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हैदराबादः पुष्पा 2: द राइज के प्रीमियर के दौरान मची भगदड़ से जुड़ा मामला तूल पकड़ता जा रहा है। इस घटना में एक महिला की मौत और उसका बेटा गंभीर रूप से घायल हो गया था। मामले की जांच के तहत सुपरस्टार अल्लू अर्जुन से मंगलवार को चिक्कड़पल्ली पुलिस स्टेशन में चार घंटे से ज्यादा पूछताछ की गई। सूत्रों के मुताबिक, पूछताछ के दौरान अल्लू अर्जुन ने कहा कि उन्हें अगले दिन महिला की मौत के बारे में पता चला। अभिनेता मामले में अंतरिम जमानत पर बाहर हैं।
सवालों का तसल्ली से अल्लू अर्जुन ने दिया जवाब
अल्लू अर्जुन अपने वकील अशोक रेड्डी और पिता अल्लू अरविंद के साथ सुबह 11 बजे पुलिस स्टेशन पहुंचे। वहां सहायक पुलिस आयुक्त (एसीपी) रमेश कुमार और सर्कल इंस्पेक्टर राजू नाइक की देखरेख में उनसे सवाल-जवाब किए गए। पुलिस ने पूछा कि क्या अर्जुन को यह जानकारी थी कि उनके थिएटर दौरे के लिए पुलिस से अनुमति नहीं मिली थी। इसके अलावा उनसे यह भी पूछा गया कि क्या उनकी पीआर टीम ने थिएटर में फैली अफरा-तफरी की जानकारी उन्हें दी थी।
सूत्रों के अनुसार, अर्जुन ने सभी सवालों के जवाब दिए और जांच में पूरा सहयोग किया। पुलिस ने बताया कि अभिनेता को आगे भी पूछताछ के लिए बुलाया जा सकता है और उन्हें घटनास्थल (संध्या थिएटर) भी ले जाया जा सकता है ताकि तथ्य स्पष्ट किए जा सकें।
क्या है भगदड़ का मामला?
4 दिसंबर को पुष्पा 2 के प्रीमियर के दौरान हजारों प्रशंसक अभिनेता की एक झलक पाने के लिए थिएटर पहुंचे। भीड़ नियंत्रण में विफल रही, जिसके चलते भगदड़ मच गई। इसमें रेवती नामक महिला की मौत हो गई, जबकि उसका 8 वर्षीय बेटा गंभीर रूप से घायल हो गया।
घटना के बाद पुलिस ने अल्लू अर्जुन, उनकी सुरक्षा टीम और थिएटर प्रबंधन के खिलाफ गैर-इरादतन हत्या सहित विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया। अर्जुन को आरोपी नंबर 11 के रूप में सूचीबद्ध किया गया।
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सीसीटीवी फुटेज और कानूनी कार्रवाई
पुलिस ने भगदड़ के सीसीटीवी फुटेज जारी किए, जिसमें भीड़ को रोकने की कोशिश करते सुरक्षा गार्ड और उनकी असफलता साफ दिख रही है। एक शख्स लकड़ी की छड़ी से भीड़ को नियंत्रित करने की कोशिश करता नजर आया, लेकिन वह खुद भीड़ के धक्कों से गिर गया।
पुलिस अब अर्जुन की जमानत रद्द कराने की योजना बना रही है। अर्जुन को 13 दिसंबर को गिरफ्तार किया गया था और 14 दिसंबर को तेलंगाना हाई कोर्ट ने उन्हें चार हफ्तों की अंतरिम जमानत पर रिहा कर दिया।
मुआवजा और विरोध प्रदर्शनअर्जुन ने पीड़ित परिवार को 25 लाख रुपये की आर्थिक सहायता दी, जबकि फिल्म निर्माताओं ने 50 लाख रुपये का योगदान दिया। इस बीच, उनके घर पर कुछ प्रदर्शनकारियों ने मुआवजे की मांग को लेकर तोड़फोड़ की। ये प्रदर्शनकारी खुद को उस्मानिया यूनिवर्सिटी के छात्र बता रहे थे। पुलिस ने छह लोगों को हिरासत में लिया, लेकिन बाद में सभी को जमानत मिल गई।
घटना के बाद से अर्जुन के घर और आस-पास के इलाकों में भारी सुरक्षा व्यवस्था की गई है। इस मामले ने न केवल फिल्म इंडस्ट्री में हलचल मचाई है, बल्कि प्रशंसकों और जनता के बीच भी चिंता पैदा की है। पुलिस अब जांच के अगले चरणों पर विचार कर रही है।
यह घटना अल्लू अर्जुन के करियर के लिए एक बड़ी चुनौती बन गई है, जो उनकी फिल्म पुष्पा 2: द राइज की सफलता के बीच विवादों में घिर गई है।