अहमदाबाद: एयर इंडिया की अहमदाबाद-लंदन फ्लाइट 171 के भीषण हादसे के बाद नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने बड़ा कदम उठाते हुए एयर इंडिया के सभी बोइंग 787-8 और 787-9 विमानों की विस्तृत सुरक्षा जांच का आदेश दिया है। यह आदेश 15 जून, रविवार से लागू होगा। हादसे में विमान में सवार 265 में से 264 लोगों की मौत हो गई, जबकि एक ब्रिटिश नागरिक विश्वास कुमार रमेश जीवित बच गए।
नागर विमानन महानिदेशालय (DGCA) ने टाटा समूह के स्वामित्व वाली एयर इंडिया की ड्रीमलाइनर श्रेणी के विमानों पर सख्त तकनीकी निगरानी शुरू कर दी है। इन विमानों में GenX इंजन लगे हैं। डीजीसीए के अनुसार, पिछले 15 दिनों में इस श्रेणी के विमानों में लगातार तकनीकी खराबियों की घटनाएं सामने आई हैं। इसलिए अब इनमें ईंधन प्रणाली और उससे संबंधित मानकों की गहन समीक्षा की जाएगी। इसके साथ-साथ केबिन एयर कंप्रेसर और उसकी सहायक प्रणालियों की तकनीकी जांच भी की जाएगी। इलेक्ट्रॉनिक इंजन नियंत्रण प्रणाली का परीक्षण भी अनिवार्य होगा। इंजन के फ्यूल-ड्रिवन एक्ट्यूएटर और ऑयल सिस्टम की कार्यक्षमता की भी जांच की जाएगी। इसके अलावा, हाइड्रोलिक सिस्टम की स्थिति की जांच और टेकऑफ के समय अपनाए गए मानकों की समीक्षा की जाएगी। फ्लाइट कंट्रोल सिस्टम का निरीक्षण और दो सप्ताह के भीतर पावर एश्योरेंस टेस्ट भी करवाया जाएगा। इन सभी प्रक्रियाओं को डीजीसीए के क्षेत्रीय कार्यालयों के समन्वय से पूरा किया जाएगा।
गुरुवार को अहमदाबाद के सरदार वल्लभभाई पटेल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से उड़ान भरते ही विमान कुछ ही मिनटों में गिर गया और बीजे मेडिकल कॉलेज परिसर में स्थित एक चिकित्सकों के हॉस्टल से जा टकराया। हादसे में 168 भारतीय, 53 ब्रिटिश, 7 पुर्तगाली और 1 कनाडाई नागरिक मारे गए। कॉलेज परिसर में चार एमबीबीएस छात्रों और एक डॉक्टर की पत्नी की भी मौत हुई। विमान के गिरने के समय वह आग की लपटों में घिर गया था, और दूर से ही काले धुएं का विशाल गुबार आसमान में देखा गया।
ब्लैक बॉक्स बरामद
विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (AAIB) ने शुक्रवार को एक ब्लैक बॉक्स बरामद करने की पुष्टि की। यह ब्लैक बॉक्स विमान की पूंछ (tail section) से बरामद किया गया। डीएफडीआर (डिजिटल फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर) के रूप में यह ब्लैक बॉक्स विमान की उड़ान के दौरान दर्ज की गई महत्वपूर्ण सूचनाएं प्रदान करेगा। जांच ब्यूरो ने अपने बयान में कहा कि ब्लैक बॉक्स की बरामदगी के लिए राज्य सरकार के 40 से अधिक कर्मचारी हमारी टीम के साथ स्थल पर जुटे और जांच कार्य तीव्रता से जारी है। हालांकि एयर इंडिया की ओर से अभी तक औपचारिक पुष्टि नहीं की गई है।
गौरतलब है कि 2024 में एक बोइंग इंजीनियर ने ड्रीमलाइनर विमानों की संरचनात्मक मजबूती को लेकर चिंता जताई थी। हालांकि अभी तक ऐसी कोई जानकारी नहीं है जो इन चिंताओं को सीधे इस हादसे से जोड़ती हो। बोइंग ने हादसे पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि वे एयर इंडिया और फ्लाइट 171 की जांच में हर संभव सहयोग के लिए तैयार हैं।