लखनऊः उत्तर प्रदेश में चुने गए कई सांसदों की लोकसभा सदस्यता खतरे में है। इसमें इंडिया गुट के सांसद भी शामिल हैं। इन सांसदों पर कई गंभीर आपराधिक मामले में आरोप तय हो चुके हैं। जिससे उन्हें दो वर्ष से अधिक की सजा हो सकती है। अगर ऐसा होता है तो इन सांसदों की सदस्यता खत्म हो सकती है।
गाजीपुर से अफजाल अंसारी
गाजीपुर सीट से जीतने वाले अफजाल अंसारी को गैंगस्टर एक्ट के एक मामले में पहले ही चार साल की सजा सुनाई जा चुकी है। पिछले महीने इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने उनकी सजा पर रोक लगा दी थी और इससे उन्हें चुनाव लड़ने की अनुमति मिल गई। इस मामले की सुनवाई जुलाई में होनी है। अगर अदालत ने अंसारी की सजा बरकरार रखी तो उनकी लोकसभा सदस्यता जा सकती है।
आजमगढ़ से धर्मेंद्र यादव
आजमगढ़ सीट से जीतने वाले धर्मेंद्र यादव के खिलाफ भी चार मामले लंबित हैं, अगर उन्हें दो साल की सजा होती है तो उनकी सदस्यता भी जा सकती है। धर्मेंद्र यादव ने आजमगढ़ सीट से भाजपा के दिनेश लाल यादव के खिलाफ 1 लाख से अधिक वोटों से जीत दर्ज की है।
जौनपुर सीट से बाबू सिंह कुशवाहा
जौनपुर सीट से जीते बाबू सिंह कुशवाहा की सांसदी भी खतरे में है। कुशवाहा पर एनआरएचएम घोटाले से जुड़े कई मामले चल रहे हैं। यह घोटाला उस समय का है जब वह मायावती सरकार में मंत्री हुआ करते थे। उनके खिलाफ 25 मामले दर्ज है, जिसमें से आठ में आरोप तय हो चुके हैं।
सुल्तानपुर से रोम भुआल निषाद
सुल्तानपुर सीट से भाजपा की मेनका गांधी को हराकर जीतने वाले राम भुआल निषाद पर आठ मामले दर्ज हैं, जिनमें से एक मामला गैंगस्टर एक्ट के तहत भी है। वे 2024 के लोकसभा चुनाव के ‘कमजोर’ विजेताओं में भी शामिल हैं।
चंदौली से वीरेंद्र सिंह
चंदौली लोकसभा सीट से पूर्व मंत्री महेंद्र नाथ पांडे को हराने वाले वीरेंद्र सिंह पर भी आपराधिक मामले दर्ज हैं। सपा के यह नेता अगर दोषी पाए गए तो यह उनके लिए बुरी खबर हो सकती है।
सहारनपुर से इमरान मसूद
सहारनपुर सीट से कांग्रेस के इमरान मसूद के खिलाफ भी आठ मामले दर्ज हैं। इनमें से एक मामला मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़ा है, जिसे ईडी ने दर्ज किया है। वहीं दो मामलों में उनके खिलाफ आरोप तय हो चुके हैं।
नगीना सीट से चंद्रशेखर आजाद
नगीना आरक्षित सीट से जीतने वाले आजाद समाज पार्टी के उम्मीदवार चंद्रशेखर आजाद पर 30 से ज्यादा मामले दर्ज हैं। अगर उन्हें किसी एक मामले में दो साल से ज्यादा की सजा होती है तो यह उनके राजनीतिक करियर के लिए बुरा होगा।
इन सांसदों के खिलाफ भी आरोप तय
रिपोर्ट की मानें तो उपर्युक्त के अलावा फतेहपुर सिकरी से भाजपा सांसद राजकुमार चाहर, मोहनलालगंज से सपा सांसद आरके चौधरी, बस्ती से सपा सांसद राम प्रसाद चौधरी, रालोद के बागपत से सांसद राजकुमार सांगवान, हाथरस सीट से जीत दर्ज करने वाले भाजपा के अनूप प्रधान और बिजनौर से रालोद सांसद चन्दन चौहान इत्यादि पर भी कई मामलों में आरोप तय हो चुके हैं।
अगर इन्हें सजा होती है तो इनकी सांसदी जा सकती है। गौरतलब है कि आपराधिक मामलों में दोषी पाए जाने के बाद कई राजनीतिक नेताओं को अपनी सदस्यता खोनी पड़ी है। जिनमें सपा नेता मोहम्मद आजम खान, उनके बेटे अब्दुल्ला आजम, खाबू तिवारी, विक्रम सैनी, राम डुलर गोंड, कुलदीप सेंगर और अशोक चंदेल के नाम शामिल हैं।