Thursday, November 20, 2025
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शेख हसीना की प्रत्यर्पण मांग के बीच भारत-बांग्लादेश के बीच अहम बैठक, NSA डोभाल को मिला निमंत्रण

शेख हसीना के प्रत्यर्पण की मांग के बीच भारत और बांग्लादेश के सुरक्षा सलाहकारों के बीच नई दिल्ली में एक बैठक हुई। इस बैठक में द्विपक्षीय मुद्दों पर चर्चा हुई।

नई दिल्लीः बांग्लादेश की पू्र्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के प्रत्यर्पण मांग के बीच भारत और बांग्लादेश के बीच नई दिल्ली में एक अहम बैठक हुई। बांग्लादेश के सुरक्षा सलाहकार खलीलुर रहमान ने नई दिल्ली में बुधवार, 19 नवंबर को अजीत डोभाल से मुलाकात की। इस दौरान रहमान ने डोभाल को उनकी सुविधानुसार बांग्लादेश आने का निमंत्रण दिया।

बांग्लादेश सरकार ने इस बैठक को लेकर एक प्रेस रिलीज जारी करते हुए कहा कि दोनों समकक्षों ने महत्वपूर्ण “द्विपक्षीय मुद्दों” और कोलंबो सुरक्षा सम्मेलन के कामकाज पर चर्चा की।

भारत-बांग्लादेश की बैठक

समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, भारत-बांग्लादेश की यह बैठक मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार के बांग्लादेश में सत्ता संभालने के बाद से उच्चतम स्तर की सुरक्षा बैठक है।

यह बैठक ऐसे समय में हुई है जब बीते सोमवार, 17 नवंबर को बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना को अंतर्राष्ट्रीय अपराध न्यायाधिकरण (आईसीटी) ने सजा-ए-मौत दी है। गौरतलब है कि बीते साल बांग्लादेश में हुए छात्र प्रदर्शनों के बीच शेख हसीना को प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा था और वह देश छोड़ने पर भी मजबूर हुईं थीं।

यह भी पढ़ें – बांग्लादेशः शेख हसीना को भारत से छुड़ाने के लिए इंटरपोल की लेगा मदद, आईसीटी ने सुनाई थी सजा-ए-मौत

शेख हसीना 5 अगस्त 2024 को भारत में आई थीं और तब से यहीं पर हैं। इस बीच सजा सुनाए जाने के बाद बांग्लादेश ने उनके प्रत्यर्पण हेतु एक पत्र लिखा है। उनके प्रत्यर्पण की मांग करते हुए बांग्लादेश ने भारत के साथ प्रत्यर्पण समझौते का हवाला दिया और कहा कि शेख हसीना और पूर्व गृह मंत्री असदुज्जमां खान कमाल की वापसी सुनिश्चित करना नई दिल्ली की “अनिवार्य जिम्मेदारी” है।

छात्र प्रदर्शनों के दौरान कई आरोपों में दोषी करार हसीना

हसीना को छात्र प्रदर्शनों के दमन और उकसाने तथा हत्या का आदेश देने का आरोप लगा था। इस मामले में उन्हें दोषी पाया गया। आरोपों में कहा गया है, “ये हत्याएं प्रधानमंत्री शेख हसीना के आदेश और उनकी पूरी जानकारी में हुईं। इस तरह के कृत्यों से उन्होंने मानवता के विरुद्ध अपराध किया है।”

शेख हसीना ने हालांकि इन फैसले में लगे आरोपों को खारिज किया है और इसे राजनीति से प्रेरित बताया है। उन्होंने यह भी कहा था कि इस मामले में उन्हें पक्ष रखने के लिए उचित मौका नहीं दिया गया।

यह भी पढ़ें – क्या शेख हसीना के प्रत्यर्पण के बांग्लादेश के अनुरोध को भारत ठुकरा सकता है? क्या कहती है संधि

इस बीच भारत ने इस मामले में संतुलित प्रतिक्रिया दी है। भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा कि बांग्लादेश के लोगों के सर्वोत्तम हितों के लिए भारत प्रतिबद्ध है।

इस बीच ऐसी भी खबरें हैं कि बांग्लादेश शेख हसीना के प्रत्यर्पण के लिए इंटरपोल की मदद मांग रहा है। बांग्लादेश के कई मीडिया संस्थानों ने यह खबर दी है।

अमरेन्द्र यादव
अमरेन्द्र यादव
लखनऊ विश्वविद्यालय से राजनीति शास्त्र में स्नातक करने के बाद जामिया मिल्लिया इस्लामिया से पत्रकारिता की पढ़ाई। जागरण न्यू मीडिया में बतौर कंटेंट राइटर काम करने के बाद 'बोले भारत' में कॉपी राइटर के रूप में कार्यरत...सीखना निरंतर जारी है...
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