नई दिल्ली: कनाडा में सरे स्थित कपिल शर्मा के कैफे पर खालिस्तान समर्थक आतंकवादियों द्वारा गोलीबारी और जर्मनी स्थित बब्बर खालसा के कार्यकर्ता हरजीत सिंह लाडी द्वारा जिम्मेदारी लेने के एक दिन बाद अब आतंकी समूह एसएफजे ने धमकी दी है। एसएफजे की ओर से एक वीडियो जारी कर कहा गया कि वे (कपिल शर्मा) मोदी की हिंदुत्व विचारधारा का समर्थन करते हुए कनाडा में निवेश कर रहे हैं, जो जारी नहीं रहने दिया जा सकता।
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार एसएफजे प्रमुख गुरपतवंत सिंह पन्नू ने कहा, 'कपिल और हर दूसरे मोदी-ब्रांड हिंदुत्व निवेशक से कहते हैं कि कनाडा तुम्हारे खेल का मैदान नहीं है। अपनी कमाई हिंदुस्तान वापस ले जाओ। कनाडा व्यापार की आड़ में हिंसक हिंदुत्व विचारधारा को कनाडा की धरती पर जड़ें जमाने नहीं देगा।'
एसएफजे सरगना ने कहा कि कपिल शर्मा 'मेरा भारत महान का नारा लगाता है और मोदी के हिंदुत्व का खुलेआम समर्थन करता है', वो मोदी के भारत के बजाय कनाडा में निवेश क्यों कर रहा है। गौरतलब है कि एनआईए की 'मोस्ट वांटेड' सूची में शामिल भगोड़े लाडी ने इस गोलीबारी को कपिल शर्मा के शो में की गई कुछ कथित टिप्पणियों का बदला बताया था।
कपिल शर्मा की टीम ने कहा था- हार नहीं मानेंगे
नए लॉन्च 'कप्स कैफे' कनाडा के सरे, ब्रिटिश कोलंबिया में स्थित है, जहां गोलीबारी की घटना हुई थी। इस हमले में नौ राउंड फायरिंग की गई। गोलीबारी में किसी के घायल होने की जानकारी सामने नहीं आई है। इस घटना से कैफे की टीम सदमे में है, लेकिन उन्होंने हार न मानने का फैसला किया है।
कप्स कैफे के आधिकारिक इंस्टाग्राम अकाउंट पर टीम ने एक बयान जारी किया, जिसमें कहा गया, 'हम इस मुश्किल समय से गुजर रहे हैं, लेकिन अपने सपने को जारी रखेंगे। कैफे को इसलिए शुरू किया गया ताकि लोग एक-दूसरे से जुड़ा महसूस करें और सामुदायिकता का भाव हो। हम इसे ऐसा ही बनाए रखना चाहते हैं। लोगों के समर्थन और प्रार्थनाओं के लिए आभार। आपके प्यार भरे संदेश और समर्थन ने हमें हिम्मत दी है। यह कैफे आपके विश्वास के कारण ही है। आइए, हिंसा के खिलाफ एकजुट हों और कप्स कैफे को प्यार का स्थान बनाएं।'
बताते चलें कि कपिल की पत्नी गिन्नी चतरथ ने इसकी बागडोर संभाल रखी है। हाल ही में कपिल ने सोशल मीडिया पर कैफे की झलकियां साझा की थी। कपिल शर्मा ने 7 जुलाई को ही 'कैप्स कैफे' का उद्घाटन किया था। हमला 10 जुलाई की आधी रात को हुआ।