जम्मू: जम्मू-कश्मीर के पुंछ में बुधवार सुबह सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में दो आतंकवादी मारे गए। पुंछ के दिगवार सेक्टर में ये घुसपैठ की कोशिश कर रहे थे। हालांकि, सुरक्षाकर्मियों ने इसे नाकाम किया। इसी दौरान गोलीबारी शुरू हो गई। आतंकवादी पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) से भारतीय क्षेत्र में घुसने की कोशिश कर रहे थे।

बाद में जम्मू-कश्मीर पुलिस और सेना के एक संयुक्त अभियान में आतंकवादियों को मार गिराया गया। भारतीय सेना ने बुधवार को पुष्टि करते हुए बताया कि जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में नियंत्रण रेखा (एलओसी) के पास सुरक्षाबलों और आतंकवादियों के बीच गोलीबारी हुई है।

भारतीय सेना की व्हाइट नाइट कोर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर एक पोस्ट में लिखा, "पुंछ सेक्टर के सामान्य क्षेत्र में अपनी सेना द्वारा बाड़ के पास दो संदिग्ध व्यक्तियों की गतिविधि देखी गई। दोनों पक्षों के बीच गोलीबारी हुई। अभियान जारी है।"

यह घटना 22 अप्रैल को पहलगाम आतंकी हमले के मास्टरमाइंड सुलेमान उर्फ हाशिम मूसा के मारे जाने के दो दिन बाद हुई है, जब सुरक्षा बलों ने 'ऑपरेशन महादेव' के तहत उसे ढेर किया था।

सेना के विशिष्ट पैरा कमांडो ने श्रीनगर के बाहरी इलाके में एक वन क्षेत्र में हुई मुठभेड़ में उसके दो साथियों को भी मार गिराया था। इनकी पहचान अफगान और जिबरान के तौर पर हुई थी। ये सभी लश्कर के 'ए' ग्रेड के आतंकवादी थे। आतंकी सुलेमान पहलगाम और गगनगीर आतंकी हमले में लिप्त था।

बाद में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने लोकसभा में बताया कि ‘ऑपरेशन महादेव’ में मारे गए तीन आतंकवादी पहलगाम हमले में शामिल थे, और उन्हें श्रीनगर के पास सेना, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) और जम्मू-कश्मीर पुलिस के संयुक्त अभियान में सुरक्षा बलों ने मार गिराया है।

अमित शाह के भाषण के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी एक्स पर लिखा, 'लोकसभा में दिए गए इस उल्लेखनीय भाषण में गृह मंत्री अमित शाह जी ने ऑपरेशन सिंदूर और ऑपरेशन महादेव के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी दी है, जिसने कायर आतंकवादियों के सफाए में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।'

इससे पहले मंगलवार को, जम्मू-कश्मीर के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) नलिन प्रभात ने कहा था कि पूरे क्षेत्र में चल रहे अभियानों में आतंकवादियों का एक-एक करके सफाया किया जा रहा है।