जयपुर: यूपी के कानपुर के बाद अब राजस्थान के अजमेर जिले में ट्रेन को पटरी से उतारने की कोशिश की गई है। कुछ अज्ञात लोगों द्वारा रेलवे ट्रैक पर सीमेंट के ब्लॉक को रखकर मालगाड़ी और अन्य ट्रेन को बेपटरी करने का प्रयास किया गया है।
ट्रैक से गुजर रही है अजमेर-अहमदाबाद ट्रेन के इंजन ने इन ब्लॉकों से टकरा गई थी जिसके बाद लोको पायलट ने रेलवे पुलिस को तुरंत सूचित किया था। घटना की जानकारी के बाद पूरे क्षेत्र का निरीक्षण किया था और घटनास्थल से दो सीमेंट ब्लॉक पाए गए थे।
यह घटना आठ सितंबर को वेस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर पर साराधना और बांगड़ स्टेशनों के बीच हुई है। पुलिस द्वारा अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है और जिम्मेदार लोगों की तलाश की जा रही है।
बता दें कि कानपुर में भिवानी-प्रयागराज कालिंदी एक्सप्रेस को पटरी से उतारने की इसी तरह की कोशिश के एक दिन बाद यह घटना घटी है। मामले की गहराई को देखते हुए पुलिस इसकी गहन जांच में लग गई है।
क्या है पूरा मामला
कुछ अज्ञात लोगों द्वारा राजस्थान के अजमेर में ट्रेन को बेपटरी करने की साजिश को नाकाम किया गया है। रेलवे के अधिकारियों ने मंगलवार को बताया कि अजमेर जिले में रेल की पटरियों पर सीमेंट ब्लॉक को रखकर एक मालगाड़ी को पटरी से उतारने की कोशिश की गई थी।
घटना में अजमेर-अहमदाबाद की ट्रेन का इंजन इन ब्लॉक से टकरा गया था और ट्रेन आगे निकल गई थी। रलवे पुलिस को सूचित करने के बाद घटनास्थल से अधिकारियों को लगभग 70 किलो के दो सीमेंट के ब्लॉक मिले थे।
एफआईआर में और रेलवे अधिकारी द्वारा क्या कहा गया है
एफआईआर में कहा गया है कि घटना की जानकारी आठ सितंबर की रात करीब 10:30 बजे मिली थी। रेलवे पुलिस ने बताया कि जब वे घटनास्थल पर पहुंचे थे तो उन्हें एक ब्लॉक टूटा और ट्रेक से नीचे गिरा दिखाई दिया था।
एक और ब्लॉक को ट्रेक से एक किलोमीटर दूर टूटा हुआ पाया गया था जिसे एक साइड में रखा गया था। एफआईआर में दोनों ब्लॉक को अलग-अलग जगहों पर रखे जाने की बात कही गई है। उत्तर पश्चिम रेलवे के एक अधिकारी ने कहा है कि रेलवे ट्रैक पर रेख गए ब्लॉक को एक मालगाड़ी ने टक्कर मारी है।
एक दिन पहले कानपुर में भी की गई थी ऐसे ही कोशिश
अजमेर के इस घटना से पहले कानपुर में भिवानी-प्रयागराज कालिंदी एक्सप्रेस को भी इसी तरीके से निशाना बनाकर उसे पटरी से उतारने का प्रयास किया गया था।
रविवार को बदमाशों ने पटरी पर एलपीजी सिलेंडर, पेट्रोल की बोतल और माचिस रखी थी ताकि ट्रेन पटरी से उतर सके लेकिन ऐसा नहीं हुआ और एक बड़ा हादसा होने से टल गया था।
पिछले महीने दो मामले आ चुके हैं सामने
इससे पहले 23 अगस्त को अहमदाबाद-जोधपुर वंदे भारत ट्रेन सीमेंट ब्लॉक से टकरा गई थी। इस टक्कर के बाद ट्रेन काफी देर तक रूकी थी और सही से चेक करने के बाद ही ट्रेन को रवाना किया गया था।
इसके आलावा 28 अगस्त को राजस्थान के बारां जिले में रेलवे ट्रैक पर एक मोटरसाइकिल की चेसिस मिली थी। हालांकि समय रहते हुए ड्राइवर ने इमरजेंसी ब्रेक लगा दी थी जिसके चलते एक बड़ा हादसा होने से टल गया था।