नई दिल्लीः इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) की गुजरात राज्य शाखा ने टाटा संस से आग्रह किया है कि हाल ही में अहमदाबाद हवाई अड्डे के पास हुए एयर इंडिया फ्लाइट AI-171 दुर्घटना में जान गंवाने और घायल हुए बीजे मेडिकल कॉलेज के छात्रों और डॉक्टरों को भी वित्तीय सहायता दी जाए।

यह दर्दनाक हादसा गुरुवार को हुआ, जिसमें विमान में सवार यात्रियों के साथ-साथ जमीन पर मौजूद मेडिकल कॉलेज के छात्रावास और कैंटीन में रह रहे कई लोगों की मौत हो गई। अब तक लगभग 275 लोगों के मारे जाने की पुष्टि हो चुकी है।

आईएमए ने टाटा संस से क्या अनुरोध किया?

एयर इंडिया के मालिक टाटा समूह ने हादसे में जान गंवाने वाले प्रत्येक व्यक्ति के परिजनों को 1 करोड़ रुपये का मुआवजा देने की घोषणा की है। इसी संदर्भ में आईएमए ने टाटा संस के चेयरमैन एन. चंद्रशेखरन को एक पत्र भेजकर इस घोषणा की सराहना की और आग्रह किया कि मेडिकल छात्रों और डॉक्टरों को भी इस सहायता में शामिल किया जाए।

आईएमए के पत्र में लिखा गया है, “हम आपसे विनम्रतापूर्वक अनुरोध करते हैं कि उन मेडिकल छात्रों और रेजिडेंट डॉक्टरों को भी वित्तीय और आवश्यक सहायता प्रदान करने पर विचार करें, जो इस दुर्भाग्यपूर्ण हादसे में घायल हुए या अपनी जान गंवा बैठे। ये केवल पीड़ित नहीं थे, बल्कि हमारी स्वास्थ्य प्रणाली के भावी स्तंभ थे। उनके परिवार भी बराबर की सहानुभूति और समर्थन के हकदार हैं।”

दो डॉक्टरों ने सुप्रीम कोर्ट में दायर की याचिका

इस घटना को लेकर सुप्रीम कोर्ट में भी एक जनहित याचिका दायर की गई है। डॉ. सौरव कुमार और डॉ. ध्रुव चौहान ने शुक्रवार को दायर याचिका में अदालत से अपील की है कि केंद्र सरकार को निर्देश दिया जाए कि वह सभी मृतकों के परिजनों को ₹50 लाख का अंतरिम मुआवजा दे, जिसमें बीजे मेडिकल कॉलेज के रेजिडेंट डॉक्टर भी शामिल हों। इसके अलावा याचिका में यह भी मांग की गई है कि सरकार मृतकों के परिवारों को पुनर्वास सहायता और रोजगार के अवसर प्रदान करे, ताकि वे इस त्रासदी से उबर सकें।

याचिका में यह भी मांग की गई है कि हादसे के कारणों की गहन जांच की जाए, और भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए ठोस उपाय किए जाएं।

 गुरुवार दोपहर को विमान ने अहमदाबाद से लंदन के गैटविक एयरपोर्ट के लिए उड़ान भरी थी लेकिन कुछ ही मिनटों में वह गिर गया और बीजे मेडिकल कॉलेज के छात्रावास और कैंटीन भवन से टकरा गया। हादसे में विमान में मौजूद सभी यात्रियों के अलावा कॉलेज के डॉक्टरों और कर्मचारियों सहित जमीन पर मौजूद कई लोग भी जान गंवा बैठे।

बीजे मेडिकल कॉलेज के जूनियर डॉक्टर्स एसोसिएशन के अध्यक्षडॉ. धवल गेमेती ने कहा कि “करीब 270 शव अब तक सिविल अस्पताल लाए जा चुके हैं। डीएनए पहचान प्रक्रिया के बाद शवों को परिजनों को सौंपा जाएगा।”

अहमदाबाद फायर एंड इमरजेंसी सर्विस के अनुसार, घटनास्थल से शवों के अवशेष और विमान का पिछला हिस्सा अब भी निकाले जा रहे हैं। क्रेन के जरिए मलबा हटाने की कार्रवाई टाटा अधिकारियों की निगरानी में शुरू होगी।