चड़ीगढ़/ मुंबई: भाजपा की नवनिर्वाचित सांसद व अभिनेत्री कंगना रनौत को सीआईएसएफ की महिला कांस्टेबल के थप्पड़ मारने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। कंगना ने इस घटना को पंजाब में बढ़ते उग्रवाद और आतंकवाद से जोड़ते हुए एक वीडिया जारी किया। कंगना ने कहा था कि मेरी चिंता है कि जो आतंकवाद और उग्रवाद पंजाब में बढ़ रहा है हम उसे कैसे हैंडल करेंगे।

कंगना के इस बयान पर शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक समिति (SGPC) ने नाराजगी जाहिर की और इसे आपत्तिजनक बताया। गुरुवार को समिति के अध्यक्ष हरजिंदर सिंह धामी ने कहा कि “चंडीगढ़ हवाई अड्डे पर सीआईएसएफ के पंजाबी सुरक्षा कर्मी के साथ बहस के बाद कंगना की पंजाबियों के खिलाफ नफरत भरी टिप्पणी उनकी पंजाब विरोधी मानसिकता का प्रदर्शन है।

एसजीपीसी अध्यक्ष ने कहा कि रनौत का दावा उनकी बीमार मानसिकता को दर्शाता है, जबकि सच्चाई यह है कि उनकी भाषा जरिए आतंकवाद फैलाया जा रहा है। एसजीपीसी अध्यक्ष ने मांग की कि इस बात की जांच होनी चाहिए कि क्या रनौत ने सीआईएसएफ कर्मियों के लिए कुछ आपत्तिजनक कहा है। धामी ने कहा, सीआईएसएफ द्वारा जांच बिना किसी राजनीतिक या व्यक्तिगत प्रभाव के की जानी चाहिए ताकि अन्याय न हो।

क्या है पूरा मामला?

भाजपा नेता कंगना रनौत को चंडीगढ़ हवाई अड्डे पर 6 जून को सीआईएसएफ कांस्टेबल कुलविंदर कौर ने थप्पड़ मारा था। इस घटना से जुड़ा एक वीडियो सामने आया था जिसमें महिला कॉन्स्टेबल कह रही थी कि ‘इसने 100-100 रुपए में महिलाओं बैठने को कहा था, ये बैठेगी वहाँ पर, मेरी माँ बैठी थी।”  कुलविंदर कौर के हवाले से कई मीडिया रिपोर्टों में बताया गया कि उसने कंगना रनौत को इसलिए थप्पड़ मारा क्योंकि अभिनेत्री ने किसान आंदोलन में शामिल महिलाओं पर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। कुलविंदर के मुताबिक, किसान आंदोलन में उसकी माँ भी शामिल थी और वह कंगना के बयान से आहत थी।

कंगना ने घटना पर फिल्म इंडस्ट्री की चुप्पी पर उठाए सवाल

घटना के कुछ देर बाद कंगना ने एक वीडियो जारी किया जिसमें उन्होंने कहा कि मेरे पास कई लोगों के फोन कॉल्स आ रहे हैं। मैं ठीक हूंं। लेकिन मेरी चिंता है कि जो आतंकवाद और उग्रवाद पंजाब में बढ़ रहा है हम उसे कैसे हैंडल करेंगे। यही नहीं कगना ने शुक्रवार को एक स्टोरी शेयर किया जिसमें उन्होंने घटना पर बॉलीवुड की चुप्पी पर सवाल उठाए। हालांकि कुछ ही देर बाद इसे हटा दिया। लेकिन यह पोस्ट वायरल हो गया।

इसमें कंगना ने लिखा था कि, डियर फिल्म इंडस्ट्री आप सभी या तो जश्न मना रहे हो या मुझपर हुए हमले के बाद बिल्कुल चुप हो गए हो। कंगना इजराइल का संदर्भ देते हुए कहा कि कल आप बिना हथियार के अपने देश या दुनिया में कहीं घूम रहे होंगे, तब कोई इजराइली या फिलिस्तीनी सिर्फ इस वजह से आप पर हमला करने की कोशिश करे क्योंकि आप इजराइल के बंधक बनाए लोगों के समर्थन में खड़े हुए थे, तो मैं ही आपके हक लिए लड़ती नजर आऊंगी। कंगना ने कहा कि रफाह का समर्थन करने वाले गैंग जब आप किसी पर हमला का जश्न मनाते हैं तो याद रखना ये आपके साथ भी कभी हो सकता है।

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महिला कॉन्स्टेबल के भाई ने क्या कहा?

