Kedarnath Photograph: (social media)
केदारनाथ: उत्तराखंड में मानसून सीजन शुरू होते ही जगह-जगह से लैंडस्लाइड की खबरें आने लगी है। इसी बीच केदारनाथ यात्रा मार्ग से एक दुखद हादसे की खबर सामने आई है। इस बार पहाड़ी से पत्थर गिरने की घटना में 2 लोग मारे गए हैं, जबकि 3 लोग घायल हैं। एसडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंची, जिसने रेस्क्यू करके लोगों को बाहर निकाला। सभी घायलों को इलाज के लिए अस्पताल भेज दिया गया है।
जानकारी के मुताबिक, केदारनाथ पैदल मार्ग पर जंगलचट्टी के समीप घटना हुई। पहाड़ी से बड़े बोल्डर मलबे के साथ रास्ते पर आ गए थे। इस दौरान 5 लोग इसकी चपेट में आए। तस्वीरों में पुलिस और एसडीआरएफ की टीम को लोगों की मदद करते हुए देखा गया। नीचे खाई से एसडीआरएफ लोगों को निकालकर लाई। फिलहाल दुर्घटना में 2 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है।
रविवार को भी हुई एक यात्री की मौत
इससे पहले रविवार, 15 जून को भी यात्रियों के साथ हादसा हो गया था। तब भी एक यात्री की मौत हो गई थी और दो लोग घायल हो गए थे, जब बरसाती नाले में भारी बारिश के चलते अचानक मलबा आ गया था। इससे कुछ लोग मलबे की चपेट में आ गए थे। मलबे के पत्थर रास्ते में आ गए थे, जिस वजह से पैदल मार्ग बाधित हो गया था। इसके बाद सोनप्रयाग से आगे केदारनाथ की पैदल यात्रा पर रोक भी लगा दी गई थी।
हेलीकॉप्टर क्रैश होने के कारण 7 लोगों की मौत
इसके पहले केदारनाथ में हेलीकॉप्टर क्रैश होने के कारण 7 लोगों की मौत हो गई थी। केदारनाथ धाम से गुप्तकाशी जा रहा हेलीकॉप्टर गौरीकुंड के पास जंगली इलाके में दुर्घटनाग्रस्त हुआ। हेलीकॉप्टर ने सुबह 5:17 बजे गुप्तकाशी के लिए उड़ान भरी थी और केदारनाथ से यात्रियों को लेकर लौट रहा था, तभी केदारनाथ घाटी में खराब मौसम की वजह से हेलीकॉप्टर रास्ता भटक गया।
बाद में अधिकारियों ने पुष्टि की कि क्षेत्र में मौसम बहुत खराब था, जिसकी वजह से हेलीकॉप्टर अपना रास्ता भटक गया और दुर्घटना का शिकार हुआ। पायलट समेत 7 लोग हेलीकॉप्टर में सवार थे, जो उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र और गुजरात के रहने वाले थे। सभी 7 लोगों ने दुर्घटना में जान गंवाई।
मंदिर के कपाट खुलने के बाद ये पांचवीं घटना
केदारनाथ मंदिर के कपाट खुलने के बाद से यह हेलीकॉप्टर दुर्घटना से संबंधित पांचवीं घटना थी। 7 जून को एक अन्य हेलीकॉप्टर में उड़ान भरते समय तकनीकी खराबी आई और उसे रुद्रप्रयाग-गौरीकुंड राजमार्ग पर आपातकालीन लैंडिंग करनी पड़ी थी। हेलीकॉप्टर का पीछे का हिस्सा एक खड़ी कार से टकराया और खतरनाक तरीके से पास की इमारतों के करीब जा पहुंचा। गनीमत रही कि हेलीकॉप्टर में सवार सभी पांच तीर्थयात्रियों को कोई नुकसान नहीं हुआ।