नई दिल्ली: गुजरात आतंकवाद निरोधी दस्ते (एटीएस) ने अल-कायदा से जुड़े चार आतंकवादियों को गिरफ्तार किया है। ये नकली नोटों का धंधा चलाने और आतंकी गुट अल कायदा की विचारधारा फैलाने में शामिल थे। एटीएस ने बताया कि उनमें से एक को दूसरे राज्य से गिरफ्तार किया गया है।
सूत्रों के अनुसार आतंकियों की पहचान मोहम्मद फैक पुत्र मोहम्मद रिजवान निवासी फरासखाना, दिल्ली, मोहम्मद फरदीन पुत्र मोहम्मद रईस निवासी फतेहवाड़ी, अहमदाबाद, सेफुल्ला कुरेशी पुत्र मोहम्मद रफीक निवासी भोईवाडा, मोडासा और जीशान अली पुत्र आसिफ अली निवासी नोएडा सेक्टर 63, उत्तर प्रदेश के रूप में हुई है।
ये सभी अल-कायदा की विचारधारा फैलाने के लिए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म और संदिग्ध ऐप्स का इस्तेमाल करते थे। सूत्रों ने बताया कि वे अपने कम्यूनिकेशन के किसी भी सबूत को मिटाने के लिए एक ऑटो-डिलीट ऐप का इस्तेमाल किया करते थे।
एटीएस ने बताया कि चारों से पूछताछ की जा रही है। गुजरात एटीएस अधिकारियों ने कहा कि आरोपी लंबे समय से आतंकी समूह से जुड़े हैं। वे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर अल-कायदा के संपर्क में आए थे। राज्य में आतंकी गतिविधियों पर चर्चा करते हुए पकड़े जाने के बाद चारों एटीएस के रडार पर आ गए। गुजरात एटीएस ने कहा कि वे आरोपियों के चैट और सोशल मीडिया हैंडल की जांच कर रहे हैं।
दूसरी ओर, दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने बुधवार को बब्बर खालसा इंटरनेशनल से जुड़े संदिग्ध को गिरफ्तार किया, जिसकी पहचान आकाशदीप के रूप में हुई। दिल्ली पुलिस ने मध्य प्रदेश के इंदौर से यह गिरफ्तारी की। 22 वर्षीय आकाशदीप अमृतसर का रहने वाला है। आरोप है कि पंजाब के बटाला में हुए ग्रेनेड अटैक के समय आकाशदीप ने हमलावरों को लॉजिस्टिक मदद मुहैया करवाई थी। उस पर हथियारों की तस्करी का भी आरोप है। स्पेशल सेल के मुताबिक, आकाशदीप सोशल मीडिया के जरिए बब्बर खालसा इंटरनेशनल से जुड़े आतंकियों के संपर्क में था।