लखनऊ: उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ में समाजवादी पार्टी के कार्यवाहक जिलाध्यक्ष गुलशन यादव पर प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई की है। जिलाधिकारी ने उत्तर प्रदेश गिरोहबंद एवं समाज विरोधी क्रियाकलाप निवारण अधिनियम 1986 की धारा 14(1) के तहत यादव की संपत्ति जब्त करने का आदेश दिया है। प्रतापगढ़ डीएम ने गुलशन यादव के खिलाफ सख्त कदम उठाते हुए लग्जरी वाहन, आवासीय जमीन (चल- अचल सम्पत्ति/ आवासीय जमीन जब्तीकरण की कार्रवाई का आदेश जारी किया है। सपा नेता की सात करोड़ पंद्रह हजार पांच सौ दो रुपए की चल-अचल संपत्ति कुर्क करने का आदेश जारी किया गया है।

बता दें कि प्रतापगढ़ जिला प्रशासन ने गुलशन यादव को गैंगस्टर एक्ट के तहत गैंगलीडर घोषित किया है। प्रशासन ने गुलशन यादव को गैंगलीडर करार देते हुए यह एक्शन लिया है। जो नगर कोतवाली, कुंडा और मनिकापुर कोतवाली क्षेत्र से जुड़ा है।

गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई

उत्तर प्रदेश गिरोहबंद एवं समाज विरोधी क्रियाकलाप (निवारण) अधिनियम 1986 की धारा 14(1) के तहत यह कार्रवाई की गई है। जिला मजिस्ट्रेट की अदालत ने आदेश जारी किया है। इसके तहत गुलशन यादव की लग्जरी गाड़ी और आवासीय जमीन समेत कुल 7,00,15,502।33 रुपये मूल्य की संपत्ति जब्त की जाएगी।

लंबे समय से जिले में सक्रिय गुलशन यादव सपा प्रमुख अखिलेश यादव के करीबी नेताओं में से एक है। वह लंबे समय से जिले में सक्रिय है। प्रशासन की इस कार्रवाई से राजनीतिक गलियारों में हलचल मच गई है। स्थानीय स्तर पर इसे कानून व्यवस्था को मजबूत करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।

50 से अधिक मामले दर्ज

अपर पुलिस अधीक्षक संजय राय ने बताया कि जिलाधिकारी के आदेश पर गैंग लीडर गुलशन यादव की गाड़ी, जमीन और अन्य संपत्तियों सहित कुल 7 करोड़ 15 हजार 502 रुपये की संपत्ति जब्त की जा रही है। गुलशन यादव के खिलाफ 50 से अधिक आपराधिक मामले दर्ज हैं, जिनमें से अधिकांश प्रतापगढ़ जिले में हैं।

राजा भैया के खिलाफ लड़े थे चुनाव

बता दें कि गुलशन यादव समाजवादी पार्टी के बैनर तले दो बार कुंडा विधानसभा से बाहुबली विधायक रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया के खिलाफ विधानसभा का चुनाव भी लड़ चुका है। दोनों चुनाव में उसे हार का सामना करना पड़ा था। गुलशन कभी राजा भैया के साथ हुआ करता था लेकिन सियासत के चलते राहें जुदा हो गईं। चुनाव टाइम दोनों के बीच तल्ख बयानबाजी भी देखने को मिली थी।