्वजनिक रूप से व्यक्त किया है।
मीसा भारती ने लालू यादव के फैसले पर कहा कि हमारे पिता और पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने अपना रुख पूरी तरह साफ कर दिया है। इसके बाद हमारे पास कहने के लिए कुछ नहीं बचता।
लालू यादव की पोस्ट में क्या कहा गया?
रविवार को लालू यादव ने सोशल मीडिया पर लिखा था कि तेज प्रताप का व्यवहार पार्टी और परिवार की मर्यादाओं के खिलाफ है, इसलिए उन्हें छह साल के लिए निष्कासित किया जाता है। लेकिन इस फैसले को लेकर अब सवाल उठने लगे हैं कि क्या यह केवल सार्वजनिक छवि बचाने की कवायद है?
जदयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा कि अगर निष्कासन सच है, तो तेजस्वी यादव को विधानसभा में तेज प्रताप की सदस्यता रद्द करने की प्रक्रिया शुरू करनी चाहिए। जदयू प्रवक्ता ने कहा कि सिर्फ बयानों से नहीं, औपचारिक कार्रवाई से यह साबित हो कि निष्कासन असली है, न कि सिर्फ 'आई वॉश'।
हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) के नेता और बिहार सरकार में मंत्री संतोष कुमार सुमन ने भी तेज प्रताप के निष्कासन को 'महज औपचारिकता' बताते हुए कहा, “यह फैसला केवल दिखावे के लिए है। लालू यादव को तेज प्रताप की गतिविधियों की जानकारी पहले से रही होगी, लेकिन उन्होंने पहले कोई ठोस कदम नहीं उठाया। यह कार्रवाई सिर्फ औपचारिक है, वास्तविक नहीं।”