किसान नेता और महिला कांस्टेबल कुलविंदर के भाई शेर सिंह महिवाल ने मामले में अपनी बहन का समर्थन किया है। पत्रकार गगनदीप द्वारा एक्स पर शेयर किए गए एक वीडियो में शेर सिंह ने कहा कि "मुझे मीडिया के जरिए पता चला कि चंडीगढ़ एयरपोर्ट पर कुछ हुआ है। अब मुझे समझ में आया है कि यह घटना कंगना के मोबाइल और पर्स की जाँच के दौरान हुई। कंगना ने किसानों के विरोध प्रदर्शन के दौरान कहा था कि महिलाएँ 100 रुपये के लिए वहाँ हैं।" बकौल शेर सिंह "इस विवाद के बाद मेरी बहन भावनात्मक रूप से नाराज हो गई होगी, जिसके कारण यह घटना हुई। सैनिक और किसान दोनों ही महत्वपूर्ण हैं और हर तरह से अपना कर्तव्य निभा रहे हैं। हम इस मामले में उनका पूरा समर्थन करते हैं।"

 मीका सिंह, देवोलिना भट्टाचार्जी, अशोक पंडित की आई प्रतिक्रिया

मामले में गायक मीका सिंह, टीवी अभिनेत्री भट्टाचार्ची और फिल्ममेकर अशोक पंडित का कंगना को समर्थन मिला है। मीका सिंह ने कहा कि हम पंजाबी समुदाय के लोग पूरी दुनिया में अपनी सेवा के लिए मशहूर हैं। एयरपोर्ट पर कंगना के साथ जो हुआ उसे सुनकर बुरा लगा। मीका सिंह ने कहा कि कुलविंदर को अपना गुस्सा सिविल ड्रेस में एयरपोर्ट के बाहर दिखाना चाहिए था। उनकी इस हरकत का खामियाजा अन्य पंजाबी महिलाओं को भुगतना पड़ेगा। वह अपनी जॉब से हाथ धो बैठेंगी। वहीं देवोलिना ने कहा कि ये केवल थप्पड़ नहीं है। ये भारती सुरक्षा का मामला है। यह बेहद खतरनाक हो सकता है। फिल्ममेकर अशोक पंडित ने कंगना रनौत का समर्थन किया, सुरक्षा और जवाबदेही पर जोर दिया।

शिवसेना नेता संजय निरुपम घटना की निंदा की

निलंबित महिला कांस्टेबल द्वारा कंगना रनौत को थप्पड़ मारे जाने पर शिवसेना नेता संजय निरुपम ने कहा, "सभ्य समाज में इस तरह का व्यवहार नहीं किया जाना चाहिए। लेकिन जिस तरह से संजय राउत इस घटना का समर्थन करते हैं, उसी तरह से वह कई ऐसी बातें भी कहते हैं जो लोगों को पसंद नहीं आती हैं। इसलिए उन्हें भी थप्पड़ खाने के लिए तैयार रहना चाहिए। हम सभ्य समाज में रहते हैं और हमें अपने विचार व्यक्त करने का अधिकार है। हम कुछ विचारों से असहमत हो सकते हैं, लेकिन असहमति जताने के लिए किसी को थप्पड़ मारना पूरी तरह से गलत है।"

निशानेबाज हिना सिद्धू ने कॉन्स्टेबल का किया समर्थन

नई दिल्ली कॉमनवेल्थ गेम्स और गोल्ड कोस्ट कॉमनवेल्थ गेम्स में स्वर्ण पदक जीतने वाली निशानेबाज हिना सिद्धू ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने एक्स पर घटना को लेकर लिखा कि  ‘किसी की भावनाओं को ठेस पहुंची और उसने थप्पड़ मार दिया। इसका मतलब यह नहीं है कि राज्य में हिंसा और आतंकवाद व्याप्त है। यह एक जुनूनी कृत्य था, ठीक वैसे ही जैसे “100-100 रुपये” के बारे में किए गए ट्वीट। दुख की बात है कि वह ट्वीट  गुस्सा दिलाने वाला था (यहाँ तक कि मुझे भी) उसे हटा दिया गया, और यह रह गया...काश जवान ने उसका सामना किया होता और उस पर हाथ नहीं उठाया होता।

कॉन्स्टेबल पर हुई कार्रवाई

कांस्टेबल कुलविंदर कौर को निलंबित कर दिया गया और उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई। एयरपोर्ट की सुरक्षा प्रदान करने वाले केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) ने भी घटना की कोर्ट ऑफ इंक्वायरी के आदेश दिए हैं। गगनदीप की मानें तो मामले में सीआईएसएफ कर्मी कुलविंदर कौर के खिलाफ आईपीसी की धारा 323 और 341 के तहत एफआईआर दर्ज की गई।