संभल: जामा मस्जिद सर्वे के दौरान हिंसा, 3 की मौत, 15 हिरासत में, इंटरनेट-स्कूल बंद

संभल में हिंसा को देखते हुए सोमवार को इंटरनेट सेवाएं और स्कूलों को बंद करने का फैसला लिया गया है।

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3 killed in up Sambhal violence during survey of shahi Jama Masjid internet closed for 1 day and schools up to 12th

संभल में जामा मस्जिद के सर्वे को लेकर हिंसा: 3 लोगों की मौत, 15 हिरासत में लिए गए (फोटो- IANS)

संभल: उत्तर प्रदेश के संभल में रविवार सुबह जामा मस्जिद के कोर्ट के आदेश पर हुए सर्वेक्षण के दौरान स्थानीय लोगों और पुलिस के बीच हिंसक झड़प में तीन लोगों की मौत हो गई। घटनास्थल पर पथराव के चलते लगभग 30 पुलिसकर्मी घायल भी हुए। मुरादाबाद के मंडलायुक्त आंजनेय सिंह ने बताया कि मामले में 15 लोगों को हिरासत में लिया गया।

संभल एसपी कृष्ण कुमार बिश्नोई के अनुसार, हालात को देखते हुए संभल तहसील में 24 घंटे के लिए इंटरनेट सेवा को बंद कर दी गई है। इसके साथ ही कक्षा नर्सरी से लेकर 12वीं तक के स्कूल को सोमवार को बंद रखने का आदेश दिया गया है।

संभल में हिंसा पर सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने ‘सर्वोच्च न्यायालय’ से तुरंत संज्ञान लेने और माहौल बिगाड़ने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने की बात कही है।

संभल हिंसा के बारे में मुरादाबाद के कमिश्नर ने क्या कहा

कमिश्नर आंजनेय सिंह ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि कोर्ट के आदेश पर रविवार को सुबह सात बजे से सुबह 11 बजे तक जामा मस्जिद का सर्वे होने था। कोर्ट के आदेश पर एडवोकेट कमिश्नर के नेतृत्व में सर्वे की टीम यहां आई थी। टीम के साथ पर्याप्त सुरक्षा बल भी था। डीएम और पुलिस अधीक्षक भी साथ थे।

टीम सर्वे करने जामा मस्जिद पहुंची। शुरुआत में सब कुछ ठीक था। लगभग दो घंटे सर्वे हुआ। उसी दौरान वहां पर भीड़ जमा हो गई। शुरुआत में लोग नारे लगाने लगे। थोड़ी देर बाद वहां पर पथराव शुरू हो गया। हालांकि, भीड़ मस्जिद परिसर तक नहीं जा पाई। पुलिस ने भीड़ को दूर किया।

संभल के हिंसक झड़प में पुलिस अधीक्षक, डिप्टी कलेक्टर भी हुए घायल

आंजनेय सिंह ने आगे बताया कि 11 बजे के बाद जब टीम सर्वे करने के बाद निकली तो लोगों ने पथराव करना शुरू कर दिया। तीन तरफ से तीन ग्रुप थे, जो तीन तरफ से लगातार पथराव कर रहे थे। टीम को सुरक्षित रूप से बाहर निकालने के लिए पुलिस ने बल का प्रयोग किया। पुलिस ने आंसू गैस के गोले भी छोड़े थे।

इस बीच उनके एक ग्रुप ने गाड़ियों में आग लगाना शुरू कर दिया। उन लोगों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने बल का प्रयोग किया। इस बीच किसी ग्रुप ने फायरिंग की।

पुलिस अधीक्षक के पीआरओ के पैर में गोली लगी है, एक डिप्टी कलेक्टर का पैर फैक्चर हो गया है। सीओ के भी छर्रे लगे हैं। पुलिस के लगभग 30 जवान घायल हुए हैं। एक कांस्टेबल के सिर में गंभीर चोट आई है।

फायरिंग में मरने वालों की पहचान नईम, बिलाल और नोमान के रूप में हुई है। इस समय स्थिति कंट्रोल में है। अभी तक 15 लोगों को हिरासत में लिया गया है। इन लोगों से पूछताछ की जा रही है।

(समाचार एजेंसी आईएएनएस के इनपुट के साथ)

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