नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस ने शनिवार को एक शख्स को गिरफ्तार किया है जिस पर उड़ानों को बम से उड़ाने की धमकी देने का आरोप है। शुरुआती पूछताछ में पुलिस ने बताया कि शख्स ने खुलासा किया है कि उसने केवल फेमस होने के लिए यह धमकी दी है।
गौरतलब है कि देश में यह दूसरी गिरफ्तारी है जिसमें फ्लाइटों को उड़ाने की झूठी धमकी दी गई थी। इससे पहले इस तरह के आरोप में मुंबई पुलिस ने एक लड़के को गिरफ्तार किया था।
दो हफ्ते से सोशल मीडिया पर लगातार उड़ानों को बम से उड़ाने की धमकी दी जा रही है जिसमें अबतक 275 फ्लाइटों को यह धमकी मिल चुकी है। इस कारण कई उड़ानों के रूट को डाइवर्ट किया गया तो कई फ्लाइट को रद्द किया गया है।
इससे यात्रियों के परेशानी के साथ विमान वाली कंपनियों को भारी नुकसान भी हुआ है। इन फर्जी धमकियों पर सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने भी सख्ती दिखाई है और परामर्श जारी किया है।
फर्जी बम धमकियां मामले अब तक 2 लोग हुए हैं गिरफ्तार
शनिवार को दिल्ली पुलिस ने 25 साल के शुभम उपाध्याय नामक एक शख्स को गिरफ्तार किया है। पुलिस का कहना है कि शुक्रवार की रात को सोशल मीडिया एक्स पर दो फ्लाइटों को उड़ाने की धमकी दी गई थी।
धमकी के आधार पर मामला दर्ज हुआ था और फिर जांच शुरू हुई थी जिसमें पुलिस ने शुभम को पश्चिमी दिल्ली के उत्तम नगर इलाके के राजापुरी से गिरफ्तार किया है।
पुलिस पूछताछ में शुभम ने खुलासा किया है कि वह टीवी पर उड़ानों को बम से उड़ाने की खबर देखकर यह झूठी धमकी दी थी। शुरुआती जांच में पुलिस का यह दावा है कि उसने केवल नाम कमाने के लिए यह धमकी दी है। अधिकारियों ने बताया कि शुभम बेरोजगार है और वह क्लास 12वीं तक पढ़ा है।
इससे पहले 16 अक्टूबर को मुंबई पुलिस ने छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव से एक 17 साल के लड़के को गिरफ्तार किया था। आरोप है कि लड़के का उसके दोस्त के साथ झगड़ा हो गया था जिस कारण वह बदले की भावना से उसके नाम से कथित तौर पर एक एक्स अकाउंट खोला था और फिर उससे कई उड़ानों को उड़ाने की धमकी दी थी।
लड़के ने चार फ्लाइटों को उड़ाने की झूठी धमकी दी थी जिसके बाद चार में से एक मुंबई से न्यूयॉर्क जाने वाली एयर इंडिया की उड़ान को नई दिल्ली की ओर मोड़ दिया गया था जबकि दूसरे फ्लाइट को रद्द कर दिया गया था।
सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने जारी किया एडवाइजरी
देश में उड़ानों को मिलने वाली फर्जी धमकियों के बीच सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने शनिवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्मों को एक एडवाइजरी जारी की है।
एजवाइजरी में इस तरह की फर्जी धमकियों के प्रसार को रोकने के लिए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म सहित सभी मध्यस्थों की जिम्मेदारी तय की गई है और इन अफवाहों को रोकने में विफल रहने पर कार्रवाई की चेतावनी दी गई है।
मामले में मंत्रालय ने इन प्लेटफॉर्मों को उचित सावधानी बरतें, सूचना प्रौद्योगिकी नियमों के तहत निर्धारित समयसीमा के भीतर फर्जी खबरों को हटाने और प्लेटफॉर्म तक पहुंचने से रोकने को कहा है।
यही नहीं सरकार ने सोशल मीडिया प्लेटफार्मों से एयरलाइनों को फर्जी बम धमकी संदेशों के बारे में डेटा साझा करने के लिए कहा है और ऐसी गतिविधियों के पीछे के लोगों की पहचान करने के लिए कहा है।
मंत्रालय ने यह भी कहा है कि सोशल मीडिया मध्यस्थों को आईटी अधिनियम 2000, आईटी (मध्यस्थ दिशानिर्देश और डिजिटल मीडिया आचार संहिता) नियम 2021 और भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) 2023 का पालन करना चाहिए।
इसके अलावा सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर फॉरवर्डिंग, री-शेयरिंग, री-पोस्टिंग, री-ट्वीट के विकल्प की उपलब्धता के कारण इस तरह की झूठी बम धमकियों के प्रसार का पैमाना खतरनाक रूप से अनियंत्रित पाया गया है।
इस तरह की झूठी बम धमकियां ज्यादातर गलत सूचनाएं होती हैं, जो सार्वजनिक व्यवस्था, एयरलाइनों के संचालन और एयरलाइन यात्रियों की सुरक्षा को बड़े पैमाने पर बाधित करती हैं।
वहीं, इस सप्ताह की शुरुआत में नागरिक उड्डयन मंत्री के. राममोहन नायडू ने कहा था कि सरकार एयरलाइनों को बम की धमकी देने की घटनाओं से निपटने के लिए विधायी कार्रवाई करने की योजना बना रही है, जिसमें ऐसी धमकी देने वालों को नो-फ्लाई सूची में डालना भी शामिल है।
समाचार एजेंसी आईएएनएस के इनपुट के साथ