नई दिल्ली: दिल्ली चुनाव में हारने के बाद आम आदमी पार्टी (AAP) में अब फूट पड़ती नजर आ रही है। दरअसल, आम आदमी पार्टी के तीन पार्षद बीजेपी में शामिल हो गए हैं। दिल्ली भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने इन्हें पार्टी की सदस्यता दिलाई। इसके बाद वीरेंद्र सचदेवा ने कई आप नेताओं के भाजपा में शामिल होने का संकेत भी दिया। दावा किया, "मुझसे आप के कई नेता मुलाकात करके गए हैं। वो भी जल्द ही भाजपा का दामन थामेंगे। हम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में विकसित भारत के संकल्प को जमीन पर उतारने की दिशा में काम कर रहे हैं।" उन्होंने आगे कहा कि अब हम भारत की तर्ज पर दिल्ली को भी विकसित बनाने की दिशा में संकल्पित हैं। हम दिल्ली में ऐसा काम करेंगे कि आने वाले दिनों में दिल्ली के लोग खुद पर गर्व करेंगे। दिल्ली विधानसभा चुनाव में हमें जीत मिली है। अब हम दिन-रात दिल्ली के विकास के लिए काम करेंगे।

सचदेवा ने कहा, "पिछली दिल्ली सरकार के सारे पाप खत्म होने जा रहे हैं और सजा भी उसी हिसाब से दी जाएगी। चाहे शीश महल हो, शराब घोटाला हो, जल बोर्ड घोटाला हो, पैनिक बटन घोटाला हो, राशन कार्ड घोटाला हो या मोहल्ला क्लीनिक घोटाला हो। एक-एक पाई वसूली जाएगी। जिस किसी ने भी दिल्ली को लूटा है, उसे बख्शा नहीं जाएगा। आम आदमी पार्टी का कोई शीर्ष नेतृत्व नहीं है। वहां पर सिर्फ जमानती अपराधी हैं।"

पार्टी में शामिल होने वालों में एंड्रयूज गंज से पार्षद अनीता बसोया, चपराना से पार्षद निखिल और आरके पुरम से पार्षद धर्मवीर शामिल हैं।

अप्रैल में होना है मेयर का चुनाव

बता दें कि इसी साल अप्रैल में दिल्ली नगर निगम के मेयर का चुनाव होना है। दिल्ली विधानसभा चुनाव में जीत के बाद अब एमसीडी में भी बीजेपी का पलड़ा भारी होगा। विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने 48 सीटें हासिल की हैं तो वहीं आम आदमी पार्टी के खाते में 22 सीटें आई हैं।

आम आदमी पार्टी के कई पार्षदों का बीजेपी में शामिल होने से दिल्ली की सियासत में खासा बदलाव होने वाला है। ऐसे में दिल्ली में बीजेपी की ट्रिपल इंजन की सरकार बनना तय हो गया है। दिल्ली विधानसभा के बाद दिल्ली नगर निगम में सत्ता परिवर्तन होना तय हो गया है। मार्च के आखिर में होने वाले मेयर चुनाव में बीजेपी का मेयर बनना तय माना जा रहा है। 

दिल्ली में ट्रिपल इंजन सरकार!

अभी तक आम आदमी पार्टी के एक दर्जन पार्षद बीजेपी में शामिल हो चुके हैं। इसके साथ ही मेयर चुनाव में जिन 14 विधायकों का वोट डाला जाएगा, उनमें से 10 विधायक इस बार बीजेपी के होंगे। बता दें कि दिल्ली के मेयर चुनाव में 250 निर्वाचित पार्षदों के साथ-साथ 10 सांसद (7 लोकसभा और 3 राज्यसभा) और 14 नामित विधायकों (जो पक्ष और विपक्ष के विधायकों के अनुपात के अनुसार होते हैं) का भी वोट होता है। मार्च के बाद दिल्ली की स्थिति कुछ इस प्रकार हो सकती है। केंद्र में बीजेपी की सरकार, दिल्ली में बीजेपी की सरकार और दिल्ली नगर निगम में भी बीजेपी की सरकार हो सकती है।