नई दिल्लीः 12 निर्वासितों को लेकर एक विमान दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर रविवार शाम पहुंचा। इस फ्लाइट में सवार लोगों को पनामा से लाया गया है। गौरतलब है कि अमेरिका में प्रवेश के दौरान 299 अवैध प्रवासियों को अमेरिका द्वारा पकड़े जाने के बाद उन्हें पनामा भेजा गया था। 

पनामा, अमेरिका के साथ मिलकर अवैध प्रवासियों की वापसी में मिलकर सहयोग कर रहा है। पनामा के राष्ट्रपति ने कहा था कि निर्वासित लोगों के लिए वह एक ब्रिज देश की भूमिका निभाएगा।

पनामा के साथ-साथ कोस्टा रिका भी इसमें सहयोग कर रहा है। हालांकि बीते दिनों पनामा के एक होटल से अवैध प्रवासियों द्वारा मांगी जा रही मदद के कुछ फोटोज सोशल मीडिया पर वायरल हुए थे। 

चार लोग पंजाब से हैं

वापस लाए गए 12 लोगों में से चार पंजाब से हैं। वहीं, हरियाणा और उत्तर प्रदेश से तीन-तीन लोग हैं। इंडिया टुडे की एक खबर के मुताबिक, पंजाब के अलग-अलग जिलों में रहने वाले इन चारों लोगों को फ्लाइट से अमृतसर भेजा गया है।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अमेरिका द्वारा पनामा में कुल 299 लोगों को भेजा गया है। हालांकि इन लोगों में कितने हैं, इसके बारे में स्पष्टता नहीं है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा था कि इन लोगों का सत्यापन किया जाएगा और फिर घर वापसी की व्यवस्था की जाएगी। 

ट्रंप ने चुनाव प्रचार के दौरान कहा था कि वह अमेरिका में अवैध तरह से रह रहे लोगों को वापस भेजेंगे। राष्ट्रपति पद की शपथ लेने के बाद ट्रंप ने अपने चुनावी वादे को पूरा करते हुए कई देशों के अवैध प्रवासियों को वापस भेजना शुरू किया। अब तक अमेरिका से तीन विमानों में 332 प्रवासी वापस आ चुके हैं। भारत के अलावा ब्राजील, ग्वाटेमाला, पेरू, होंडुरास देशों में भी अवैध प्रवासियों को वापस भेजा गया है। 

पनामा में भेजे गए 299 लोगों में से सिर्फ 172 ने अपने देश वापस जाने पर सहमति जताई है जबकि अन्य लोगों ने वापस जाने से इंकार किया है।