मुंबई: जाने माने फिल्म निर्माता, चित्रकार और पत्रकार प्रीतीश नंदी का मुंबई में दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया है। वह 73 वर्ष के थे। उनके निधन से फिल्म और मीडिया उद्योग में शोक की लहर दौड़ गई है। इस दुखद समाचार को उनके करीबी दोस्त और बॉलीवुड अभिनेता अनुपम खेर ने सोशल मीडिया पर साझा किया। अनुपम खेर इस खबर से गहरे दुखी हैं और उन्होंने प्रीतीश को “यारों का यार” कहकर याद किया। उन्होंने प्रीतिश की कुछ तस्वीरें भी सोशल मीडिया पर पोस्ट की।
Deeply deeply saddened and shocked to know about the demise of one of my dearest and closest friends #PritishNandy! Amazing poet, writer, filmmaker and a brave and unique editor/journalist! He was my support system and a great source of strength in my initial days in Mumbai. We… pic.twitter.com/QYshTlFNd2
— Anupam Kher (@AnupamPKher) January 8, 2025
वरिष्ठ पत्रकार पद्म श्री सुरेन्द्र किशोर ने भी सोशल मीडिया पर एक पोस्ट के जरिए प्रीतीश नंदी को याद किया। उन्होंने लिखा कि प्रीतीश नंदी पत्रकार के रूप में भी एक शानदार और असरदार साक्षात्कारकर्ता थे। सुरेन्द्र किशोर ने लिखा कि ‘प्रीतीश नंदी की तुलना मैं बीबीसी के शानदार सा़क्षात्कार कर्ता टिम सेबेस्टियन से ही कर सकता हूं।’
वहीं, वरिष्ठ साहित्यकार उदय प्रकाश ने लिखा कि प्रीतीश नंदी का ऐसे चला जाना एक बहुत बड़ी क्षति है। उन्होंने उनसे पिछली मुलाकातों को भी सोशल मीडिया पर अपने पोस्ट के जरिए याद किया है।
वरिष्ठ पत्रकार अमिताभ श्रीवास्तव ने उन्हें याद करते हुए लिखा प्रीतीश नंदी 80 के दशक में टाइम्स ऑफ इंडिया समूह से जुड़े थे। इसके बाद भारत में टेलिविजन के शुरुआती दिनों में ही इलेक्ट्रॉनिक मीडिया का भविष्य भांप कर प्रीतीश नंदी अपना प्रोडक्शन हाउस बनाकर सीरियल और फिल्म निर्माण की तरफ मुड़ गये।
प्रीतीश नंदी: बिहार भागलपुर में हुआ था जन्म
प्रीतीश का जन्म बिहार के भागलपुर में हुआ था। वह एक बहुआयामी प्रतिभा के धनी थे। उनको कला और लेखन के प्रति गहरी रुचि थी। वह एक कुशल कवि और बेहतरीन चित्रकार भी थे। बॉलीवुड में उनकी कई बड़ी और चर्चित फिल्मों के लिए उन्हें हमेशा याद किया जाएगा।
उन्होंने बॉलीवुड में कई चर्चित और यादगार फिल्मों का निर्माण किया, जिनमें “कुछ खट्टी कुछ मीठी”, “झनकार बीट्स”, “सुर”, “कांटे”, “चमेली”, “हजारों ख्वाहिशें ऐसी”, “आंखें”, “जस्ट मैरीड”, “मस्तीजादे”, “मुंबई मैटिनी”, “पॉपकॉर्न खाओ! मस्त हो जाओ”, “शब्द”, “एक खिलाड़ी एक हसीना”, “अनकही”, “प्यार के साइड इफेक्ट्स”, “बो बैरक फॉरएवर”, “अग्ली और पगली”, “मीराबाई नॉट आउट”, “धीमे धीमे”, “रात गई बात गई?”, “क्लिक करें”, “मोटा”, “शादी के साइड इफेक्ट्स” जैसी फिल्मों का नाम शामिल है।
राज्य सभा सांसद भी रहे प्रीतीश नंदी
प्रीतीश नंदी की शख्सियत सिर्फ फिल्म मेकर भर की नहीं थी। वह शिवसेना के टिकट पर महाराष्ट्र से राज्यसभा सांसद भी रहे। इसके अलावा जब देश में स्वतंत्रता संग्राम के 50 साल पूरे हो रहे थे, उस समय वह 50 साल पूरे होने पर मनाए जाने वाले जश्न के लिए बनाई गई कई महत्वपूर्ण समितियों का हिस्सा भी थे।
इनमें राष्ट्रीय समिति, रक्षा, संचार, और विदेश मामलों की संसदीय समितियां शामिल थीं। उन्होंने भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव के उन्नयन के लिए सूचना और प्रसारण मंत्रालय द्वारा स्थापित विशेषज्ञ समिति की अध्यक्षता भी की।
टीवी की दुनिया में भी छाए रहे
1993 में प्रीतीश नंदी ने अपनी कंपनी “प्रीतीश नंदी कम्युनिकेशंस” की स्थापना की और इसके गैर-कार्यकारी अध्यक्ष और क्रिएटिव संरक्षक बने रहे। उनकी कंपनी का पहला प्रोग्राम “द प्रीतीश नंदी शो” था, जो भारत के सार्वजनिक चैनल दूरदर्शन पर प्रसारित हुआ। यह भारतीय टेलीविजन पर प्रसारित होने वाला पहला सिग्नेचर चैट शो था। इसके बाद, जी टीवी पर “फिस्कल फिटनेस: द प्रीतीश नंदी बिजनेस शो” प्रसारित हुआ, जो भारत का पहला साप्ताहिक बिजनेस शो था।
प्रीतीश नंदी का फिल्मी करियर कई उत्कृष्ट फिल्मों से भरा हुआ था, जिसके लिए उन्हें कई पुरस्कारों से नवाजा गया। उनकी कंपनी ने भारत में मल्टीप्लेक्स फिल्म शैली की नींव रखी।
(समाचार एजेंसी IANS के इनपुट के साथ)