हैदराबाद: साइबराबाद में मियापुर पुलिस ने अभिनेता राणा दग्गुबाती, प्रकाश राज, मांचू लक्ष्मी और निधि अग्रवाल सहित 25 लोगों के खिलाफ सट्टेबाजी वाले ऐप्स को बढ़ावा देने में उनकी कथित संलिप्तता के लिए मामला दर्ज किया है। इन पर भारत न्याय संहिता की धारा 318 (4), 112, आर/डब्ल्यू 49, टीएसजीए की धारा 4 और सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम की धारा 66-डी के तहत आरोप लगाए गए हैं।

इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार राणा दग्गुबाती और प्रकाश राज का नाम 'जंगली रम्मी' के प्रचार के लिए, विजय देवरकोंडा का नाम ए23 (A23) के प्रचार, मांचू लक्ष्मी का योलो 247 (Yolo 247) के लिए, प्रणीता को फेयरप्ले के लिए और निधि अग्रवाल का नाम 'जीत विन' के प्रचार के लिए एफआईआर में शामिल किया गया  है। इन सभी पर पॉप-अप विज्ञापनों के माध्यम से सट्टेबाजी ऐप्स और ऐसे वेबसाइटों को बढ़ावा देने का आरोप लगाया गया है।

इसके अलावा अनन्या नागल्ला, सिरी हनुमंतु, श्रीमुखी, वार्शिनी साउंदराजन, वसंती कृष्णन, शोबा शेट्टी, अमृता चौधरी, नयनी पावनी, नेहा पठान, पांडु, पद्मावती, इमरान खान, विष्णु प्रिया, हर्षा साई, सनी यादव, श्यामला, टैस्टी तेजा, और बंडारू शेषयानी सुप्रिथा के भी एफआईआर में नाम हैं।

एफआईआर में कहा गया है कि ये सट्टेबाजी वाले प्लेटफॉर्म मशहूर हस्तियों और प्रभावशाली लोगों की मदद से सोशल मीडिया विज्ञापनों के ज़रिए अपने ऐप और वेबसाइट का प्रचार करते हैं। इसमें कहा गया है, 'इन अवैध प्लेटफॉर्म में हजारों-लाखों रुपए लगे हुए हैं और इससे कई परिवार संकट में आ जाते हैं, खास तौर पर मध्यम वर्ग और निम्न मध्यम वर्ग के परिवार।'

लोगों में सट्टेबाजी की लत लाने का आरोप 

एनडीटीवी की रिपोर्ट के अनुसार शिकायतकर्ता ने कहा है कि लोग इन ऐप्स का सक्रिय रूप से उपयोग कर रहे हैं और कई लोग अपनी मेहनत की कमाई खो चुके हैं। इसमें आगे कहा गया है कि वह भी ऐसी ही एक वेबसाइट में पैसे जमा करने वाले थे, लेकिन उनके परिवार द्वारा चेतावनी दिए जाने के बाद उन्होंने पैसे वापस ले लिए। 

शिकायतकर्ता ने कहा है कि कई मशहूर हस्तियां और प्रभावशाली लोग इन अवैध सट्टेबाजी ऐप्स को बड़ी रकम लेकर सक्रिय रूप से बढ़ावा दे रहे हैं। 
एफआईआर में कहा गया है, 'ये प्लेटफॉर्म लोगों को, खासकर ऐसे लोगों को जिन्हें पैसे की सख्त जरूरत है, उन्हें अपनी मेहनत की कमाई और परिवार के पैसे को इन ऐप्स/वेबसाइटों में निवेश करने के लिए प्रोत्साहित कर रहे हैं और धीरे-धीरे उनकी लत लगा रहे हैं, जिससे वित्तीय संकट पैदा हो रहा है।'

आरोपों पर प्रकाश राज ने क्या कहा?

इस बीच एफआईआर पर प्रतिक्रिया देते हुए अभिनेता प्रकाश राज ने कहा कि वह '2015 में बहुत पहले इस तरह के विज्ञापन में थे।' उन्होंने कहा, 'हमने एक साल बाद इससे बाहर निकलने का विकल्प चुना।' उन्होंने कहा कि वह अभी पूरे मामले के बारे में विस्तृत जानकारी प्राप्त करने की कोशिश कर रहे हैं।'

इससे पहले इसी हफ्ते की शुरुआत में हैदराबाद में ही सट्टेबाजी ऐप का प्रचार करने के लिए 11 यूट्यूबर्स और सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था। पुलिस के अनुसार पंजागुट्टा पुलिस थाने में भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस), 'गेमिंग एक्ट' और सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।