Homeभारतपाकिस्तान के लिए जासूसी करने वाला हरियाणा का छात्र गिरफ्तार

पाकिस्तान के लिए जासूसी करने वाला हरियाणा का छात्र गिरफ्तार

चंडीगढ़ः हरियाणा में एक छात्र को कथित तौर पर जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। छात्र पर आरोप है कि उसने पाकिस्तान के साथ संवेदनशील जानकारी साझा की है। इस हफ्ते हरियाणा से ऐसे मामले में दूसरी गिरफ्तारी की गई है। ये गिरफ्तारियां उस वक्त हुई हैं जब भारत और पाकिस्तान के बीच सीमा पर सीजफायर के बाद शांति देखी जा रही है। 

गिरफ्तार किए गए छात्र की पहचान देवेंद्र सिंह ढिल्लों के नाम से हुई है और वह पटियाला के खालसा कॉलेज में राजनीति शास्त्र का छात्र है। उसे अपने फेसबुक अकाउंट पर पिस्तौल और बंदूकों की फोटो शेयर करने के बाद कैथल से गिरफ्तार किया गया था। 

बीते साल गया था पाकिस्तान

एनडीटीवी की खबर के मुताबिक, पूछताछ के दौरान यह पता चला कि वह बीते साल नवंबर में करतारपुर कॉरिडोर से पाकिस्तान गया था और पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के साथ संवेदनशील जानकारी साझा कर रहा था। 

पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी के अधिकारियों ने कथित तौर पर ढिल्लों को खुश करने के लिए खूब पैसा खर्च किया। इस बाबत कैथल के पुलिस अधीक्षक आस्था मोदी ने कहा कि उसने पटियाला मिलिट्री कैंटोनमेंट की तस्वीरें भी पाकिस्तानी अधिकारियों के साथ साझा कीं। 

उसका फोन जब्त कर लिया गया है और फोरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है। वहीं, उसके बैंक अकाउंट की भी जांच की जा रही है कि उसने पाकिस्तानी अधिकारियों के साथ उसका क्या लेनदेन हुआ?

ढिल्लों की गिरफ्तारी 24 वर्षीय नौमन इलाही की गिरफ्तारी के कुछ दिनों बाद हुई है। उसकी गिरफ्तारी पानीपत में इसी तरह के आरोपों में की गई थी। वह उत्तर प्रदेश का निवासी है और हरियाणा में सुरक्षा कर्मी के तौर पर तैनात था। पाकिस्तान को सूचना देने के बदले वह अपने साले और कंपनी के ड्राइवर के खातों में एजेंटों से पैसा मंगाता था। 

पंजाब पुलिस ने भी की दो गिरफ्तारी

इसी तरह पंजाब पुलिस ने भी बीते हफ्ते दो लोगों को गिरफ्तार किया था. इसमें एक महिला भी थी जो दिल्ली स्थित उच्चायोग में पाकिस्तानी अधिकारी से जुड़ी जासूसी गतिविधियों में कथित तौर पर संलिप्त थी। 

22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में पर्यटकों के ऊपर हुए आतंकी हमले में 26 लोग मारे गए थे। इसके बाद से खुफिया एजेंसियां और पुलिस सतर्कता बरतते हुए जांच कर रही हैं।  पहलगाम की बैसरन घाटी में हुए इस हमले की जिम्मेदारी द रेजिस्टेंट फ्रंट नामक संगठन ने ली थी जो प्रतिंबंधित आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा से जुड़ा हुआ है। 

इस हमले के जवाब में भारत ने प्रतिक्रिया स्वरूप ‘ऑपरेशन सिंदूर’ चलाया था जिसमें पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) के आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया गया था। भारत द्वारा चलाए गए ऑपरेशन सिंदूर के बाद से पाकिस्तान से ड्रोन और मिसाइलों से कई हमलों के प्रयास किए जिसका जवाब भारतीय सेना द्वारा तत्परता से जवाब दिया गया। 

दोनों देशों के बीच जारी संघर्ष 10 मई को दोनों देशों के बीच सीजफायर समझौते के बाद से बंद हुआ। 

अमरेन्द्र यादव
लखनऊ विश्वविद्यालय से राजनीति शास्त्र में स्नातक करने के बाद जामिया मिल्लिया इस्लामिया से पत्रकारिता की पढ़ाई। जागरण न्यू मीडिया में बतौर कंटेंट राइटर काम करने के बाद 'बोले भारत' में कॉपी राइटर के रूप में कार्यरत...सीखना निरंतर जारी है...

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