जम्मू: जम्मू कश्मीर के कठुआ में हाल ही में देखे गए संदिग्ध आतंकवादियों के खिलाफ अभियान चलाते हुए कठुआ पुलिस ने चार आतंकवादियों के स्केच जारी किए हैं। जानकारी के अनुसार, इन आतंकवादियों को कठुआ जिले के ऊंचे इलाके खासकर 'ढोक' (मिट्टी के घरों) में देखा गया है जिसके बाद सुरक्षा बल अलर्ट हो गए हैं।

इन आतंकवादियों के पाकिस्तान स्थित जैश-ए-मोहम्मद से जुड़े समूह कश्मीर टाइगर्स से रिश्ते होने का शक है। दावा है कि इस ग्रुप के कुछ आतंकवादियों ने हाल में देश में घुसपैठ की है।

पुलिस ने संदिग्ध आतंकवादियों के बारे में जानकारी देने वालों को इनाम भी देने का ऐलान किया है। कुछ आतंकवादियों के घुसपैठ करने करने की खबर मिलने पर सुरक्षा बल और पुलिस ने सतर्कता बरती है और इनाम की घोषणा की है।

सुरक्षा बलों द्वारा यह कदम तब उठाया गया है जब इससे पहले कठुआ जिले में आंतकवादियों द्वारा हमले में जूनियर कमीशंड अधिकारी (जेसीओ) सहित पांच सैनिकों की मौत हो गई थी।

व्यापक तलाशी अभियान के बावजूद हमला करने वाले इन आतंकवादियों की अभी तक कोई भी जानकारी नहीं मिल पाई है और इनकी खोज के लिए तलाशी अभियान अभी भी जारी है।

आतंकियों के बारे में विश्वसनीय जानकारी पर मिलेंगे उचित पुरस्कार

इन आतंकियों को आखिरी बार मल्हार, बानी और सियोजधार में देखा गया था। पुलिस ने जनता से अपील की है कि अगर इन आतंकवादियों के बारे में कोई जानकारी मिले, तो तुरंत पुलिस को सूचित किया जाए।

हर आतंकवादी के बारे में कार्रवाई योग्य सूचना देने पर पांच लाख रुपए का इनाम रखा गया है। इसके अलावा, जिन लोगों के पास इन आतंकवादियों के बारे में विश्वसनीय जानकारी है, उन्हें भी उचित पुरस्कार देने का वादा किया गया है।

कठुआ पुलिस ने सुरक्षा बढ़ा दी है और इन आतंकवादियों की खोज में व्यापक अभियान शुरू किया है। पुलिस ने जनता से अपील की है कि वे सतर्क रहें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की जानकारी तुरंत साझा करें।

संदिग्ध गतिविधियों के बारे में जानकारी के बाद जारी हुआ स्केच

इन चारों आतंकवादियों की गतिविधियों को लेकर सुरक्षा एजेंसियां ​​काफी समय से चौकन्नी थीं। उन्हें घाटी के कुछ संवेदनशील इलाकों में देखा गया था, जहां उनकी संदिग्ध गतिविधियों के बारे में स्थानीय लोगों ने पुलिस को सूचित किया। इसके बाद कठुआ पुलिस ने तेजी से कार्रवाई करते हुए इन संदिग्धों के स्केच तैयार किए और उन्हें सार्वजनिक किया।

इलाके में बढ़ाई गई चौकसी

इस समय पुलिस और सुरक्षा बलों ने इलाके में तलाशी अभियान तेज कर दिया है और संवेदनशील स्थानों पर चौकसी बढ़ा दी गई है। पुलिस ने लोगों से अनुरोध किया है कि वे किसी भी संदिग्ध गतिविधि या व्यक्तियों के बारे में तुरंत पुलिस को सूचित करें, ताकि समय रहते कार्रवाई की जा सके और आतंकवादियों को गिरफ्तार किया जा सके।

इस कदम का उद्देश्य आतंकवादियों को पकड़ना और इलाके में शांति और सुरक्षा बनाए रखना है। इनाम की घोषणा से उम्मीद की जा रही है कि इससे आतंकवादियों के बारे में महत्वपूर्ण सुराग मिलने में मदद मिलेगी।

कठुआ हमले में चार सैनिकों की हुई थी मौत

बता दें कि 10 जुलाई को कठुआ कस्बे से बदनोटा गांव में सेना के वाहन पर आतंकवादियों ने घात लगाकर हमला किया था जिसमें चार सैनिक और एक स्थानीय पुलिसकर्मी सहित पांच सुरक्षाकर्मी की मौत हुई थी।

राजौरी, पुंछ, डोडा, कठुआ, रियासी और उधमपुर सहित जम्मू संभाग के पहाड़ी जिलों में 40 कट्टर विदेशी आतंकवादियों की मौजूदगी की सेना को सूचना मिली थी।

सेना ने शांतिपूर्ण जम्मू संभाग से आतंकवाद को खत्म करने के लिए चार हजार से अधिक सैनिकों को तैनात किया है, जिनमें शीर्ष पैरा कमांडो और जंगल युद्ध में प्रशिक्षित सैनिक शामिल हैं।

पहले भी हो चुके हैं ऐसे हमले

इससे पहले 15 जुलाई को डोडा जिले के देसा के जंगल में एक और हमला हुआ था जिसमें एक कैप्टन समेत चार और जवानों की मौत हो गई थी। हमले के बाद डोडा में भी पुलिस ने आंतकवादियों का स्केच जारी किया था साथ में इनकी जाकारी देने वालों को पांच लाख रुपए का इनाम देने की बात कही थी।

इसके आलावा नौ जून को आतंकवादियों ने रियासी जिले में शिव खोरी मंदिर से लौट रहे सात तीर्थयात्रियों सहित नौ यात्रियों की भी हत्या कर दी गई थी। इस हमले में शामिल आंकतवादी अभी भी फरार है और उनकी तलाश जारी है। इनकी भी जानकारी देने वालों को नकद इनाम देने की बात कही गई है।

समाचार एजेंसी आईएएनएस के इनपुट के साथ