rahul gandhi Photograph: (Social Media)
नई दिल्ली: कांग्रेस सांसद राहुल गांधी की ओर से महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव पर उठाए सवालों का चुनाव आयोग ने जवाब दिया है। चुनाव आयोग के सूत्रों ने मंगलवार को कांग्रेस के उस आरोप को खारिज किया, जिसमें कहा गया था कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों के दौरान मतदाता सूची के साथ छेड़छाड़ की गई थी। न्यूज एजेंसी एएनआई ने ईसीआई सूत्रों के हवाले से मंगलवार को , 'महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में 6,40,87,588 मतदाताओं ने सुबह 7 बजे से शाम 6 बजे तक मतदान केंद्रों पर पहुंचकर वोट डाला। औसतन प्रति घंटे लगभग 58 लाख वोट पड़े। इस एवरेज ट्रेंड के अनुसार, आखिरी दो घंटों में करीब 116 लाख मतदाता वोट डाले जा सकते थे। इसलिए, दो घंटों में 65 लाख मतदाताओं की ओर से वोट डालना औसत प्रति घंटे के वोटिंग ट्रेंड से काफी कम है। साथ ही यह (कांग्रेस नेता) राहुल गांधी के आरोपों के उलट है।'
राहुल गांधी के आरोप पर EC का जवाब
सूत्रों ने आगे कहा कि हर पोलिंग बूथ पर वोटिंग उम्मीदवारों या राजनीतिक दलों द्वारा नियुक्त पोलिंग एजेंटों की मौजूदगी में हुई। कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवारों या उनके अधिकृत एजेंटों ने मतदान के अगले दिन रिटर्निंग अधिकारी (आरओ) और चुनाव पर्यवेक्षकों के सामने किसी भी तरह के असामान्य मतदान को लेकर कोई शिकायत नहीं की। मतदाता सूची जन प्रतिनिधित्व कानून, 1950 और मतदाता पंजीकरण नियम, 1960 के तहत तैयार की जाती है, महाराष्ट्र भी इसमें शामिल है। कानून के अनुसार, हर साल या चुनाव से ठीक पहले मतदाता सूची की एक विशेष समीक्षा की जाती है। इसके बाद अंतिम मतदाता सूची की एक प्रति (कॉपी) सभी राष्ट्रीय और राज्य स्तर के दलों को दी जाती है, जिसमें कांग्रेस भी शामिल है।
'चुनाव से पहले नहीं उठाई गई कोई गंभीर आपत्ति'
महाराष्ट्र चुनाव के दौरान जब अंतिम मतदाता सूची तैयार हुई, तो कुल 9,77,90,752 मतदाताओं के मुकाबले पहली अपील करने वाले अधिकारी (डीएम) के पास सिर्फ 89 अपीलें दर्ज की गईं और दूसरी अपील करने वाले अधिकारी (सीईओ) के पास केवल 1 अपील दर्ज हुई। चुनाव आयोग के सूत्रों ने कहा कि इससे साफ है कि कांग्रेस या किसी भी दूसरे दल की ओर से चुनाव से पहले कोई गंभीर आपत्ति नहीं उठाई गई।
चुनाव आयोग के सूत्रों ने कहा कि जब 1,00,427 मतदान केंद्रों के लिए मतदाता सूची को अपडेट किया गया, तो 97,325 बूथ-स्तरीय अधिकारी नियुक्त किए गए। साथ ही, सभी राजनीतिक दलों की ओर से 1,03,727 बूथ-स्तरीय एजेंट भी लगाए गए, जिसमें कांग्रेस के 27,099 एजेंट शामिल थे। इसलिए,महाराष्ट्र की मतदाता सूची को लेकर लगाए गए ये बेबुनियाद आरोप कानून के शासन का अपमान हैं।
राहुल गांधी ने लगाए थे गंभीर आरोप
चुनाव आयोग की यह प्रतिक्रिया राहुल गांधी के उस आरोप के बाद आई है, जो उन्होंने अमेरिका के बोस्टन शहर में प्रवासी भारतीयों को संबोधित करते हुए लगाया था। राहुल गांधी ने कहा था कि भारत का चुनाव आयोग निष्पक्ष नहीं रहा है और यह भी कहा कि चुनावी व्यवस्था में कुछ बहुत गड़बड़ियां हैं।