ICC ने एशिया कप के दौरान हुए भारत-पाकिस्तान मुकाबलों में विवाद को लेकर पाकिस्तान के हारिस रऊफ को निलंबित कर दिया है। वहीं, भारतीय टी20 कप्तान सूर्यकुमार यादव पर जुर्माना लगाया है।
आईसीसी ने टूर्नामेंट के दौरान दोनों टीमों के बीच हुए तनाव पर आधिकारिक सुनवाई के परिणामों की घोषणा की। इसमें हारिस रऊफ पर दो मैचों का प्रतिबंध लगाया गया है जबकि सूर्यकुमार यादव पर मैच फीस का तीस प्रतिशत जुर्माना और दो डिमेरिट अंक लगाए गए हैं।
हारिस रऊफ ने किए थे भड़काऊ इशारे
एशिया कप मुकाबलों के दौरान राउफ ने कई भड़काऊ इशारे किए थे और सूर्यकुमार पर पाकिस्तानी खिलाड़ियों से हाथ मिलाने से इनकार करने के बाद राजनीतिक बयानबाजी करने का आरोप लगाया गया था। 14, 21 और 28 सितंबर को चिर-प्रतिद्वंद्वी टीमों के बीच हुए मैचों के दौरान हुई घटनाओं के बाद ICC के एलीट पैनल ऑफ मैच रेफरी के सदस्यों द्वारा यह सुनवाई की गई। सूर्यकुमार को आईसीसी आचार संहिता की धारा 2.21 के उल्लंघन का दोषी पाया गया जो खेल को बदनाम करने वाले आचरण से संबंधित है।
इसके साथ ही साहिबज़ादा फरहान को दुबई में सुपर 4 मुकाबले के दौरान भारत के खिलाफ अर्धशतक बनाने के बाद बंदूक से जश्न मनाने के लिए इसी अपराध का दोषी पाया गया और एक आधिकारिक चेतावनी के साथ-साथ एक डिमेरिट अंक भी दिया गया। अर्शदीप सिंह को अनुच्छेद 2 के कथित उल्लंघन का दोषी नहीं पाया गया क्योंकि सुपर 4 मुकाबले में भारत की जीत के बाद उनका इशारा वायरल हो गया था।
इसके अलावा भारतीय तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह को भी एक डिमेरिट अंक मिला। उन्होंने सुपर 4 मैच के दौरान खिलाड़ी को आउट करने के बाद इशारा किया था।
ICC ने क्या फैसला सुनाया?
ICC ने 14 सितंबर, 21 सितंबर और 28 सितंबर को हुए मुकाबलों को लेकर सुनवाई की। आईसीसी के रेफरी रिची रिचर्डसन ने इस मामले में सुनवाई की।
सुनवाई के बाद सूर्यकुमार यादव को आईसीसी आचार संहिता की धारा 2.21 के उल्लंघन का दोषी पाया गया जो खेल को बदनाम करने वाले आचरण से संबंधित है । उन पर मैच फीस का 30 प्रतिशत जुर्माना लगाया गया और दो डिमेरिट अंक दिए गए।
हारिस रऊफ (पाकिस्तान) को भी इसी अपराध का दोषी पाया गया और उन पर मैच फीस का 30 प्रतिशत जुर्माना लगाया गया जिसके परिणामस्वरूप उन्हें दो डिमेरिट अंक दिए गए।
एस. फरहान (पाकिस्तान) को इसी अपराध का दोषी पाया गया और उन्हें आधिकारिक चेतावनी जारी की गई तथा एक डिमेरिट अंक दिया गया।
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21 सितंबर के मुकाबले में अर्शदीप सिंह को अनुच्छेद 2.6 के कथित उल्लंघन का दोषी नहीं पाया गया, जो अश्लील, आक्रामक या अपमानजनक हावभाव का उपयोग करने से संबंधित है और इसलिए कोई प्रतिबंध नहीं लगाया गया।
28 सितंबर को खेले गए फाइनल मुकाबले में जसप्रीत बुमराह ने खेल को बदनाम करने वाले आचरण के लिए अनुच्छेद 2.21 के तहत आरोप स्वीकार कर लिया और एक आधिकारिक चेतावनी की प्रस्तावित सजा भी स्वीकार कर ली जिसके परिणामस्वरूप उन्हें एक डिमेरिट अंक मिला। चूंकि उन्होंने सजा स्वीकार कर ली थी इसलिए किसी औपचारिक सुनवाई की आवश्यकता नहीं पड़ी।
आईसीसी मैच रेफरी रिची रिचर्डसन द्वारा की गई सुनवाई के बाद हारिस रऊफ को फिर से अनुच्छेद 2.21 के उल्लंघन का दोषी पाया गया। उन पर मैच फीस का 30 प्रतिशत जुर्माना लगाया गया और दो अतिरिक्त डिमेरिट अंक दिए गए।
एशिया कप के दौरान खिलाड़ियों ने किए थे इशारे
गौरतलब है कि एशिया कप में भारत और पाकिस्तान के बीच कई खिलाड़ियों ने इशारे किए थे जिनकी चर्चा हुई। हारिस रऊफ को भारतीय प्रशंसकों ने कोहली-कोहली चिल्लाकर चिढ़ाया और 2022 टी20 विश्व कप में दो छक्कों की याद दिलाई। इसके बाद रऊफ ने अपने हाथों से 6-0 का इशारा किया। यह इशारा ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान के कथित दावे को लेकर था जिसमें भारतीय सेना के 6 विमान गिराए जाने का दावा किया गया था।
वहीं, साहिबाजादा फरहान ने अर्धशतक लगाने के बाद गन गेस्चर किया था। भारत-पाकिस्तान के बीच जारी संवेदनशीलता के बीच इसे अनुचित माना गया।
भारत-पाकिस्तान के बीच मैच के बाद पारंपरिक हाथ मिलाने की प्रक्रिया को भी टूटी जब सूर्यकुमार यादव की अगुवाई में टीम बिना हाथ मिलाए ड्रेसिंग रूम की ओर चल पड़ी थी।

