मण्डी लोकसभा सीट: 'क्वीन' और 'किंग' के बीच मुकाबला, जानिए यहाँ भाजपा-कांग्रेस में कौन रहा है भारी

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Mandi Lok Sabha Seat Competition between Queen film actress Kangana Ranaut and Vikramaditya Singh know who is stronger here BJP or Congress

विक्रमादित्य सिंह और अभिनेत्री कंगना रनौत (फोटो- IANS)

Lok Sabha 2024: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार को सीधा टक्कर देने और अगामी लोकसभा चुनाव में उसे हराने के लिए कांग्रेस अपनी पूरी ताकत लगा रही है। इसी कड़ी में शुक्रवार को कांग्रेस ने हिमाचल प्रदेश की मंडी लोकसभा सीट के लिए विक्रमादित्य सिंह को फिर से टिकट दी है। इससे पहले भाजपा ने इस सीट से'क्वीन' फिल्म की अभिनेत्री कंगना रनौत को टिकट दिया है।

ऐसे में इन दोनों उम्मीदवारों के एलान के बाद, बयानों का सिलसिला जारी हो गया है जिससे हिमाचल प्रदेश की राजनीति गर्म भी हो गई है।

विक्रमादित्य सिंह मंडी से मौजूदा विधायक हैं। वे छह बार मुख्यमंत्री रहे वीरभद्र सिंह और प्रतिभा सिंह के बेटे हैं। वीरभद्र सिंह और प्रतिभा सिंह कांग्रेस के बड़े नेताओं की लिस्ट में शुमार हैं।

कौन हैं विक्रमादित्य सिंह

विक्रमादित्य सिंह हिमाचल सरकार में निवर्तमान लोक निर्माण मंत्री हैं। उन्होंने अपनी स्कूल की पढ़ाई बिशप कॉटन स्कूल, शिमला से की है और कॉलेज दिल्ली के सेंट स्टीफंस कॉलेज से की है।

वे 2013 से 2018 तक हिमाचल प्रदेश युवा कांग्रेस के अध्यक्ष थे। मंडी संसदीय क्षेत्र जहां से वे सांसद हैं, ये उनके लिए कोई नई जगह नहीं हैं बल्कि इस सीट से उनके पिता और माता दोनों ही तीन-तीन पर सांसद रह चुके हैं।

दोनों सीटों पर उम्मीदवारों के एलान के बाद इन नेताओं की बीच बयानों का सिलसिला जारी हो गया है। हाल ही में विक्रमादित्य सिंह ने रनौत के बारे में बयान देते हुए उन्हें "विवादों की रानी" कहा था जिसका जवाब अभिनेत्री ने भी दिया है और उन्हें "छोटा पप्पू" से संबोधित किया है।

मंडी लोकसभा सीट से किसका पल्ला रहा है भारी

ऐतिहासिक रूप से अगर देखा जाए तो मंडी निर्वाचन क्षेत्र ने पूर्ववर्ती रियासतों के वंशजों का समर्थन किया है जिन्होंने 19 चुनावों में से 13 में राजघरानों को चुना है, जिसमें 1952 के बाद से दो चुनाव भी शामिल हैं। अन्य दलों के मुकाबले यहां पर कांग्रेस हमेशा से मजबूत रही है और सबसे ज्यादा जीत भी इसी पार्टी ने दर्ज की है।

भाजपा के तरफ से इस सीट पर 1989 में महेश्वर सिंह, 1998 और 1999 में महेश्वर सिंह, 2014 और 2019 में रामस्वरूप शर्मा ने जीत दर्ज की थी। 2019 में रामस्वरूप शर्मा की देहांत के बाद इस सीट पर उपचुनाव हुआ था जिसमें कांग्रेस के प्रतिभा सिंह ने जीत हासिल की थी।

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