नई दिल्लीः यमुना नदी में अमोनिया की मात्रा में हुई वृद्धि को लेकर जुबानी जंग लगातार जारी है। एक तरफ यह मामला चुनाव आयोग तक पहुंच गया है, तो दूसरी तरफ भाजपा और आम आदमी पार्टी (आप) के बीच भी जुबानी जंग तेज है।
आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल समेत अन्य नेता लगातार भाजपा और हरियाणा सरकार पर आरोप लगा रहे हैं कि वह जानबूझकर चुनाव को प्रभावित करने के लिए अमोनिया युक्त पानी दिल्ली की तरफ छोड़ रहे हैं, जिससे दिल्ली के वाटर ट्रीटमेंट प्लांट बंद हो गए हैं और लगभग 30 प्रतिशत आबादी को पीने के पानी की किल्लत हो गई है।
दूसरी तरफ भाजपा की तरफ से लगातार कहा जा रहा है कि जब अरविंद केजरीवाल यमुना को साफ ही नहीं कर पाए तो वह आरोप कैसे लगा रहे हैं?
दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने बुधवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट के जरिए हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी को लिखा, “मुझे पता चला है कि आप यमुना नदी के पल्ला घाट जा रहे हैं। मेरा आग्रह है कि आप और मैं साथ चलते हैं, मीडिया के साथियों को भी लेकर चलते हैं। सबके सामने अमोनिया की मात्रा को नापेंगे। सबको पता चलना चाहिए कि हरियाणा दिल्ली वालों को जहरीला पानी भेज रही है।”
आतिशी के इस पोस्ट का जवाब देते हुए हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने भी कहा, “आप-दा की खड़ाऊं मुख्यमंत्री आतिशी मार्लेना जी, पल्ला गांव के यमुना तट पर आपका स्वागत है। हरियाणा से दिल्ली आने वाले पानी में तो जहर नहीं है, लेकिन आप लोगों के दिमाग में जहर जरूर भरा हुआ है। कभी पानी की कमी के लिए, कभी पराली के धुएं के लिए तो कभी अपनी तमाम विफलताओं के लिए हमेशा आप हरियाणावासियों को ही कोसती रहती हैं।”
इससे पहले भी मंगलवार को इस मुद्दे को लेकर दिल्ली और पंजाब के सीएम चुनाव आयोग पहुंचे थे। जहां चुनाव आयोग ने कहा था कि हरियाणा का पक्ष सुनने के बाद मामले में फैसला सुनाया जाएगा।
यमुना पर दिए बयान को लेकर केजरीवाल को मांगनी चाहिए माफी: राजीव रंजन
जनता दल (यू) के प्रवक्ता राजीव रंजन ने बुधवार को न्यूज एजेंसी आईएएनएस से बात की। इस दौरान उन्होंने आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल के यमुना नदी में जहर मिलाने वाले बयान और मामले में चुनाव आयोग के संज्ञान लेने समेत अन्य मुद्दों पर प्रतिक्रिया दी।
जेडीयू प्रवक्ता ने कहा, अरविंद केजरीवाल बुरी तरह से घिर गए हैं। भाजपा ने उन पर सवालों का बौछार कर दी है। केजरीवाल के पास भाजपा व चुनाव आयोग के सवालों का जवाब नहीं है। केजरीवाल एक नेता हैं, पार्टी के संयोजक हैं, दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री रहे हैं, उनके द्वारा इस तरह के बयान कैसे आ सकते हैं। मैं समझता हूं उनके पास अपनी बात साबित करने के लिए कुछ भी नहीं है। इसलिए उन्हें अपने बयान को वापस लेकर माफी मांगनी चाहिए।
उधर, दिल्ली विधानसभा चुनाव को लेकर लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी और अरविंद केजरीवाल आमने-सामने आ गए हैं। राहुल गांधी ने एक रैली में शीश महल का जिक्र किया। केजरीवाल भी कांग्रेस पर हमलावर हैं। इस पर जब जेडीयू के प्रवक्ता से प्रतिक्रिया मांगी गई, तो उन्होंने कहा कि यह लोग कल तक साथ थे और पीएम मोदी और एनडीए पर हमला कर रहे थे। लेकिन, दिल्ली विधानसभा चुनाव में ये एक-दूसरे के खिलाफ हैं। कांग्रेस का अतीत घोटालों से भरा रहा है। आम आदमी पार्टी भी भ्रष्ट है। इसे लेकर निराशा इसलिए भी है, क्योंकि केजरीवाल और उनकी पार्टी अन्ना आंदोलन के गर्भ से निकली थी। सभी ने सोचा था कि वह अच्छी राजनीति करेंगे। लेकिन जिस तरह से वह शराब घोटाले में सुर्खियों में रहे, जेल गए, उसे देखते हुए अब जनता के पास भाजपा ही विकल्प है।
बिहार में प्राइवेट स्कूलों के छात्रों की तुलना में सरकारी स्कूल के छात्रों के बेहतर प्रदर्शन पर उन्होंने कहा कि यह दो दशकों के निरंतर प्रयास का नतीजा है। इसका श्रेय बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को जाता है।
(यह खबर समाचार एजेंसी आईएएनएस फीड द्वारा प्रकाशित है। शीर्षक बोले भारत डेस्क द्वारा दिया गया है)