चंडीगढ़: पंजाब पुलिस द्वारा किसान नेताओं की गिरफ्तारी सहित शंभू और खनौरी बॉर्डर को देर शाम खाली करा लिए जाने के बाद विपक्षी दलों ने राज्य में सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी (आप) पर निशाना साधा है। विपक्षी दलों ने भगवंत मान के साथ-साथ आप प्रमुख अरविंद केजरीवाल को भी आड़े हाथों लिया। पुलिस ने केंद्र और किसान प्रतिनिधियों की बैठक बेनतीजा होने के बाद पंजाब सरकार के निर्देश पर आंदोलनकारियों को हटाने की कार्रवाई देर शाम शुरू की थी।
पुलिस ने सबसे पहले जगजीत सिंह डल्लेवाल, किसान मजदूर मोर्चा के प्रमुख सरवन सिंह पंढेर सहित कई किसान नेताओं को हिरासत में लिया। किसान नेताओं को उस समय हिरासत में लिया गया जब वे चंडीगढ़ में केंद्र सरकार के प्रतिनिधिमंडल के साथ बैठक में हिस्सा लेने के बाद वापस शंभू बॉर्डर की ओर लौट रहे थे। मोहाली में पंजाब पुलिस ने इनके काफिले को रोका और हिरासत में लिया। इसके बाद पुलिस ने खनौरी और शंभू बॉर्डर से प्रदर्शनकारियों को हटाना शुरू किया।
भाजपा ने साधा निशाना
भाजपा नेता अमित मालवीय ने X पर एक पोस्ट में लिखा, 'अरविंद केजरीवाल ने कभी दिल्ली की सीमाओं पर विरोध कर रहे किसानों को पानी, बिजली और वाईफाई मुहैया कराया था, लेकिन अब पंजाब की आप सरकार उनके टेंट और कैंपसाइट को हटाने के लिए बुलडोजर का इस्तेमाल कर रही है।'
उन्होंने आगे लिखा, 'पिछले किसान आंदोलन के प्रायोजक - किसान संगठनों के स्वयंभू संरक्षक, विदेशी वित्तपोषित एनजीओ (जिनमें जॉर्ज सोरोस द्वारा समर्थित एनजीओ भी शामिल हैं), कनाडा स्थित पंजाबी पॉप गायक और एक मुद्दे से दूसरे मुद्दे पर कूदने वाले अंतरराष्ट्रीय सेलिब्रिटी कार्यकर्ता अब पूरी रूप से चुप हैं। ऐसा प्रतीत होता है कि विरोध प्रदर्शन कभी भी किसानों के बारे में नहीं थे, बल्कि केंद्र सरकार को निशाना बनाने के लिए थे। नहीं तो, जब पंजाब के प्रदर्शनकारी किसानों की अब वैध मांगें हैं - जिनका वादा खुद AAP ने चुनावों के दौरान किया था - तो इस पूरी चुप्पी को कैसे समझा जाए?'
Arvind Kejriwal once provided water, electricity, and WiFi to farmers protesting at the Delhi border, but now the AAP government in Punjab is using bulldozers to dismantle their tents and campsites.
— Amit Malviya (@amitmalviya) March 19, 2025
The sponsors of the previous farmer agitation—the self-proclaimed guardians of… https://t.co/qnZzachnaw
दूसरी ओर पंजाब भाजपा नेता फतेहजंग सिंह बाजवा ने कहा, 'केंद्र सरकार ने किसानों से बातचीत करने के लिए अपने मंत्रियों की टीम भेजी है, लेकिन लुधियाना पश्चिम के व्यापारियों साफ कहा है कि वे उन्हें (AAP) वोट नहीं देंगे, क्योंकि सभी सड़कें बंद हैं और उन्हें नुकसान हो रहा है। अरविंद केजरीवाल के लिए राज्यसभा सीट सुनिश्चित करने और लुधियाना पश्चिम उपचुनाव जीतने के लिए उन्होंने जगजीत सिंह डल्लेवाल और सरवन सिंह पंढेर को हिरासत में लिया है। भाजपा पंजाब के किसानों के साथ है। पंजाब के सीएम भगवंत मान और अरविंद केजरीवाल ने किसानों के साथ खिलवाड़ किया है।'
कांग्रेस और शिअद ने भी साधा निशाना
कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने पंजाब सरकार की कार्रवाई को लेकर कहा, पहले शांति समझौते के लिए बुलाया, फिर गिरफ्तारी का कुच्रक चलाया ! भाजपा की केंद्र सरकार व पंजाब की आम आदमी सरकार ने मिलकर किसानों को MSP गारंटी पर बात चीत को बुलाकर और “धोखे से गिरफ्तारी” कर विश्वासघात किया है। देश के 62 करोड़ किसान इस षड्यंत्रकारी विश्वासघात को कभी माफ नहीं करेंगे। BJP और AAP ने आज वही किया है, जो दुर्योधन ने भगवान कृष्ण के साथ किया था जब वो पांडवों के 12 साल के वनवास और एक साल के अज्ञातवास के बाद संधि प्रस्ताव लेकर हस्तिनापुर गये थे।'
पहले शांति समझौते के लिए बुलाया,
— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) March 19, 2025
फिर गिरफ्तारी का कुच्रक चलाया !
भाजपा की केंद्र सरकार व पंजाब की आम आदमी सरकार ने मिलकर किसानों को MSP गारंटी पर बात चीत को बुलाकर और “धोखे से गिरफ्तारी” कर विश्वासघात किया है ।
देश के 62 करोड़ किसान इस षड्यंत्रकारी विश्वासघात को कभी माफ नहीं… pic.twitter.com/njyxYKmvZz
पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस सांसद चरणजीत सिंह चन्नी ने कहा, 'किसानों पर साजिश के तहत हमला किया जा रहा है, सिर्फ पंजाब नहीं बल्कि पूरा किसान समुदाय आज बड़े हमले का सामना कर रहा है। आज एक बैठक हुई जिसमें तय हुआ कि अगले दौर की बातचीत 4 मई को होगी लेकिन उन पर पीछे से हमला किया गया और उन्हें धोखा दिया गया। सड़क किसानों ने नहीं, सरकार ने रोकी है। वे (किसान) दिल्ली आना चाहते हैं।'
दूसरी ओर शिरोमणि अकाली दल की सांसद हरसिमरत कौर बादल ने कहा, 'पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान अपना मानसिक संतुलन खो चुके हैं। अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठे जगजीत सिंह डल्लेवाल को भी पुलिस ने हिरासत में लिया है। चुनाव के दौरान पंजाब के सीएम भगवंत मान ने वादा किया था कि वह किसानों की सभी मांगों को पूरा करेंगे, लेकिन सरकार बनने के बाद वह किसानों से सिर्फ झूठ बोल रहे हैं। पंजाब में आज कोई भी सुरक्षित नहीं है।'