इस्लामाबादः पाकिस्तान में 13 वर्षीय बच्ची द्वारा चॉकलेट चुराने के शक में दंपति ने बच्ची की पिटाई की जिससे उसकी मौत हो गई। पुलिस ने दंपति को हिरासत में लिया है। बच्ची दंपत्ति के घर में काम करती थी। उसके चॉकलेट चोरी के शक में दंपति ने बुरी तरह पिटाई की थी। उसकी मौत अस्पताल में हुई है।
यह घटना रावलपिंडी की है। बच्ची की मौत के बाद पाकिस्तान में भारी विरोध हो रहा है और न्याय की मांग की जा रही है। इसके साथ ही एक्स पर #Justiceforiqra का ट्रेंड भी चलाया जा रहा है।
पुलिस की जांच में क्या पता चला?
पुलिस द्वारा की जा रही शुरुआती जांच में यह पता चला है कि बच्ची को बुरी तरह से पीटा गया। इसके कारण बच्ची को कई चोटें आई और बीते बुधवार उसकी अस्पताल में मौत हो गई।
इस मामले में राशिद शफीक और उसकी पत्नी सना को गिरफ्तारी की गई है। इसके साथ ही परिवार के लिए काम करने वाले एक कुरान शिक्षक की भी गिरफ्तारी हुई है।
शिक्षक पर आरोप है कि वह कथित तौर पर बच्ची को अस्पताल लेकर गया था। उसने अस्पताल के स्टाफ को बताया कि उसके पिता की मौत हो गई है और मां आसपास नहीं है और अस्पताल से चला गया।
बाल मजदूरी को लेकर छिड़ी बहस
इस घटना के बाद बाल मजदूरी को लेकर एक बहस छिड़ गई है। पाकिस्तान के अलग-अलग हिस्सों में बाल मजदूरी को लेकर अलग-अलग नियम हैं। हालांकि, जहां पर ये घटना हुई वहां पर 15 साल से कम आयु वाले बच्चों से काम कराना कानून के विरुद्ध है।
बीबीसी में छपी एक खबर के मुताबिक, इकरा के के पिता सनाउल्लाह ने बताया कि " उसकी मौत की खबर सुनकर मैं पूरी तरह बिखर गया।" उन्होंने बताया कि उन्हें पुलिस की तरफ से एक कॉल आई। जब वह अस्पताल पहुंचे तो बच्ची को मृत पाया।
पिता के मुताबिक वह आठ वर्ष की आयु से ही काम कर रही थी। इसके साथ ही सनाउल्लाह ने बताया कि उनके कर्ज में डूबे होने के कारण बच्ची को काम करना पड़ता था।
पुलिस ने बताया कि बच्ची को आई चोटों का मूल्यांकन करने के लिए शव परीक्षण चल रहा है। वे अंतिम मेडिकल रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं।