नई दिल्लीः हांग कांग (Hong Kong) से नई दिल्ली आ रही एयर इंडिया (Air India ) की फ्लाइट बीच रास्ते से वापस लौट गई। बीच रास्ते से वापस लौटने की वजह पायलट ने विमान में कुछ संदिग्ध तकनीकी खामियां बताई हैं।
बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर द्वारा संचालित फ्लाइट AI315 हांग कांग से दिल्ली के लिए रवाना हुई थी लेकिन सुरक्षा के तौर पर इसे वापस हांग कांग लौटना पड़ा।
लुफ्थांसा की फ्लाइट वापस लौटी फ्रैंकफर्ट
इससे पहले आज सुबह लुफ्थांसा की भी एक फ्लाइट को वापस फ्रैंकफर्ट जाना पड़ा था। यह फ्लाइट हैदराबाद के राजीव गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर सुबह आने वाली थी। बम की धमकी के चलते इसे लैंडिंग क्लियरेंस नहीं मिली थी और फ्लाइट वापस फ्रैंकफर्ट पहुंची।
फ्लाइट संख्या LH752 जर्मनी के फ्रैंकफर्ट से हैदराबाद के लिए रवाना हुई थी।
हालांकि, विमान को बीच रास्ते से ही वापस लौटना पड़ा। इस बाबत समाचार एजेंसी एएनआई ने लुफ्थांसा एयरलाइंस के हवाले से लिखा "हमें हैदराबाद में लैंड करने की अनुमति नहीं मिली और इस वजह से विमान को यू-टर्न लेकर वापस जाना पड़ा।"
विमान के अचानक से मार्ग परिवर्तन की वजह से सवाल उठे हैं। लैंडिंग क्लियरेंस न मिलने की वजह से सवाल उठे हैं जबकि हवाई अड्डा अधिकारियों ने बम की धमकी मिलने की वजह बताई है।
इससे पहले 13 जून को भी एयर इंडिया विमान में देखी गई जब यह विमान थाइलैंड के फुकेत से दिल्ली आ रहा था। इस बीच विमान को बम से उड़ाने की धमकी मिली जिसके चलते टेक ऑफ के तुरंत बाद इसकी इमरजेंसी लैंडिंग कराई गई।
अहमदाबाद विमान क्रैश
बोइंग 787 ड्रीमलाइनर के अहमदाबाद में क्रैश होने के बाद से लोगों में भारी गुस्सा है। मारे गए लोगों के परिवारीजनों ने एयरलाइन के रखरखाव और पायलट प्रशिक्षण प्रक्रियाओं को लेकर गहरी निराशा व्यक्त की है। कई लोगों ने सुरक्षा प्रोटोकॉल में पूर्ण बदलाव और प्रबंधन से अधिक देखभाल की भी मांग की है।
सरकार ने अहमदाबाद में क्रैश हुए विमान की जांच के लिए एक उच्चस्तरीय समिति का गठन किया है। इस जांच समिति में नागरिक विमानन महानिदेशक (DGCA), विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (AAIB) और स्वतंत्र विमानन सुरक्षा विशेषज्ञ शामिल हैं। ये अधिकारी विमान में संभावित तकनीकी खामियों, रखरखाव रिकॉर्ड और घटना से पहले चालक दल की कार्रवाइयों की जांच करेंगे।
गौरतलब है कि 12 जून को एयर इंडिया की फ्लाइट अहमदाबाद से लंदन जा रही थी लेकिन टेक ऑफ के कुछ ही समय बाद क्रैश हो गई। इस विमान में क्रू सदस्यों समेत 242 लोग सवार थे जिसमें से 241 लोगों की मौत हो गई। इस विमान ने गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी भी सवार थे।